वाराणसी: रसोई गैस सिलेंडर शहर से लेकर गांव तक हर घर में उपयोग में आती है. वहीं सरकार का बजट आने के साथ ही रसोई का बजट भी बढ़ गया. अभी हाल ही में सरकार ने एलपीजी के दामों में 50 रुपये की वृद्धि की है, जिसके बाद बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की कीमत बढ़कर 769 रुपये हो गई है. इस महीने गैस सिलेंडर की कीमतों में यह दूसरी बार बढ़ोतरी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की महिलाओं ने रसोई गैस के बढ़े दामों पर नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि एक तरफ कोरोना की मार के चलते आम आदमी मुसीबतों से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ रसोई गैस सिलेंडर के बढ़े दामों से घर का खर्च निरंतर बढ़ता जा रहा है.
हर दिन बढ़ रहा रसोई का बजट
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के डीएलडब्ल्यू क्षेत्र की रहने वाली गृहिणी नमिता श्रीवास्तव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि कभी सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं तो कभी गैस सिलेंडर के दामों में यह सरकार वृद्धि कर देती है. हर दिन रसोई का बजट बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस ओर कोई ठोस कदम उठाना चाहिए, जिससे रसोई के बजट में राहत मिल सके और घर चलाना आसान हो.
गैस सिलेंडर के बढ़े दामों पर विचार करे सरकार
गृहिणी सोनम ने कहा कि महिलाओं को सरकार से बहुत उम्मीदें हैं. सरकार को गैस सिलेंडर में बढ़े दामों पर विचार करना चाहिए, जिससे महिलाएं अपना घर चला सकें. उन्होंने कहा कि गैस सिलेंडर के बढ़े दामों से रसोई का बजट बिगड़ गया है और घर चलाना मुश्किल हो गया है. वर्तमान समय में जहां सब्जियों के दाम आसमान पर है तो वहीं बढ़े गैस सिलेंडर के दामों ने कमर तोड़ दी है.
दो वक्त का खाना भी नहीं खा पाएगा आम आदमी
गृहिणी श्वेता जायसवाल ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से आमदनी कम हो गई है और ऊपर से गैस सिलेंडर के दाम आसमान छू रहे हैं. वहीं सब्जियों के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है. ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले समय में आम आदमी अपनी आमदनी से दो वक्त का खाना भी सही तरीके से नहीं खा पाएगा.