वाराणसी: ज्ञानवापी प्रकरण में अदालत के निर्णय के पहले ही हिंदू समाज आर पार की लड़ाई के मूड में है. एक हिंदू पक्ष की तरफ से ज्ञानवापी परिसर में मिले तथाकथित परिसर में मिले शिवलिंग की कार्बन डेटिंग की मांग की है. जिसके बाद वादी पक्ष राखी सिंह के पैरोकार जितेंद्र सिंह बिसेन लगातार कार्बन डेटिंग का विरोध कर रहे हैं. मंगलवार को विश्व सनातन संघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि वह किसी भी हाल में शिवलिंग की कार्बन डेटिंग नहीं होने देंगे. इसके लिए हम निचली अदालत से लेकर ऊपर की अदालत में भी जाने के लिए तैयार हैं. लेकिन, कार्बन डेटिंग के नाम पर हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि शिवलिंग की कार्बन डेटिंग की जायेगी. तो, वह खंडित होगा. वैदिक सनातन धर्म में खंडित मूर्ति की पूजा का कोई विधान नहीं है. कार्बन डेटिंग हिन्दू समाज की भावनाओं के ऊपर ऊपर कुठाराघात होगा. इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. शिवलिंग की कार्बन डेटिंग की मांग करना अपने ही पैरों में कुल्हाड़ी मारने जैसा काम है. कार्बन डेटिंग या अन्य किसी प्रकार की वैज्ञानिक जांच पूरे परिसर की होनी चाहिए, न सिर्फ शिवलिंग की.
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