वाराणसी: वैश्विक महामारी के दौर में सरकारी और सामाजिक संस्थाएं मरीजों से तो अच्छे व्यवहार की कामना कर रहे हैं, लेकिन कई निजी अस्पताल मरीजों का ध्यान नहीं रख रहे. ऐसा ही एक मामला मुम्बई के सैफी अस्पताल से सामने आया है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय के जनसंपर्क एवं संप्रेषण विभाग की एक महिला प्रोफेसर ने मुम्बई के सैफी अस्पताल प्रशासन पर अच्छे से इलाज न करने का आरोप लगाया है. इसे लेकर महिला प्रोफेसर ने अपना एक वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल किया है.
उनका यह भी कहना था कि बिना इलाज किए अस्पताल वालों ने उनको 28,000 रुपये का बिल थमा दिया. महिला प्रोफेसर ने वायरल वीडियो के माध्यम से सरकार से मांग की है कि हॉस्पिटल पर कार्रवाई की जाए और उनके द्वारा जमा किए गए पैसे वापस दिलाए जाए. वहीं सोशल मीडिया का यह वीडियो बीएचयू में चर्चा का विषय बना हुआ है.