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डिजिटल बैंकिंग का सपना डाक विभाग कर रहा पूरा, घर-घर पहुंच रहा बैंक - digital banking service

प्रधानमंत्री मोदी की महत्वकांक्षी योजना डिजिटल बैंकिंग का सपना डाक विभाग पूरा कर रहा है. जी हां डाक विभाग घर से लेकर के खेतों तक अब चिट्ठी के साथ-साथ बैंक भी पहुंचा रहा है. घर बैठे लोग सभी प्रकार की डिजिटल बैंकिंग सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं.

डाक विभाग करेगा बीमा.
डाक विभाग करेगा बीमा.
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Published : Aug 7, 2021, 2:42 PM IST

Updated : Aug 8, 2021, 12:26 PM IST

वाराणसी: प्रधानमंत्री मोदी की महत्वकांक्षी योजना डिजिटल बैंकिंग का सपना डाक विभाग पूरा कर रहा है. जी हां डाक विभाग घर से लेकर के खेतों तक अब चिट्ठी के साथ-साथ बैंक भी पहुंचा रहा है. जहां घर बैठे आमजन सभी प्रकार की डिजिटल बैंकिंग सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं. यही वजह है कि कोरोना काल में लगभग 4 लाख लोगों ने इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक में अपने खाते खुलवाए और डाक विभाग ने तीन करोड़ से ज्यादा की धनराशि आमजन तक पहुंचाई. वर्तमान समय में डाक विभाग डिजिटलाइजेशन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है.

पोस्ट मास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की महत्वकांक्षी योजना डिजिटल इंडिया और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए आधार और मोबाइल नंबर के द्वारा पेपरलेस खाता खोला जा रहा है. इसके साथ ही इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में भी लोगों के खाते खुलवाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से हर किसी के लिए घर से लेकर खेतों तक डिजिटल और पेपर लेस बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.

डाक विभाग करेगा बीमा.

सब्जी, चाय, जनरल स्टोर की दुकान वालों से लेकर खेतों में धान की रोपाई कर रहे लोगों का भी डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक ने खाता खोला है और उन्हें डिजिटल बैंकिंग से परिचित कराया है. आमजन के साथ-साथ वृद्धजनों, दिव्यांगों, बीमार व्यक्तियों से लेकर महिलाओं तक आईपीपीबी राशि जैसी सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि इस खाते के माध्यम से मोबाइल, डीटीएच रिचार्ज, बिजली बिल भुगतान जैसी सुविधाएं लोगों को मिल रही हैं. आमजन की सुविधाओं को देखते हुए डाक विभाग ने विशेष अभियान चलाकर एक दिन 8 हजार से ज्यादा लोगों के इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक में खाते भी खुलवाए हैं.

लोगों को मिल रहा योजनाओं का वास्तविक लाभ

उन्होंने बताया कि सरकार तमाम योजनाएं चला रही है और उन योजनाओं के जरिए लोगों को वित्तीय भुगतान भी कर रही है जो सीधे उनके खाते में आता है. लेकिन गांव और सुदुर इलाके में एटीएम और बैंक की सुविधा पर्याप्त रूप से न मिल पाने के कारण लोग सरकार द्वारा दी गई धनराशि का प्रयोग नहीं कर पाते. अब डाकियां के माध्यम से वह इन राशियों का प्रयोग कर सकते हैं, क्योंकि डाक विभाग स्वयं उनके दरवाजे तक पहुंच करके उन्हें राशि पहुंचाता है.

डाकिया बना स्मार्ट डाकिया

पोस्ट मास्टर जनरल ने बताया कि अब डाकिया पुराना वाला डाकिया नहीं रह गया है. अब वह चिट्ठी के साथ-साथ लोगों के दरवाजे तक बैंक भी ले करके पहुंच रहा है. उसके बैग में चिट्ठी के साथ-साथ एक स्मार्टफोन भी होता है. इसके जरिए वह डिजिटल पेमेंट से लेकर के डिजिटल खाता खुलवाने जैसी सुविधा रखता है और लोगों को इस सुविधा का लाभ भी पहुंचाता है.

तीन लाख से ज्यादा खुले खाते

पोस्ट मास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक विभाग द्वारा कोरोना काल में 3 लाख 94 हजार से ज्यादा लोगों के इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में खाता खुलवाए गए हैं. इसके साथ ही 10 लाख से ज्यादा लोगों को तीन अरब 12 करोड़ से ज्यादा की धनराशि उनके घर तक पहुंचाई गई है.

डाकघर से करा सकते हैं वाहन बीमा

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाकिया घर पहुंचकर ग्राहक से वाहन की आरसी के साथ उसका मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, नॉमिनी का विवरण और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक खाता संख्या लेगा और अपने स्मार्ट फोन (माइक्रो एटीएम) से वाहन का तत्काल बीमा कर देगा. बीमा की धनराशि ग्राहक के आईपीपीबी खाते से डेबिट हो जाएगी और बीमा पॉलिसी ग्राहक के ईमेल आईडी पर तत्काल पहुंच जाएगी. डाक विभाग द्वारा कराया जाने वाला बीमा पूर्णतः पेपरलेस होगा. बीमा कराने के लिए किसी प्रकार की कागजी कार्रवाई की जरूरत नहीं होगी. वाराणसी परिक्षेत्र में 6 अगस्त को इसके लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाकर लगभग 100 वाहनों का बीमा डाककर्मियों द्वारा किया गया.

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि वाहन बीमा की सुविधा प्रधान डाकघर, उप डाकघर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित शाखा डाकघर से भी ली जा सकती है. इसके साथ ही अगर ग्राहक डाकघर तक पहुंचने में असमर्थ है तो घर पर भी डाकिया को बुलाकर वाहन का बीमा करा सकते हैं. इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा. डाकिया का अगर पर्सनल नंबर है तो उस पर कॉल कर दें, अन्यथा इंडिया पोस्ट पैमेंट्स बैंक सेवा के टोल फ्री नंबर 155299 पर कॉल करके डाकिया को घर बुला सकते हैं. वाराणसी परिक्षेत्र में फिलहाल इसके लिए 212 डाककर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है और अन्य डाककर्मियों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें- हथकरघा दिवस विशेष: कभी गरीबी का अस्त्र और स्वदेशी पहचान रहा हथकरघा उद्योग तोड़ रहा है दम

वाराणसी: प्रधानमंत्री मोदी की महत्वकांक्षी योजना डिजिटल बैंकिंग का सपना डाक विभाग पूरा कर रहा है. जी हां डाक विभाग घर से लेकर के खेतों तक अब चिट्ठी के साथ-साथ बैंक भी पहुंचा रहा है. जहां घर बैठे आमजन सभी प्रकार की डिजिटल बैंकिंग सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं. यही वजह है कि कोरोना काल में लगभग 4 लाख लोगों ने इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक में अपने खाते खुलवाए और डाक विभाग ने तीन करोड़ से ज्यादा की धनराशि आमजन तक पहुंचाई. वर्तमान समय में डाक विभाग डिजिटलाइजेशन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है.

पोस्ट मास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की महत्वकांक्षी योजना डिजिटल इंडिया और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए आधार और मोबाइल नंबर के द्वारा पेपरलेस खाता खोला जा रहा है. इसके साथ ही इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में भी लोगों के खाते खुलवाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से हर किसी के लिए घर से लेकर खेतों तक डिजिटल और पेपर लेस बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.

डाक विभाग करेगा बीमा.

सब्जी, चाय, जनरल स्टोर की दुकान वालों से लेकर खेतों में धान की रोपाई कर रहे लोगों का भी डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक ने खाता खोला है और उन्हें डिजिटल बैंकिंग से परिचित कराया है. आमजन के साथ-साथ वृद्धजनों, दिव्यांगों, बीमार व्यक्तियों से लेकर महिलाओं तक आईपीपीबी राशि जैसी सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि इस खाते के माध्यम से मोबाइल, डीटीएच रिचार्ज, बिजली बिल भुगतान जैसी सुविधाएं लोगों को मिल रही हैं. आमजन की सुविधाओं को देखते हुए डाक विभाग ने विशेष अभियान चलाकर एक दिन 8 हजार से ज्यादा लोगों के इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक में खाते भी खुलवाए हैं.

लोगों को मिल रहा योजनाओं का वास्तविक लाभ

उन्होंने बताया कि सरकार तमाम योजनाएं चला रही है और उन योजनाओं के जरिए लोगों को वित्तीय भुगतान भी कर रही है जो सीधे उनके खाते में आता है. लेकिन गांव और सुदुर इलाके में एटीएम और बैंक की सुविधा पर्याप्त रूप से न मिल पाने के कारण लोग सरकार द्वारा दी गई धनराशि का प्रयोग नहीं कर पाते. अब डाकियां के माध्यम से वह इन राशियों का प्रयोग कर सकते हैं, क्योंकि डाक विभाग स्वयं उनके दरवाजे तक पहुंच करके उन्हें राशि पहुंचाता है.

डाकिया बना स्मार्ट डाकिया

पोस्ट मास्टर जनरल ने बताया कि अब डाकिया पुराना वाला डाकिया नहीं रह गया है. अब वह चिट्ठी के साथ-साथ लोगों के दरवाजे तक बैंक भी ले करके पहुंच रहा है. उसके बैग में चिट्ठी के साथ-साथ एक स्मार्टफोन भी होता है. इसके जरिए वह डिजिटल पेमेंट से लेकर के डिजिटल खाता खुलवाने जैसी सुविधा रखता है और लोगों को इस सुविधा का लाभ भी पहुंचाता है.

तीन लाख से ज्यादा खुले खाते

पोस्ट मास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक विभाग द्वारा कोरोना काल में 3 लाख 94 हजार से ज्यादा लोगों के इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में खाता खुलवाए गए हैं. इसके साथ ही 10 लाख से ज्यादा लोगों को तीन अरब 12 करोड़ से ज्यादा की धनराशि उनके घर तक पहुंचाई गई है.

डाकघर से करा सकते हैं वाहन बीमा

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाकिया घर पहुंचकर ग्राहक से वाहन की आरसी के साथ उसका मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, नॉमिनी का विवरण और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक खाता संख्या लेगा और अपने स्मार्ट फोन (माइक्रो एटीएम) से वाहन का तत्काल बीमा कर देगा. बीमा की धनराशि ग्राहक के आईपीपीबी खाते से डेबिट हो जाएगी और बीमा पॉलिसी ग्राहक के ईमेल आईडी पर तत्काल पहुंच जाएगी. डाक विभाग द्वारा कराया जाने वाला बीमा पूर्णतः पेपरलेस होगा. बीमा कराने के लिए किसी प्रकार की कागजी कार्रवाई की जरूरत नहीं होगी. वाराणसी परिक्षेत्र में 6 अगस्त को इसके लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाकर लगभग 100 वाहनों का बीमा डाककर्मियों द्वारा किया गया.

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि वाहन बीमा की सुविधा प्रधान डाकघर, उप डाकघर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित शाखा डाकघर से भी ली जा सकती है. इसके साथ ही अगर ग्राहक डाकघर तक पहुंचने में असमर्थ है तो घर पर भी डाकिया को बुलाकर वाहन का बीमा करा सकते हैं. इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा. डाकिया का अगर पर्सनल नंबर है तो उस पर कॉल कर दें, अन्यथा इंडिया पोस्ट पैमेंट्स बैंक सेवा के टोल फ्री नंबर 155299 पर कॉल करके डाकिया को घर बुला सकते हैं. वाराणसी परिक्षेत्र में फिलहाल इसके लिए 212 डाककर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है और अन्य डाककर्मियों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें- हथकरघा दिवस विशेष: कभी गरीबी का अस्त्र और स्वदेशी पहचान रहा हथकरघा उद्योग तोड़ रहा है दम

Last Updated : Aug 8, 2021, 12:26 PM IST
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