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अवैध निर्माणों पर VDA उपाध्यक्ष ने जताई नाराजगी, 2 दिन में तलब की रिपोर्ट

वाराणसी विकास प्राधिकरण (Varanasi Development Authority) की सीमा के अंदर अवैध निर्माण का कार्य नहीं थम रहा है. जैतपुरा एवं आदमपुर में 50 से अधिक अवैध निर्माण (50 illegal construction) मामले में VDA उपाध्यक्ष ने जोनल अधिकारी और अवर अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा है.

वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दूहन
वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दूहन
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Published : Aug 28, 2021, 8:00 PM IST

वाराणसी: वाराणसी विकास प्राधिकरण शहर में अवैध निर्माण (illegal construction) एवं प्लाटिंग के विरुद्ध ध्वस्तीकरण एवं सीलिंग की कार्रवाई कर रहा है. प्राधिकरण (VDA ) की उपाध्यक्ष ईशा दूहन ने सचिव डॉ. सुनील कुमार वर्मा के साथ वार्ड जैतपुरा और आदमपुर क्षेत्र का औचक स्थलीय निरीक्षण किया. जहां, वाराणसी विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष को वॉर्ड जैतपुरा और आदमपुर में 50 से अधिक अवैध निर्माण संज्ञान में आए. लिहाजा, उपाध्यक्ष ने संबंधित जोनल अधिकारी और अवर अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही चिन्हित निर्माणों की जांच के लिए एक समिति का गठन कर दिया है.

दरअसल, अवैध निर्माणों के खिलाफ विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दूहन के निर्देश पर अभियान जारी है. शनिवार को अवैध भवन निर्माणों की तस्दीक करने के लिए उपाध्यक्ष अधिकारियों संग निकलीं. स्थलीय निरीक्षण के दौरान बकरिया कुण्ड के पास, पीली कोठी, भदऊ चुंगी, मुकीमगंज, प्रहलाद घाट, लेबर चौराहा एवं अन्य वार्ड के मुख्य मार्गों पर 50 से अधिक संख्या में भवनों का निर्माण कार्य गतिमान पाया गया. प्रथम दृष्टया ये निर्माण कार्य प्राधिकरण से अनुमति प्राप्त किए बिना अवैध रूप से कराये जाने की बात सामने आई. इतनी बड़ी संख्या में संचालित अवैध निर्माणों पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुये VDA उपाध्यक्ष ने आदमपुर एवं जैतपुरा क्षेत्र के जोनल अधिकारियों एवं वार्ड अवर अभियंता को दो दिन में लिखित स्पष्टीकरण देने के लिए आदेशित किया है.

इसे भी पढ़ें-krishna janmashtami 2021: कान्हा चलाएंगे साइकिल...लूडो खेलेंगे लड्डू गोपाल

वहीं, इसके अतिरिक्त उन्होंने चिन्हित भवनों की जांच के लिए एक समिति गठित की है जो दो दिन में प्रकरणवार स्थलीय आख्या एवं अवैध निर्माण के खिलाफ जांच रिपोर्ट सौंपेगी. उन्होंने जैतपुरा एवं आदमपुर वार्ड में तैनात समस्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और सुपरवाइजर को कार्यालय से स्थानांतरित कर दिया है. उनकी जगह नए कर्मचारियों को वार्ड में प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से भेजा है.

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इससे पूर्व मार्च माह में वाराणसी में विकास प्राधिकरण ने शहर में अवैध प्लाटिंग और निर्माण के खिलाफ विशेष अभियान चलाया था. इसके तहत शिवपुर आदमपुर और जैतपुरा वार्ड में अवैध प्लाटिंग और निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. विकास प्राधिकरण की टीम भू माफिया से 55 बीघा से ज्यादा की जमीन को मुक्त करवाया था. इसके अलावा फरवरी माह में चेतगंज स्थित एक अवैध चार मंजिला भवन पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी. यहां,पुलिस की मौजूदगी में वीडीए ने धव्स्तीकरण की कार्रवाई को अंजाम दिया था.


बेनियाबाग-चेतगंज रोड स्थित सरायगोवर्धन एरिया में सैयद सिब्ते हसन उर्फ परवेज मेहदी के अवैध निर्माण को चेतगंज पुलिस के सहयोग से ध्वस्त कर दिया गया था. कार्रवाई में जोनल अधिकारी वीरेंद्र प्रताप मिश्रा एवं परमानन्द यादव, अवर अभियंता सुरेन्द्र सिंह यादव, रामचन्द्र, प्रमोद कुमार तिवारी, पीएन दुबे, हीरालाल गुप्ता एवं आनंद कुमार अस्थाना शामिल थे. हालांकि नक्सा पास करने को लेकर लोग वीडीए पर सवाल खड़ा करते आ रहे हैं.

वाराणसी: वाराणसी विकास प्राधिकरण शहर में अवैध निर्माण (illegal construction) एवं प्लाटिंग के विरुद्ध ध्वस्तीकरण एवं सीलिंग की कार्रवाई कर रहा है. प्राधिकरण (VDA ) की उपाध्यक्ष ईशा दूहन ने सचिव डॉ. सुनील कुमार वर्मा के साथ वार्ड जैतपुरा और आदमपुर क्षेत्र का औचक स्थलीय निरीक्षण किया. जहां, वाराणसी विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष को वॉर्ड जैतपुरा और आदमपुर में 50 से अधिक अवैध निर्माण संज्ञान में आए. लिहाजा, उपाध्यक्ष ने संबंधित जोनल अधिकारी और अवर अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही चिन्हित निर्माणों की जांच के लिए एक समिति का गठन कर दिया है.

दरअसल, अवैध निर्माणों के खिलाफ विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दूहन के निर्देश पर अभियान जारी है. शनिवार को अवैध भवन निर्माणों की तस्दीक करने के लिए उपाध्यक्ष अधिकारियों संग निकलीं. स्थलीय निरीक्षण के दौरान बकरिया कुण्ड के पास, पीली कोठी, भदऊ चुंगी, मुकीमगंज, प्रहलाद घाट, लेबर चौराहा एवं अन्य वार्ड के मुख्य मार्गों पर 50 से अधिक संख्या में भवनों का निर्माण कार्य गतिमान पाया गया. प्रथम दृष्टया ये निर्माण कार्य प्राधिकरण से अनुमति प्राप्त किए बिना अवैध रूप से कराये जाने की बात सामने आई. इतनी बड़ी संख्या में संचालित अवैध निर्माणों पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुये VDA उपाध्यक्ष ने आदमपुर एवं जैतपुरा क्षेत्र के जोनल अधिकारियों एवं वार्ड अवर अभियंता को दो दिन में लिखित स्पष्टीकरण देने के लिए आदेशित किया है.

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वहीं, इसके अतिरिक्त उन्होंने चिन्हित भवनों की जांच के लिए एक समिति गठित की है जो दो दिन में प्रकरणवार स्थलीय आख्या एवं अवैध निर्माण के खिलाफ जांच रिपोर्ट सौंपेगी. उन्होंने जैतपुरा एवं आदमपुर वार्ड में तैनात समस्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और सुपरवाइजर को कार्यालय से स्थानांतरित कर दिया है. उनकी जगह नए कर्मचारियों को वार्ड में प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से भेजा है.

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इससे पूर्व मार्च माह में वाराणसी में विकास प्राधिकरण ने शहर में अवैध प्लाटिंग और निर्माण के खिलाफ विशेष अभियान चलाया था. इसके तहत शिवपुर आदमपुर और जैतपुरा वार्ड में अवैध प्लाटिंग और निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. विकास प्राधिकरण की टीम भू माफिया से 55 बीघा से ज्यादा की जमीन को मुक्त करवाया था. इसके अलावा फरवरी माह में चेतगंज स्थित एक अवैध चार मंजिला भवन पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी. यहां,पुलिस की मौजूदगी में वीडीए ने धव्स्तीकरण की कार्रवाई को अंजाम दिया था.


बेनियाबाग-चेतगंज रोड स्थित सरायगोवर्धन एरिया में सैयद सिब्ते हसन उर्फ परवेज मेहदी के अवैध निर्माण को चेतगंज पुलिस के सहयोग से ध्वस्त कर दिया गया था. कार्रवाई में जोनल अधिकारी वीरेंद्र प्रताप मिश्रा एवं परमानन्द यादव, अवर अभियंता सुरेन्द्र सिंह यादव, रामचन्द्र, प्रमोद कुमार तिवारी, पीएन दुबे, हीरालाल गुप्ता एवं आनंद कुमार अस्थाना शामिल थे. हालांकि नक्सा पास करने को लेकर लोग वीडीए पर सवाल खड़ा करते आ रहे हैं.

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