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विश्व पर्यटन दिवस स्पेशल: मंदी के दौर में भी तेजी से मजबूत हो रहा काशी में पर्यटन उद्योग

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Published : Sep 26, 2019, 11:14 PM IST

Updated : Sep 27, 2019, 7:22 PM IST

पर्यटन की बात चले और वाराणसी का जिक्र न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता. पिछले पांच वर्षों के दौरान काशी में टूरिज्म की हालत बेहतर हुई है और वर्तमान मंदी के दौर में भी यह उम्मीद जगाता है.

पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है काशी.

वाराणसी: 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस देशभर में मनाया जाएगा. ये दिन बेहद खास होता है क्योंकि दुनियाभर से आने वाले सैलानियों की आवभगत भारत में पूरी शिद्दत के साथ की जाती है. वैसे भी हमारा देश 'अतिथि देवो भव:' के उस मंत्र को सार्थक करने में जुटा है जिसके बल पर भारत की एक अलग पहचान है.

इसे भी पढ़ें: दीन दयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर लगा स्वास्थ्य मेला

पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है काशी
बात पर्यटन की हो तो भला कोई काशी को कैसे भूल सकता है. काशी की पवित्र भूमि अपनी परंपराओं और संस्कृति से दुनियाभर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है. सैलानी भी बनारस आकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं और हर कोई बस यही कहता है कि 'हम बनारस से प्यार करते हैं'. बनारस के घाटों से लेकर परिधान तक विश्व प्रसिद्ध हैं. सैलानी यहां बार-बार आना चाहते हैं और यही वजह है की पर्यटन उद्योग की स्थिति मंदी के दौर में भी तेजी से मजबूत हो रही है.

पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है काशी.

पर्यटन से मिल रहा है रोजगार
2014 से लेकर 2019 जून तक वाराणसी में 10 से 15% पर्यटकों की आवक में वृद्धि हुई है और ये लगातार बढ़ रही है. ये एक अच्छा संकेत है यहां के पर्यटन उद्योग के साथ इससे जुड़े लोगों के लिए. यानी पर्यटन के साथ मिल रहा है रोजगार और बढ़ रहा है व्यापार. इस इजाफे के साथ कारोबार से जुड़े लोगों को जबर्दस्त फायदा हो रहा है. चाहे होटल इंडस्ट्री हो, ट्रैवल इंडस्ट्री, नाव चलाने वाले नाविक या छोटी-मोटी दुकानें चलाकर अपना पेट पालने वाले दुकानदार सभी को वाराणसी का टूरिज्म उद्योग जबरदस्त फायदा दे रहा है.

आंकड़ों से जानें पर्यटन उद्योग का हाल
वर्ष कुल सैलानी
2014 5489997
2015 5716297
2016 5922665
2017 6282225
2018 6445260
2019 (जून तक) 2121940

बढ़ता व्यापार पर्यटन विभाग के लिए है महत्वपूर्ण
वाराणसी में बढ़ रहा पर्यटन कारोबार पर्यटन विभाग के लिए भी काफी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है. शहर में कारोबार से बढ़ने से अधिकारी बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि काशी के इस कारोबार से रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो रही हैं. लोगों को व्यापार के साथ रोजगार मिल रहा है. नए होटल खुलने से बेरोजगारी की समस्या बनारस में पर्यटन उद्योग खत्म करने का काम कर रहा है. छोटे-बड़े सभी व्यापारी फायदा कमा रहे हैं. कुल मिलाकर पर्यटन वाराणसी को मंदी के दौर में संजीवनी देने का काम कर रहा है.

2014 से जून 2019 तक के सैलानियों के आकड़ें
2014 भारतीय सैलानी- 1935258
विदेशी सैलानी- 186682
2015 भारतीय सैलानी- 5413927
विदेशी सैलानी- 302370
2016 भारतीय सैलानी- 5600146
विदेशी सैलानी- 312519
2017 भारतीय सैलानी- 5947365
विदेशी सैलानी- 334860
2018 भारतीय सैलानी- 6095890
विदेशी सैलानी- 349270
2019 (जून तक) भारतीय सैलानी- 1935258
विदेशी सैलानी- 186682

वाराणसी: 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस देशभर में मनाया जाएगा. ये दिन बेहद खास होता है क्योंकि दुनियाभर से आने वाले सैलानियों की आवभगत भारत में पूरी शिद्दत के साथ की जाती है. वैसे भी हमारा देश 'अतिथि देवो भव:' के उस मंत्र को सार्थक करने में जुटा है जिसके बल पर भारत की एक अलग पहचान है.

इसे भी पढ़ें: दीन दयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर लगा स्वास्थ्य मेला

पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है काशी
बात पर्यटन की हो तो भला कोई काशी को कैसे भूल सकता है. काशी की पवित्र भूमि अपनी परंपराओं और संस्कृति से दुनियाभर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है. सैलानी भी बनारस आकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं और हर कोई बस यही कहता है कि 'हम बनारस से प्यार करते हैं'. बनारस के घाटों से लेकर परिधान तक विश्व प्रसिद्ध हैं. सैलानी यहां बार-बार आना चाहते हैं और यही वजह है की पर्यटन उद्योग की स्थिति मंदी के दौर में भी तेजी से मजबूत हो रही है.

पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है काशी.

पर्यटन से मिल रहा है रोजगार
2014 से लेकर 2019 जून तक वाराणसी में 10 से 15% पर्यटकों की आवक में वृद्धि हुई है और ये लगातार बढ़ रही है. ये एक अच्छा संकेत है यहां के पर्यटन उद्योग के साथ इससे जुड़े लोगों के लिए. यानी पर्यटन के साथ मिल रहा है रोजगार और बढ़ रहा है व्यापार. इस इजाफे के साथ कारोबार से जुड़े लोगों को जबर्दस्त फायदा हो रहा है. चाहे होटल इंडस्ट्री हो, ट्रैवल इंडस्ट्री, नाव चलाने वाले नाविक या छोटी-मोटी दुकानें चलाकर अपना पेट पालने वाले दुकानदार सभी को वाराणसी का टूरिज्म उद्योग जबरदस्त फायदा दे रहा है.

आंकड़ों से जानें पर्यटन उद्योग का हाल
वर्ष कुल सैलानी
2014 5489997
2015 5716297
2016 5922665
2017 6282225
2018 6445260
2019 (जून तक) 2121940

बढ़ता व्यापार पर्यटन विभाग के लिए है महत्वपूर्ण
वाराणसी में बढ़ रहा पर्यटन कारोबार पर्यटन विभाग के लिए भी काफी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है. शहर में कारोबार से बढ़ने से अधिकारी बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि काशी के इस कारोबार से रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो रही हैं. लोगों को व्यापार के साथ रोजगार मिल रहा है. नए होटल खुलने से बेरोजगारी की समस्या बनारस में पर्यटन उद्योग खत्म करने का काम कर रहा है. छोटे-बड़े सभी व्यापारी फायदा कमा रहे हैं. कुल मिलाकर पर्यटन वाराणसी को मंदी के दौर में संजीवनी देने का काम कर रहा है.

2014 से जून 2019 तक के सैलानियों के आकड़ें
2014 भारतीय सैलानी- 1935258
विदेशी सैलानी- 186682
2015 भारतीय सैलानी- 5413927
विदेशी सैलानी- 302370
2016 भारतीय सैलानी- 5600146
विदेशी सैलानी- 312519
2017 भारतीय सैलानी- 5947365
विदेशी सैलानी- 334860
2018 भारतीय सैलानी- 6095890
विदेशी सैलानी- 349270
2019 (जून तक) भारतीय सैलानी- 1935258
विदेशी सैलानी- 186682
Intro:वर्ल्ड टूरिज्म डे स्पेशल स्टोरी:

वाराणसी: 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाएगा यह दिन बेहद खास होता है क्योंकि दुनिया भर से आने वाले सैलानियों की आवभगत भारत में पूरी शिद्दत के साथ की जाती है वैसे भी भारत अतिथि देवो भव के उस मंत्र को सार्थक करने में जुटा हुआ है जिसके बल पर भारत की एक अलग पहचान है और अगर इन सब में बाद बनारस की ना हो तो शायद कुछ फीका सा लगेगा बनारस यानी बना बनाया रस ना कोई आडंबर ना कोई दिखावा दुनिया भर की दिखावे की चकाचौंध और चमक से दूर यह शहर आज भी अपनी परंपराओं और संस्कृति के बल पर दुनिया भर में अपनी पहचान बना चुका है. सबसे पुराने शहर के तौर पर जाने पहचाने जाने वाले इस शहर की पहचान भी यहां के घाटों बाबा विश्वनाथ मंदिर और यहां के खानपान और बनारसी साड़ियों से यही वजह है कि यहां आने वाला हर सैलानी बनारस बार-बार आना चाहता है और इसी वजह से बनारस की पर्यटन उद्योग की स्थिति मंदी के दौर में भी तेजी से मजबूत हो रही है हालात यह हैं कि 2014 से लेकर 2019 जून तक वाराणसी में 10 से 15% पर्यटकों की आवक में वृद्धि हुई है और यह लगातार बढ़ रही है जो अच्छा संकेत है बनारस के पर्यटन उद्योग के साथ इससे जुड़े लोगों के लिए यानी पर्यटन के साथ मिल रहा है रोजगार और बढ़ रहा है व्यापार.


Body:वीओ-01 लगभग 10 किलोमीटर से ज्यादा लंबी घाटों की श्रंखला और यहां आने वाले सैलानियों का बढ़ रहा आंकड़ा यह बताने के लिए काफी है कि बनारस को नाही किसी बदलाव की जरूरत है और ना ही किसी दिखावे की गंगा घाट पर टहलते हुए गंगा की गोद में नौका विहार करना हर सैलानी की इच्छा होती है. शाम और सुबह के वक्त घाट किनारे बैठ कर सब कुछ भूल जाना यहां आने वाला हर सैलानी कुछ ऐसा ही करना चाहता है. यही वजह है कि यहां पर सैलानियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है और इस इजाफे के साथ इस कारोबार से जुड़े लोगों को जबर्दस्त फायदा हो रहा है होटल इंडस्ट्री हो ट्रैवल इंडस्ट्री हो या फिर नाव चलाने वाले नाविक और छोटी मोटी दुकानें चला कर अपना पेट पालने वाले दुकानदार सभी के लिए वाराणसी का टूरिज्म उद्योग जबरदस्त फायदा दे रहा है. बनारसी साड़ी कारोबार से लेकर पान का छोटा कारोबार भी वाराणसी के टूरिज्म इंडस्ट्री की वजह से ग्रोथ कर रहा है. मंदी के दौर में दिक्कतें तो हैं लेकिन व्यापार संभालने में पर्यटन उद्योग का बड़ा योगदान सामने आ रहा है सैलानी भी बनारस आकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं और हर कोई बस यही कहता है हम बनारस से प्यार करते हैं. बनारस में बढ़ रहा पर्यटन कारोबार पर्यटन विभाग के लिए भी काफी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है इस कारोबार से बढ़ने से अधिकारी बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि बनारस के इस कारोबार से रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो रही हैं लोगों को व्यापार के साथ रोजगार मिल रहा है. नए होटल खुलने से बेरोजगारी की समस्या बनारस में पर्यटन उद्योग खत्म करने का काम कर रहा है, छोटे व्यापारी बड़े व्यापारी सभी फायदा कमा रहे हैं कुल मिलाकर पर्यटन वाराणसी को मंदी के दौर में संजीवनी देने का काम कर रहा है.


Conclusion:वीओ-02 एक नजर में आंकड़ों से पर्यटन उद्योग का हाल

2014 2015 2016 2017
5489997 - 5716297- 5922665- 6282225
2018 2019
6445260 21221940 (जून तक)

2014-
देशी सैलानी- 5202236
विदेशी सैलानी- 287761

2015-
देशी सैलानी- 5413927
विदेशी सैलानी- 302370

2016-
देशी सैलानी- 5600146
विदेशी सैलानी- 312519

2017-
देशी सैलानी- 5947365
विदेशी सैलानी- 334860

2018-
देशी सैलानी- 6095890
विदेशी सैलानी- 349270

2019- जून तक
देशी सैलानी- 1935258
विदेशी सैलानी- 186682

इसके अलावा जनवरी माह में वाराणसी एयरपोर्ट पर एक नया रिकॉर्ड भी कायम होगा सिर्फ 1 महीने में 22172 विदेशी सैलानी एयरपोर्ट पर पहुंचे जबकि 2018 में जनवरी माह में 12797 विदेशी सैलानी एयरपोर्ट पर आए थे. इतना ही नहीं है वाराणसी एयरपोर्ट 24 घंटे संचालित किया जा रहा है रात में भी आप लाइट आ रही हैं और बनारस से विदेशों तक जाने वाली इंटरनेशनल फ्लाइट की संख्या भी बीते 5 सालों में दोगुनी हो चुकी हैं.
Last Updated : Sep 27, 2019, 7:22 PM IST
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