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बाबा विश्वनाथ की भक्ति में कैदियों ने किया कुछ ऐसा कि आप दंग रह जाएंगे - paintings on walls of Baba Vishwanath jail campus

नव्य और भव्य काशी विश्वनाथ धाम की महिमा अब जेल के चार दीवारों के भीतर भी पहुंच गई है. जिसके तहत जिला जेल के बंदी अब बाबा विश्वनाथ का दर्शन कर पा रहे हैं.

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कैदियों ने बनाई काशी विश्वनाथ धाम की पेंटिंग
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Published : Oct 8, 2022, 2:46 PM IST

वाराणसी: महादेव की नगरी काशी में उनका हर भक्त उनकी आराधना अपने अलग अंदाज में करते हैं. वाराणसी के जेलों में बेद कैदियों ने भी बाबा विश्वनाथ की आराधना करने का अनोखा तरीका अपनाया है. इस तरीके से उन्होंने जेल के अंदर ही विश्वनाथ धाम को पहुंचा दिया है. यह सुनकर आप भी हैरान हो गए होंगे. लेकिन यह हकीकत है. कैदियों ने जेल के अंदर ही विश्वनाथ धाम को न सिर्फ पहुंचाया है, बल्कि बकायदा बाबा विश्वनाथ की आराधना भी कर रहे हैं.

दरअसल, नव्य और भव्य काशी विश्वनाथ धाम की महिमा अब जेल के चार दीवारों के भीतर भी पहुंच गई है. जिसके तहत जिला जेल के बंदी अब बाबा विश्वनाथ का दर्शन कर पा रहे हैं. इसके लिए उन्होंने बकायदा काशी विश्वनाथ धाम के चित्र को जेल की दीवारों पर उकेरा है और हर दिन उसकी आराधना कर रहे हैं.

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कैदियों ने बनारस के प्रमुख स्थलों को जेल कैंपस की दीवारों पर उकेरा
इसे भी पढ़े-काशी की अंतरगृही यात्रा का दिखेगा नया स्वरूप, 3 करोड़ की लागत से 301 मंदिरों का होगा जीर्णोद्धार

जेल प्रशासन के सहयोग से कारागार में सजा विश्वनाथ धाम का दरबार

बता दें कि 'जहां चाह वहां राह' की कहावत को चरितार्थ करते हुए बंदियों ने विश्वनाथ धाम की हूबहू तस्वीर जेल की दीवारों पर बना दी है. अब अधिकांश बंदी आस्था के साथ बाबा के इसी दरबार में रोजाना हाजिरी लगाते हैं. कैदी यहां अपने गुनाहों की माफी भी मांगते हैं. यही नहीं बंदियों ने संत कबीर जन्मस्थली, तुलसीदास और भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ, काशी के घाट की विश्व प्रसिद्ध आरती समेत काशी की छटा दीवारों पर उकेरी है.

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कैदियों की बनाई गयी काशी विश्वनाथ धाम की पेंटिंग
जेल के अंदर कैदी रोजाना लगा रहे बाबा के दरबार मे हाज़िरी: वाराणसी जिला जेल के अधीक्षक अरुण कुमार सक्सेना ने बताया कि, अमृत महोत्सव के तहत कैदियों ने बनारस के प्रमुख स्थलों को जेल कैंपस की दीवारों पर उकेरा है. थ्री डी तस्वीरों को तीन बंदियों ने तीन महीने में तैयार किया है. बंदी कलाकारों की मांग पर उन्हें सीमेंट, रेत, रंग और अन्य सामग्री उपलब्ध कराई गई है. ये पेंटिंग्स तीन कैदियों बच्चन द्रविड़, भोलाराम और मनीष शर्मा ने बनाया है. कुछ कैदियों ने इनका सहयोग भी किया है. बंदियों का कहना है कि काशी विश्वनाथ धाम की पेंटिंग बनाने और रोज दर्शन करने से मन को सुकून और शांति मिलती है.

वाराणसी: महादेव की नगरी काशी में उनका हर भक्त उनकी आराधना अपने अलग अंदाज में करते हैं. वाराणसी के जेलों में बेद कैदियों ने भी बाबा विश्वनाथ की आराधना करने का अनोखा तरीका अपनाया है. इस तरीके से उन्होंने जेल के अंदर ही विश्वनाथ धाम को पहुंचा दिया है. यह सुनकर आप भी हैरान हो गए होंगे. लेकिन यह हकीकत है. कैदियों ने जेल के अंदर ही विश्वनाथ धाम को न सिर्फ पहुंचाया है, बल्कि बकायदा बाबा विश्वनाथ की आराधना भी कर रहे हैं.

दरअसल, नव्य और भव्य काशी विश्वनाथ धाम की महिमा अब जेल के चार दीवारों के भीतर भी पहुंच गई है. जिसके तहत जिला जेल के बंदी अब बाबा विश्वनाथ का दर्शन कर पा रहे हैं. इसके लिए उन्होंने बकायदा काशी विश्वनाथ धाम के चित्र को जेल की दीवारों पर उकेरा है और हर दिन उसकी आराधना कर रहे हैं.

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कैदियों ने बनारस के प्रमुख स्थलों को जेल कैंपस की दीवारों पर उकेरा
इसे भी पढ़े-काशी की अंतरगृही यात्रा का दिखेगा नया स्वरूप, 3 करोड़ की लागत से 301 मंदिरों का होगा जीर्णोद्धार

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बता दें कि 'जहां चाह वहां राह' की कहावत को चरितार्थ करते हुए बंदियों ने विश्वनाथ धाम की हूबहू तस्वीर जेल की दीवारों पर बना दी है. अब अधिकांश बंदी आस्था के साथ बाबा के इसी दरबार में रोजाना हाजिरी लगाते हैं. कैदी यहां अपने गुनाहों की माफी भी मांगते हैं. यही नहीं बंदियों ने संत कबीर जन्मस्थली, तुलसीदास और भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ, काशी के घाट की विश्व प्रसिद्ध आरती समेत काशी की छटा दीवारों पर उकेरी है.

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जेल के अंदर कैदी रोजाना लगा रहे बाबा के दरबार मे हाज़िरी: वाराणसी जिला जेल के अधीक्षक अरुण कुमार सक्सेना ने बताया कि, अमृत महोत्सव के तहत कैदियों ने बनारस के प्रमुख स्थलों को जेल कैंपस की दीवारों पर उकेरा है. थ्री डी तस्वीरों को तीन बंदियों ने तीन महीने में तैयार किया है. बंदी कलाकारों की मांग पर उन्हें सीमेंट, रेत, रंग और अन्य सामग्री उपलब्ध कराई गई है. ये पेंटिंग्स तीन कैदियों बच्चन द्रविड़, भोलाराम और मनीष शर्मा ने बनाया है. कुछ कैदियों ने इनका सहयोग भी किया है. बंदियों का कहना है कि काशी विश्वनाथ धाम की पेंटिंग बनाने और रोज दर्शन करने से मन को सुकून और शांति मिलती है.
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