ETV Bharat / state

वाराणसी में भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई, जबरन रिटायर किए गए 22 कॉन्स्टेबल - यूपी पुलिस

योगी सरकार की सख्ती के बाद वाराणसी पुलिस भी सख्ती में आ गई है. यह सख्ती अपराधियों पर नहीं बल्कि भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर की दिखाई जा रही है. यहां 22 पुलिसकर्मियों जबरन रिटायर कर दिया गया है. साथ ही तीन दारोगा की रिपोर्ट आईजी को भेज दी गई है. उन पर जल्द ही कार्रवाई हो सकती है.

इस कार्य में 22 कॉन्स्टेबल्स सहित 3 सब इंस्पेक्टर रिटायर
author img

By

Published : Jul 9, 2019, 9:53 AM IST

वाराणसी: योगी सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़े रुख अपना लिए हैं. सरकार ने बीते दिनों भ्रष्ट और काम में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों को समय से पहले सेवानिवृत करने के आदेश जारी किए थे. इसी आदेश के अनुपालन में काशी में 22 भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को जबरन सेवानिवृत्ति दे दी गई, जबकि तीन दारोगा को नोटिस जारी किया गया है.

जानकारी देते एसएसपी.

योगी सरकार की सख्ती से यूपी पुलिस में मची खलबली

  • वाराणसी में पुलिस विभाग के आला अधिकारियों ने एक लिस्ट तैयार की.
  • लिस्ट में उन पुलिसकर्मियों के नाम शामिल किए गए, जो ड्यूटी पर रहते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए.
  • लिस्ट में उन पुलिसकर्मियों को भी शामिल किया गया, जिन पर मुकदमा चल रहा था या उन पर काम में लापरवाही बरतने का आरोप था .
  • लिस्ट में आला अधिकारियों 22 कॉन्स्टेबल और तीन सब इंस्पेक्टर के नाम शामिल किए थे.
  • 22 कॉन्स्टेबल को अनिवार्य सेवानिवृत्ति का नोटिस भेज दिया गया है.
  • तीन दारोगा को भी की रिपोर्ट आईजी को भेज दी गई है. उन पर जल्द ही कार्रवाई हो सकती है.

कामकाज में अक्षम और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे पुलिसकर्मियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए स्क्रीनिंग करने का निर्देश प्रदेश सरकार की तरफ से जारी किया गया था. यह आदेश जून के महीने में मिला था. जिसके आधार पर 31 मार्च 2019 को 50 वर्ष से अधिक की आयु पूरी कर चुके पुलिसकर्मियों को चिह्नित कर उनकी लिस्ट तैयार करते हुए डीजीपी कार्यालय को भेजी थी. इस पर शासन स्तर से मिले निर्देश के बाद एक टीम गठित की गई थी और अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए जिले के 22 सिपाही समेत तीन दारोगा को चिन्हित किया गया, जिनमें से 22 कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल को सेवानिवृत्त की नोटिस जारी कर दी गई है, जबकि तीन दारोगा की रिपोर्ट आईजी रेंज को भेजी गई है.
आनंद कुलकर्णी, एसएसपी

वाराणसी: योगी सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़े रुख अपना लिए हैं. सरकार ने बीते दिनों भ्रष्ट और काम में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों को समय से पहले सेवानिवृत करने के आदेश जारी किए थे. इसी आदेश के अनुपालन में काशी में 22 भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को जबरन सेवानिवृत्ति दे दी गई, जबकि तीन दारोगा को नोटिस जारी किया गया है.

जानकारी देते एसएसपी.

योगी सरकार की सख्ती से यूपी पुलिस में मची खलबली

  • वाराणसी में पुलिस विभाग के आला अधिकारियों ने एक लिस्ट तैयार की.
  • लिस्ट में उन पुलिसकर्मियों के नाम शामिल किए गए, जो ड्यूटी पर रहते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए.
  • लिस्ट में उन पुलिसकर्मियों को भी शामिल किया गया, जिन पर मुकदमा चल रहा था या उन पर काम में लापरवाही बरतने का आरोप था .
  • लिस्ट में आला अधिकारियों 22 कॉन्स्टेबल और तीन सब इंस्पेक्टर के नाम शामिल किए थे.
  • 22 कॉन्स्टेबल को अनिवार्य सेवानिवृत्ति का नोटिस भेज दिया गया है.
  • तीन दारोगा को भी की रिपोर्ट आईजी को भेज दी गई है. उन पर जल्द ही कार्रवाई हो सकती है.

कामकाज में अक्षम और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे पुलिसकर्मियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए स्क्रीनिंग करने का निर्देश प्रदेश सरकार की तरफ से जारी किया गया था. यह आदेश जून के महीने में मिला था. जिसके आधार पर 31 मार्च 2019 को 50 वर्ष से अधिक की आयु पूरी कर चुके पुलिसकर्मियों को चिह्नित कर उनकी लिस्ट तैयार करते हुए डीजीपी कार्यालय को भेजी थी. इस पर शासन स्तर से मिले निर्देश के बाद एक टीम गठित की गई थी और अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए जिले के 22 सिपाही समेत तीन दारोगा को चिन्हित किया गया, जिनमें से 22 कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल को सेवानिवृत्त की नोटिस जारी कर दी गई है, जबकि तीन दारोगा की रिपोर्ट आईजी रेंज को भेजी गई है.
आनंद कुलकर्णी, एसएसपी

Intro:वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्ट अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ काफी कड़े रुख अपना चुके हैं यही वजह है कि उन्होंने बीते दिनों भ्रष्ट और काम में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों को समय से पहले सेवानिवृत करने के आदेश जारी किए थे, जिसके बाद आज पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पुलिस के आला अधिकारियों ने इस आदेश का पालन करते हुए वाराणसी में उन पुलिसकर्मियों के लिस्ट तैयार की थी जो ड्यूटी पर रहते हुए भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त पाए गए थे और जिन पर मुकदमा दर्ज कर जांच चल रही थी इसके अलावा काम में लापरवाही समेत अन्य कई गंभीर मामलों में दोषी रहे. पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही करते हुए 22 कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल समेत तीन सब इंस्पेक्टर को समय से पहले रिटायर्ड करने की कार्रवाई की गई है.


Body:वीओ-01 इस बारे में एसएसपी वाराणसी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि कामकाज में अक्षम और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे पुलिस कर्मचारियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए स्क्रीनिंग करने का निर्देश प्रदेश सरकार की तरफ से जारी किया गया था यह आदेश जून के महीने में मिला था. जिसके आधार पर 31 मार्च 2019 को 50 वर्ष से अधिक की आयु पूरी कर चुके पुलिसकर्मियों को चिह्नित कर उनकी लिस्ट तैयार करते हुए डीजीपी कार्यालय को भेजी थी. इस पर शासन स्तर से मिले निर्देश के बाद एक टीम गठित की गई थी और अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए जिले के 22 सिपाही समेत 3 दरोगा को चिन्हित किया गया जिनमें से 22 कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल स्कोर सेवानिवृत्त की नोटिस जारी कर दी गई है, जबकि 3 दरोगा की रिपोर्ट आई जी रेंज को भेजी गई है.


Conclusion:वीओ-02 फिलहाल पुलिस महकमे में इतनी बड़ी कार्यवाही के बाद वाराणसी में हड़कंप मचा हुआ है.

बाइट- आनंद कुलकर्णी, एसएसपी, वाराणसी

गोपाल मिश्र

9839809074
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.