वाराणसी: मुख्तार गैंग का एक और हिस्ट्रीशीटर अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ा है. इसने आपराधिक मुकदमे छिपाकर शस्त्र लाइसेंस बनवाया था. इसके ऊपर यूपी में अलग-अलग जिलों में 2 दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं.
वाराणसी पुलिस ने इंटरस्टेट गैंग मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी के इंटरस्टेट गैंग के एक अपराधी को पकड़ा है. पुलिस की गिरफ्त में आया परवेज अहमद मुख्तार अंसारी गैंग के सदस्य भाई मेराज का भांजा है. वह मामा के साथ मुख्तार अंसारी के लिए काम करता था. वाराणसी के एसपी सिटी विकास चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि परवेज मूल रूप के गाजीपुर का रहने वाला है, जो वाराणसी के नदेसर में रहता था.
एसपी सिटी ने बताया कि इसने फरार अपराधी मेराज अहमद को शरण दिया और भगाने में सहयोग किया था. अभियुक्त परवेज थाना कैंट का मजारिया हिस्ट्रीशीटर है. इसके विरुद्ध वाराणसी, जौनपुर के विभिन्न थानों पर दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं.
उन्होंने बताया कि मुख्तार के गैंग से शामिल होकर इसने कई जघन्य अपराध किये. इसके अलावा इसने अपनी आपराधिक हिस्ट्री को छिपाकर कैंट थाने से 4 शस्त्र लाइसेंस बनवाए थे, जिसे जांच के बाद निरस्त कर दिया गया है. ये इन्हीं लाइसेंसी असलहों से माफिया मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी के लिए काम करता था. ये कैंट थाने का हिस्ट्रीशीटर है जो फरार चल रहा था.