वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी. स्वच्छता अभियान को गति देने के लिए जिले के नगर निगम प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया जा है. इसके तहत 15 दिन तक लोगों को सूखा, गीला व हानिकारक कचरा अलग करने के बारे में बताया जाएगा. इसके बाद भी अगर लोगों में सुधार नहीं होता है तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा, जिससे शहर को स्वच्छ बनाया जा सके.
शहर को साफ-सुथरा बनाने को लेकर गत दिनों कमिश्नरी सभागार में नगर निगम व सफाई की अनुबंधित कंपनी एजी एनवायरों के अफसरों के साथ एक बैठक भी की जा चुकी है, जिसमें यह तय किया गया था कि शहर में कचरे के नाम पर सार्वजनिक स्थानों पर एक तिनका भी नजर न आए.
नगर निगम प्रशासन की तरफ से निर्णय लिया गया है कि कूड़े का उठान तीन चरणों में सुबह 6 बजे से किया जाएगा. पहले चरण में वरुणा पार जोन, दूसरे में दशाश्वमेध व भेलूपुर जोन और तीसरे चरण में कोतवाली और आदमपुर जोन में कूड़ा उठान होगा. कूड़े के उठान के लिए नगर निगम के कर्मचारी सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक घर-घर सीटी बजाते हुए कूड़ा उठाएंगे.
इस संबंध में वाराणसी नगर निगम के अपर नगर आयुक्त देवीदयाल शर्मा ने बताया कि पिछले दिनों नगर निगम प्रशासन की कंपनी के साथ हुए बैठक हुई थी, जिसमें कूड़ा उठान के संदर्भ में एक योजना बनाई गई है. इसके तहत तय किया गया कि घरों में लोगो को तीन डिब्बे खुद खरीद कर रखने होंगे, जिसके रंग अलग-अलग होंगे. नीले रंग के डिब्बे में सूखा, हरे रंग के डिब्बे में गीला और वहीं काले रंग के डिब्बे में हानिकारक कचरा रखना होगा. इसके लिए नगर निगम पहले 15 दिन लोगों को सूखा, गीला व हानिकारक कचरा अलग-अलग करने के बारे में बताया जाएगा. इसके बाद भी सुधार न होने और उल्लंघन करने वाले लोगों पर जुर्माना लगाया जाएगा.