वाराणसी: इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस (IRAD) में वाराणसी जिले को उत्तर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है. आए दिन हो रहे सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने नई कवायद शुरू की है. केंद्र सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनआईसी (NIC) के साथ मिलकर एकीकृत सड़क सुरक्षा डाटा बेस तैयार करने के लिए ऐप विकसित किया है.
इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस आई रेड ऐप पर जिले में होने वाली दुर्घटनाओं का विवरण दर्ज किया जाएगा. इसका अध्ययन आईआईटी मद्रास के विशेषज्ञ करेंगे. जिसके आधार पर हादसों पर रोक लगाने की योजना तैयार की जाएगी. इस ऐप के लिए परिवहन विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारियों अपर पुलिस उपायुक्त यातायात विकास कुमार, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी प्रसन्न पांडे और ARTO प्रशासन सर्वेश चतुर्वेदी के निर्देशन में रोल आउट मैनेजर चन्द्रकांत तिवारी द्वारा समस्त थानाध्यक्ष और प्रभारी निरीक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है.
आई रेड ऐप पर अपलोड करनी होगी सड़क हादसे से जुड़ी जानकारी
दुर्घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचने वाले पुलिस कर्मी को ऐप पर हादसे से जुड़ी जानकारी जैसे हादसे की तारीख, समय, दुर्घटना, स्थल संबंधित वाहन, दुर्घटना का संभावित कारण आदि अपलोड करना होगा. ऐप पर अपलोड होते ही ये पूरा विवरण स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग और NHAI और PWD के पास पहुंच जाएगा. इसके बाद संबंधित विभाग इस मामले में अपने-अपने स्तर से कार्रवाई करेंगे. इस ऐप में संबंधित विभागों का पूर्व में उपलब्ध डाटाबेस और वाहन का रजिस्ट्रेशन, ड्राइविंग लाइसेंस, CCTNS, स्वास्थ्य, राजमार्ग डेटाबेस को इंटीग्रेटेड किया गया है. जिससे इनका उपयोग करके प्रभावी रूप से दुर्घटना का समुचित विवरण दर्ज हो सके और उसके आधार पर निवारण हेतु प्रभावी कार्रवाई की जा सके.