वाराणसी: शुक्रवार को इस पाक महीने का चौथा जुमा यानी अलविदा हो गया. सभी मुस्लिम भाइयों ने मस्जिद में जाकर नमाज अदा की साथ ही देश की तरक्की के लिए अमन-चैन की दुआ मांगी. ईद का दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे बाजारों से लेकर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में रौनक बढ़ती जा रही है, लेकिन इन सबके बीच सबसे महत्वपूर्ण हो जाता है ईद पर सेवइयों का रिश्तों में मिठास घोलना.
वाराणसी का भदऊ चुंगी स्थित सेवई मंडी का अपना अलग ही महत्व है. यह इलाका सेवई बनाने के लिए जाना जाता है, यहां की बनी हुई सेवइयों की मांग प्रदेश ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात समेत कई प्रदेशों में होती है. कारोबारी बताते हैं कि उनका यह कारोबार पिछले 50 सालों से जारी है. जो सेवई बनाने के लिए ही नहीं बल्कि हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है.
क्या है यहां की सेवई की खासियत
- सेवई की प्रसिद्धि के लिए शहर का भदऊ चुंगी स्थित सेवई मंडी इलाका जाना जाता है
- हिंदू-मुस्लिम एकता की प्रतीक है यहां की सेवई
- हिंदू भाई करते हैं सेवई का कारोबार
- एक-दूसरे के बिना अधूरा रहता है त्योहार
- यूपी में ही नहीं, कई अन्य प्रदेशों में भी यहां की सेवई की भारी मांग है
- 50 सालो से अधिक समय से हो रहा है सेवई का कारोबार
- यहां की सेवई की बनावट रोजेदारों को आकर्षित करती है