वाराणसी: इस बार भी काशी में देव दीपावली की धूम नजर आ रही है. होटलों से लेकर नाव तक सभी बुक हो चुके हैं. इस बार 8 लाख से अधिक पर्यटकों के काशी आने की उम्मीद है. इस बार देव दीपावली राजकीय मेला घोषित होने पर और भी भव्य आयोजन होना है. इसे देखते हुए लोग काशी में एडवांस बुकिंग करा रहे हैं. ऐसे में अगर आप भी काशी की देव दीपावली देखने के लिए आना चाहते हैं और होटल-नाव की बुकिंग अभी नहीं करा सके हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. वाराणसी में अभी भी 10 से 15 फीसदी होटलों में कमरे खाली हैं. इसके साथ ही घाटों पर नाव 500 से 2000 रुपये तक मिल जाएगी.
काशी में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर बनने के बाद से यहां पर पर्यटकों के आने के संख्या काफी बढ़ी है. इसके साथ ही वाराणसी में स्थित अन्य पर्यटन स्थलों का भी नवीनीकरण और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है, जिससे कि पर्यटक और भी अधिक आकर्षित हों और काशी में आएं. ऐसे ही देव दीपावली को लेकर सरकार और प्रशासन की ओर से तैयारियां की जा रही हैं. इस बार देव दीपावली को और भी भव्य तरीके से मनाने की तैयारी की जा रही है. इसके चलते काशी में होटल्स, नाव, गाड़ियों की बुकिंग काफी तेजी से हो रही है. वे लोग जो काशी में आना चाह रहे हैं और उन्होंने होटल्स की बुकिंग या नाव की बुकिंग नहीं की है तो उनके पास अभी भी विकल्प बचा हुआ है.
इस तरीके से कर सकते हैं होटल और नाव की बुकिंग
वाराणसी के होटल कारोबारी बताते हैं कि देव दीपावली को लेकर 80 से 90 फीसदी तक की बुकिंग हो चुकी है. ऐसे में वे लोग जो अभी काशी आना चाहते हैं और होटलों की बुकिंग नहीं करा सके हैं, वे ऑनलाइन बुकिंग करा सकते हैं. उसके लिए ऑथराइज्ड वेबसाइट्स और ट्रैवेल कंपनियों की मदद ले सकते हैं. ट्रैवेल कंपनियों द्वारा गाड़ियों, होटल व नावों की बुकिंग की जा सकती है. वहीं जो लोग गंगा जी में घूमना चाहते हैं, उनके लिए सामान्य नाव आसानी से मिल जाएगी. शेयरिंग के साथ ही घंटे के हिसाब से नाव मिल जाएगी. इसका रेट 500 से 2000 रुपये तक है. नाव के माध्यम से देव दीपावली पर आने वाले लोग घाट पर आरती और कार्यक्रमों का आनंद ले सकते हैं.
इस बार लगभग 300 करोड़ तक का हुआ कारोबार
देव दीपावली पर होटलों की बुकिंग के कारोबार की बात करें तो इस बार काफी संख्या में होटल्स बुक हुए हैं. वे बताते हैं कि इस बार करीब 200 से 300 करोड़ का कारोबार हुआ है. लोगों का आना-जाना, रुकना, खाना-पानी लगातार जारी है. अगर होटलों की 100 फीसदी बुकिंग हो जाती है तो लगभग 500 करोड़ का कारोबार हो जाएगा. अगर पिछली बार के आंकड़ों की बात करें तो इस बार भी लगभग वही कारोबार हुआ है. हालांकि, होटल कारोबारियों का ये भी कहना है कि बुकिंग करने वाले पर्यटक कभी-कभी कुछ पैसे एडवांस में देते हैं तो कभी विजिट के बाद देते हैं. ऐसे में कुछ बुकिंग्स कैंसिल भी हो जाती हैं. लेकिन, कारोबार इस बार भी अच्छा हो रहा है.
7 से 8 लाख तक के आस-पास टूरिस्ट आने की उम्मीद
पर्यटन उपनिदेशक आरके रावत बताते हैं कि देव दीपावली के दिन लगभग 90 फीसदी होटल बुक हैं. आज की तारीख में सभी अच्छे होटल फुल हो चुके हैं. उस तारीख में रूम मिलना बहुत मुश्किल है. इसी तरह नाव आदि की बुकिंग भी फुल चल रही है. देव दीपावली के दिन बनारस के साथ-साथ अन्य जिलों से बोट मंगाई जाती है. इसकी बहुत डिमांड है. उम्मीद यही है कि 7 से 8 लाख तक के आस-पास टूरिस्ट इस महोत्सव को देखने के लिए आएंगे. इसमें बनारस और आस-पास के जिलों के लोग होंगे. बहुत से पर्यटक साउथ से भी आते हैं. यह एक स्थापित त्योहार है. हर व्यक्ति इस दिन बनारस में दर्शन करना चाहता है. कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग करना चाहते हैं. बीते साल से अधिक टूरिस्ट होंगे.
बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन चुका है काशी
उत्तर प्रदेश सरकार लगातार सब्सिडी के जरिए स्टार्टअप इंडिया को प्रमोट कर लोगों को नए-नए व्यापार शुरू करने के लिए प्रेरित कर रही है. इसका असर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देखने को मिल रहा है. वर्तमान समय में वाराणसी देश का एक बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन चुका है. वाराणसी में थ्री स्टार, फोर स्टार और फाइव स्टार होटल भी बन रहे हैं. आने वाले समय में ये होटल बड़ा रूप ले लेंगे. इस बार सावन महीने में होटल कारोबार में तेजी से उछाल देखने को मिला. श्री काशी विश्वनाथ दर्शन करने और काशी घूमने आने वाले सैलानियों से वाराणसी के लगभग सभी होटल फुल हो चुके थे. बड़े होटलों में कमरे नहीं मिल रहे थे. 1500 रुपये में कोई भी कमरा नहीं मिल रहा था.
घरेलू पर्यटन में पहले स्थान पर है वाराणसी
वाराणसी देश की सांस्कृतिक राजधानी है. ऐसे में यह उत्तर प्रदेश में पर्यटन का बहुत बड़ा केंद्र बनता जा रहा है. यहां केवल देश से ही नहीं बल्कि, विदेशों से भी पर्यटक आ रहे हैं. पर्यटन विभाग के अनुसार, प्रतिदिन वाराणसी आने वाले पर्यटकों की संख्या 2.5 लाख से 3 लाख पहुंच चुकी हैं, जोकि बीते सालों की तुलना में कहीं ज्यादा है. वहीं, सावन के महीने में काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए 1.6 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे थे. घरेलू पर्यटन के मामले में सबसे आगे काशी है. साल 2022 में 7.12 करोड़ से ज्यादा लोग यहां पहुंचे थे. वहीं, प्रयागराज में 2.55 करोड़, अयोध्या में 2.39 करोड़ और वृंदावन में 1.76 करोड़ लोग पहुंचे थे. वाराणसी घरेलू पर्यटन के मामले में पहले स्थान पर आ चुका है.
देव दीपावली राजकीय मेला घोषित
काशी के अर्द्धचंद्राकार घाटों पर सजने वाले देव दीपावली की पहचान अब प्रदेश के मेले के रूप में होगी. प्रदेश सरकार ने देवताओं के उत्सव देव दीपावली को राजकीय मेला घोषित कर दिया है. इस फैसले के बाद इस आयोजन की भव्यता बढ़ जाएगी. सरकार के इस फैसले के बाद देव दीपावली के आयोजन पर होने वाला खर्च नगर विकास विभाग उठाएगा. मेला स्थलों पर सड़क, बिजली, शौचालय और आश्रय स्थल जैसी सुविधाओं का विकास अब आसानी से हो सकेगा. इस मेले का आयोजन जिलाधिकारी के प्रबंधन में किया जाएगा. देव दीपावली को राजकीय मेला घोषित करने का प्रस्ताव वाराणसी जिला प्रशासन ने 24 घंटे पहले भेजा था.
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