वाराणसी: साइबर क्राइम थाना पुलिस ने इनकम टैक्स से बचने के नाम पर इन्श्योरेंस पालिसी की धोखाधड़ी करने वाले तीन अंतरराज्यीय अपराधियों को गुरुवार को नई दिल्ली से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक गाड़ी और कई फर्जी कागजात भी बरामद किए हैं.
प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना विजय नारायण मिश्र के अनुसार शिवपुर थाना क्षेत्र के तरना निवासी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने वाराणसी साइबर क्राइम पुलिस को बताया था कि खुद को एसबीआई का अधिकारी बताकर एक व्यक्ति ने उनसे कुछ दिन पहले संपर्क किया था. इसके बाद एसबीआई लाईफ इंश्योरेंस पालिसी के बारे में उसे जानकारी दी. उसने अच्छी पालिसी देने व इनकम टैक्स से बचने के उपाय बताए. साथ ही अपने दिल्ली के पते पर 7 लाख 345 रुपये का चेक मंगवा लिया. शैलेंद्र ने रुपये भेजे तो उन्हें जालसाजी का अहसास हुआ.
इसके तुरंत बाद उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई. मामले की जांच एसआई सतीश सिंह व हेड कांस्टेबल रविकांत जायसवाल को सौंपी गई. इसके बाद इलेक्ट्रानिक सर्विलांस, सीडीआर एनालिसिस व अन्य साइबर तकनीकी का साक्ष्यों का संकलन किया गया. इसके बाद तीनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि सभी लोगों को इन्श्योरेंस सेक्टर का अनुभव है.
सभी लोग कई कंंपनियों में काम कर चुके हैं. लेकिन उन्हें वहां अधिक पैसा नहीं मिलता है. इसलिए सभी ने मिलकर बदरपुर में सिब्बल सिनेमा के पास एक किराए का कमरा लेकर फर्जी कॉल सेंटर शुरू कर दिया गया. आरोपियों ने बताया कि पहले वह सभी कॉल सेंटर में काम करते थे. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम रियाज मूल निवासी नई दिल्ली के जामिया नगर के बटला हाउस गली नम्बर छह, दूसरे आरोपी ने अपना नाम मो. अरशद अंसारी तीमारपरु थाना क्षेत्र के वजीराबाद के अपोजिट रामघाट का बताया और तीसरे आरोपी ने अपना नाम रजनीश सिंह दक्षिणी दिल्ली के प्रहलादपुर पुल का निवासी बताया.
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