वाराणसी: भारत में कोरोना वायरस के बढ़ रहे प्रकोप को काबू में करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से रविवार को जनता कर्फ्यू की अपील के बाद प्रदेश सरकार ने 16 जिलों को लॉकडाउन कर दिया है. इनमें पीएम का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी शामिल है. जहां लॉकडाउन के बाद पब्लिक एक तरफ जहां बेफिक्र नजर आ रही है, वहीं दूसरी तरफ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी अब काफी सख्ती बरतते दिखाई दे रहे हैं. सड़कों पर पुलिस की कड़ाई देखने को मिल रही है और लोगों को बेवजह सड़कों पर न घूमने और घरों में रहने की अपील की जा रही है. वहीं लॉकडाउन के बाद हमेशा गुलजार रहने वाले गंगाघाट भी सन्नाटे में है.
प्रदेश सरकार की तरफ से वाराणसी को लॉकडाउन किए जाने के बाद बनारस में प्रवेश करने वाले दूसरे जिलों की सीमाओं को भी पूरी तरह से सील कर दिया गया है. विशेष परिस्थिति में ही दूसरे जिलों से या दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को शहर में आने की परमिशन दी जा रही है. मुगलसराय से रामनगर होते हुए शहर में आने वाले रास्ते पर पुलिस की विशेष टीमें लगाई गई हैं, क्योंकि यही रास्ता पश्चिम बंगाल और बिहार झारखंड को कनेक्ट करता है.
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इस सीमा पर पूरी तरह से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और बहुत विशेष परिस्थितियों में ही शहर आने वाले लोगों को बनारस में प्रवेश की इजाजत पुलिस दे रही है. बीमार वृद्ध या फिर अन्य परिस्थितियों में लोगों को शहर में आने दिया जा रहा है. जबकि बाकी लोगों को बॉर्डर से ही लौटा दिया जा रहा है. शहर में भी जबरदस्त तरीके से अलग-अलग स्पॉट पर बैरिकेडिंग कर बेवजह घूम रहे लोगों को वापस उनके घरों में जाने की गुजारिश पुलिसवाले करते दिखाई दे रहे हैं.