वाराणसी: केंद्र सरकार की तरफ से बेटियों के विकास और उनको पढ़ाने से लेकर उन्हें बेहतर भविष्य देने के उद्देश्य से कई योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है. इस क्रम में यूपी सरकार की तरफ से हाल ही में कन्या सुमंगला योजना लांच की गई है. जो बेटी के जन्म से लेकर 12वीं पास करने के बाद ग्रेजुएशन में दाखिले तक अलग-अलग क्षेत्रों में आर्थिक सहायता देने का काम कर रही है.
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कन्या सुमंगला योजना के तहत वाराणसी दूसरे नंबर पर
मुख्यमंत्री योगी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को अधिकारी हर जिले में ऊपर रखने का पूरा प्रयास कर रहे हैं. लेकिन अब तक कई जिलों में रजिस्ट्रेशन की संख्या बेहद कम होने से इस योजना की सफलता को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
इन सबके बीच पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रदेश सरकार की योजना का जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है. इस योजना को लेकर वाराणसी टॉप टू में शामिल हो चुका है. जिसे अब नंबर वन करने की तैयारी की जा रही है.
पढ़ाई के साथ ही बेटियों को मिलेगी नई पहचान
इस योजना में छह अलग-अलग चरणों में बेटी के पैदा होने से लेकर 12वीं पास करने के बाद ग्रेजुएशन में दाखिले तक 6 किस्तों में 15,000 रुपये तक का भुगतान आर्थिक सहायता के रूप में दिया जाएगा.
जिसमें जन्म होने पर 2000 रुपये, 1 वर्ष के होने पर टीकाकरण के लिए 1000 रुपये, कक्षा एक में दाखिले पर 2000 रुपये, छठवीं कक्षा में प्रवेश पर 2000 रुपये, नौवीं कक्षा में प्रवेश पर 3000 रुपये और 12वीं पास करने के बाद स्नातक में प्रवेश पर 5000 रुपये का भुगतान किया जाना है.
जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने कहा
इस योजना के लॉन्च किए जाने के बाद इसे ऑनलाइन किया जा चुका है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराए जाने के मामले में हर जिले अपने-अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं. लेकिन बनारस रजिस्ट्रेशन के मामले में इस समय नंबर दो पर चल रहा है. नंबर एक पर हरदोई है. जो अब तक 12000 रजिस्ट्रेशन करवाए हैं जबकि वाराणसी में साढ़े आठ हजार से ज्यादा रजिस्ट्रेशन किए जा चुके हैं.