वाराणसी: उत्तर प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए लगातार अभियान चला रही है. इसके लिए कई शिकायत नंबर भी जारी किए गए हैं, फिर भी रिश्वत लेने से सरकारी कर्मचारी बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला बुधवार को वाराणसी के राजातालाब तहसील से आया है. जहां लेखपाल को रिश्वत लेते वाराणसी एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया. इसके बाद रोहनिया थाने में मुकदमा दर्ज कराकर लेखपाल को जेल भेज दिया गया.
मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के बरकी निवासी मनीष सिंह की शिकायत पर वाराणसी एंटी करप्शन टीम राजातालाब फ्लाईओवर के नीचे पहुंची थी. जहां टीम ने बरकी राजातालाब के लेखपाल राजेंद्र कुमार निवासी चिउरापुर बड़ागांव को 10 हजार रुपये रिश्वत के साथ रंगे हाथों दबोच लिया. लेखपाल की गिरफ्तारी की सूचना पर तहसील परिसर में हड़कंप मच गया. रोहनिया थाने में लेखपालों का जमावड़ा लग गया.
बरकी कपसेठी निवासी मनीष सिंह ने बताया कि उसकी जमीन की पैमाइश के लिए बरकी राजातालाब राजेंद्र कुमार ने 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी. रिश्वत न देने पर लेखपाल ने पैमाइश करने से मना कर दिया था. इस मामले की शिकायत मनीष ने वाराणसी एंटी करप्शन टीम से की थी. लेखपाल ने मनीष को राजातालाब फ्लाईओवर के नीचे जंसा मार्ग पर बुलाया था. जहां मनीष की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने मौके पर पहुंचकर लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया. एंटी करप्शन टीम ने इस मामले में रोहनिया थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (7) के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लेखपाल को जेल भेज दिया. गिरफ्तार करने वाली टीम में निरीक्षक टीम प्रभारी अजीत सिंह, निरीक्षक नीरज सिंह, निरीक्षक अशोक सिंह, मुख्य आरक्षी सुमित भारती व आरक्षी विनोद, आशीष, अजय, विपिन व अश्वनी शामिल थे.
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