वाराणसी: कोरोना काल में गर्भवती महिलाओं और शिशुओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग उसको लेकर के काफी सजग है और अपनी तरफ से हर संभव कोशिश कर रहा है. अगस्त महीने में वाराणसी जिले में शिशुओं के टीकाकरण की दर काफी घट गई थी, परंतु स्वास्थ्य विभाग ने कड़ी मेहनत कर टीकाकरण की दर को बढ़ा दिया है. इससे ज्यादा से ज्यादा संख्या में शिशु का टीकाकरण किया जा रहा है. जिससे वह तमाम बीमारियों से सुरक्षित रहें.
70 प्रतिशत से ऊपर पहुंची टीकाकरण की दर
10 महीने में टीकाकरण के परिणाम में वाराणसी सबसे पिछड़ा जिला था. अगस्त महीने में 25.54 फीसदी ही बच्चों का टीकाकरण हुआ था. लेकिन, स्वास्थ्य महकमे के प्रयास से वाराणसी मंडल में जन्म से एक साल तक के बच्चों की टीकाकरण की दर इस महीने 45.10 फीसदी से बढ़कर 70.60 तक पहुंच गई है.
बच्चों के स्वास्थ्य के लिए टीकाकरण जरूरी
डॉ अनिल गुप्ता ने बताया कि टीकाकरण बच्चों के सेहत के लिए बेहद जरूरी है. समय-समय पर बच्चों को टीका लगवाने से पोलियो, खसरे इत्यादि से होने वाली खतरनाक बीमारियों से बचाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि यदि समय से टीका नहीं लगाया जाता तो बच्चों में कई तरह की बीमारियां पनपने की संभावना रहती है.