वाराणसी: कोरोना की लहर को रोकने के लिए लगातार टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में 3 जनवरी से 15-18 वर्ष के किशोरों के लिए महा-टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई, जिससे बच्चों को तीसरी लहर से बचाया जा सके और शत-प्रतिशत किशोर-किशोरियों को कोविड की डोज लगाई जा सके. इसको लेकर जनपद में लगभग 200 से ज्यादा केंद्रों पर महाटीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. इसके साथ ही 14 और 15 जनवरी को वृहद टीकाकरण अभियान चलाकर ज्यादा से ज्यादा संख्या में किशोरों को कोविड-19 का पहला डोज लगाया जाएगा. अब तक जनपद में 93 हजार से ज्यादा किशोरों को कोविड का टीका लगाया जा चुका है.
उत्साहित हैं किशोर
कोरोना वायरस से बचने के लिए लगातार टीकाकरण अभियान पर जोर दिया जा रहा है और इसी क्रम में किशोरों को प्रिकॉशनरी डोज लगाने की शुरुआत भी की जा चुकी है. वैक्सीनेशन को लेकर के किशोरों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. ईटीवी भारत से बातचीत में किशोरों ने बताया कि वैक्सीनेशन को लेकर वह काफी उत्साहित हैं, क्योंकि यह उनको कोविड की तीसरी लहर से बचाएगा. बच्चों ने बताया कि स्कूलों में और जगह-जगह यह अवेयर किया जा रहा है कि टीकाकरण जरूरी है और हम सब इसको लेकर खासा उत्साहित हैं.
इसे भी पढ़ें- अस्पतालों में ठप हैं बच्चों का सामान्य टीकाकरण, कोरोना की तीसरी लहर का पड़ सकता है असर !
16 जनवरी तक पहली डोज पूरा कराने का लक्ष्य
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संदीप चौधरी ने बताया कि 3 जनवरी से 15-18 वर्ष के किशोरों के टीकाकरण अभियान की शुरुआत की जा चुकी है. अब तक जिले में 93 हजार 239 यानि लगभग 36.2 प्रतिशत किशोरों को टीका लगाया जा चुका है. हमारा लक्ष्य है कि 16 जनवरी तक हम जिले में सभी किशोरों को कम से कम पहली डोज लगवा दें. उन्होंने बताया कि इस अभियान में तेजी लाने के लिए लगभग 500 से ज्यादा सत्रों में और 200 से अधिक केंद्रों पर टीकाकरण महाअभियान चलाया जा रहा है, जिसमें किशोरों के साथ-साथ, युवाओं को भी पहली दूसरी डोज लगाई जा रही है. प्रिकॉशनरी डोज लगाने के लिए भी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं.