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जुमे की नमाज के लिए UP पुलिस अलर्ट, काशी धर्म परिषद ने की शांति बनाए रखने की अपील

बीते दिनों 3 और 10 जून को जुमे की नमाज के दिन प्रदेश के कई जिलों में हुई हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन सतर्क है. दुबारा इस प्रकार की घटना न हो इसके लिए वाराणसी पुलिस और काशी धर्म परिषद ने शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.

जुमे की नमाज के लिए UP पुलिस अलर्ट
जुमे की नमाज के लिए UP पुलिस अलर्ट
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Published : Jun 15, 2022, 10:02 PM IST

वाराणसी/सहारनपुर : बीते दिनों 3 और 10 जून को प्रदेश के कई जिलों में हुई हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है. अगले शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज के दिन पूर्व की भांति हिंसात्मक गतिविधियों की पुनारावृत्ति न हो इसके लिए वाराणसी कमिश्नरेट ने कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए है. सोशल मीडिया पर फैल रही भ्रामक और भड़काऊ पोस्ट की निगरानी करने के लिए वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने साइबर सेल को अलर्ट पर रखा है.

इसी कड़ी में पिछली घटनाओं से सबक लेकर सहारनपुर जिला प्रशासन ने भी आवाम से शांति बनाए रखने की अपील की है. बुधवार की शाम को सहानपुर की मेयर संजीव वालिया की अध्यक्षता में जामा मस्जिद के आस-पास क्षेत्रों के पार्षदों और सभी धर्मों के गणमान्य लोगों की बैठक आयोजित की गई. बैठक में शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने पर विचार किया गया.

काशी धर्म परिषद ने की शांति बनाए रखने की अपील
काशी धर्म परिषद ने की शांति बनाए रखने की अपील

पुलिस कमिश्नर ने सोशल मीडिया की निगरानी के लिए टीमें गठित करके आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं. पुलिस कमिश्नर ने थाना स्तर की पुलिस को भी अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में सक्रिय रहकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर निगरानी करने के लिए कहा है. पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने आदेश दिया कि सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सौहार्द एवं शांति व्यवस्था को प्रभावित करने संबंधी पोस्ट करने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई करें.

पुलिस कमिश्नर ने आम जनता से की ये अपील

  • सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किसी प्रकार की राष्ट्र विरोधी/धार्मिक कट्टरपंथी अथवा समाजिक उन्माद फैलाने वाली पोस्ट न करें और न ही शेयर करें.
  • किसी भी असत्य व अपूर्ण जानकारी को बिना जांचे-परखे फॉरवर्ड न करें.
  • कोई खबर सोशल मीडिया से प्राप्त होती है, तो उसके संबंध में अपने स्तर से Facts Check करते ही आगे फॉरवर्ड करें.
  • वायरल खबर को किसी भी अन्य व्यक्ति को सोशल मीडिया के माध्यम से फॉरवर्ड न करें.
  • यदि किसी व्यक्ति को कोई वायरल खबर प्राप्त होती है, तो तत्काल नजदीकी पुलिस स्टेशन/जनपदीय साइबर सेल को बताएं.
  • ऐसे प्रत्येक पोस्ट/गतिविधि पर पुलिस/प्रशासन की लगातर नजर है. आप किसी के अनावश्यक/भ्रामक बातों से प्रभावित होकर या भावनाओं में बहकर किसी प्रकार से अराजक तत्वों का समर्थन न करें.

काशी धर्म परिषद ने की शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील
शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज के दिन शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए काशी धर्म परिषद ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की. मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी की अपील पर धर्म परिषद बुलाई गई थी. काशी धर्म परिषद की बैठक के केंन्द्रीय धर्माधिकारियों ने संयुक्त रूप से प्रस्ताव पारित किया कि मुस्लिम धर्मगुरु अफवाहों को फैलने से रोके.
काशी धर्म परिषद के संतों ने महंत बालक दास के नेतृत्व में अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था सुभाष चन्द्र दुबे को शुक्रवार को जुमे की नमाज के दिन शांति व्यवस्था बनाये रखने के सन्दर्भ में ज्ञापने सौंपा. अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था को सौंपे गए पत्र में कहा गया है कि पिछले दिनों कई जनपदों में शुक्रवार के दिन हुई जुमे की नमाज के बाद नमाजियों द्वारा हिंसा की गई. इस बात से काशी धर्म परिषद का संत समाज बहुत आहत है.


काशी धर्म परिषद के धर्माधिकारियों की अपील

  • PFI व अन्य हिंसक संगठन, जो धर्म के नाम पर हिंसा फैलाते हैं. मुस्लिम धर्मगुरू उस पर भी पैनी नजर रखें और मुस्लिम नौजवानों को उनसे जुड़ने से रोकें.
  • शुक्रवार को जुमे की नमाज के समय भीड़ नियंत्रण की जिम्मेदारी मुस्लिम समाज के धर्मगुरू एवं मस्जिदों के कार्यकर्ता स्वयं लें.
  • काशी से सभी धर्मों के लोग मिलकर शांति और एकता का संदेश पूरी दुनियां को भेजें.
  • मुसलमानों को भड़काने वाले लोगों की पहचान करें, जो हिंसा भड़काकर मुसलमानों को गलत रास्ते पर ले जाते हैं.
  • मुस्लिम धर्मगुरू मस्जिद में नमाजियों की सूची बनाएं और परिचय पत्र जारी करें.
  • मुसलमानों को भड़काने वाले ऐसे धर्मगुरुओं की पहचान करें, जो हिंसा भड़काकर मुसलमानों को गलत रास्ते पर ले जाते हैं.
  • मुस्लिम धर्मगुरू अपने पैगम्बर मोहम्मद साहब के उपदेशों का ख्याल रखें और उनके द्वारा बताए गए शांति के रास्ते पर चलें.
  • मुस्लिम धर्मगुरुओं की यह बड़ी जिम्मेदारी है कि अपने समाज को शांति, अहिंसा और कानून के रास्ते पर ले जाएं.

जुमे की नमाज के लिए सहारनपुर जिला प्रशासन सतर्क
बीते शुक्रवार को प्रदेश भर में हुए बवाल के बाद सहारनपुर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. वहीं बीते दिनों हुई हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई भी जारी है. आगामी 17 जून यानी शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज के लिए जिला अधिकारी अखिलेश सिंह ने मुस्लिम समाज के सभी लोगों से अपने-अपने क्षेत्रों की मस्जिदों में नमाज अदा करने की अपील की है. उन्होंने नमाजियों से कहा कि शहर में अमन-चैन बनाए रखने में सहयोग करें.

जिलाधिकारी ने पार्षदों एवं गणमान्य लोगों को बाहर से आने वाले लोगों और शरारती तत्वों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि शहर हमारा और आपका है, हम सबको मिल-जुलकर शांति बनाए रखना है और इसे विकास की तरफ ले जाना है. गौरतलब है कि बुधवार की शाम को मेयर संजीव वालिया की अध्यक्षता में जामा मस्जिद के आस-पास क्षेत्रों के पार्षदों और सभी धर्मों के गणमान्य लोगों की बैठक आयोजित की गई थी.

बैठक के दौरान जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा कि नूपूर शर्मा ने बयान दिल्ली में दिया है. जिस पर संबंधित पार्टी ने उन्हें पार्टी से निकाल भी दिया है. सरकार ने उनके विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई है. इसलिए नूपूर के बयान को लेकर सहारनपुर में प्रदर्शन का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन पिछली घटना से सबक लेकर आगामी अवसरों एवं जुमे की नमाज के मौके पर पूरी सतर्कता बरतेगा.

इसे पढ़ें- नमाजियों को स्वामी चिदानंद की सीख: कहा-जुम्मे की नमाज जिम्मे की नमाज बने

वाराणसी/सहारनपुर : बीते दिनों 3 और 10 जून को प्रदेश के कई जिलों में हुई हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है. अगले शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज के दिन पूर्व की भांति हिंसात्मक गतिविधियों की पुनारावृत्ति न हो इसके लिए वाराणसी कमिश्नरेट ने कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए है. सोशल मीडिया पर फैल रही भ्रामक और भड़काऊ पोस्ट की निगरानी करने के लिए वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने साइबर सेल को अलर्ट पर रखा है.

इसी कड़ी में पिछली घटनाओं से सबक लेकर सहारनपुर जिला प्रशासन ने भी आवाम से शांति बनाए रखने की अपील की है. बुधवार की शाम को सहानपुर की मेयर संजीव वालिया की अध्यक्षता में जामा मस्जिद के आस-पास क्षेत्रों के पार्षदों और सभी धर्मों के गणमान्य लोगों की बैठक आयोजित की गई. बैठक में शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने पर विचार किया गया.

काशी धर्म परिषद ने की शांति बनाए रखने की अपील
काशी धर्म परिषद ने की शांति बनाए रखने की अपील

पुलिस कमिश्नर ने सोशल मीडिया की निगरानी के लिए टीमें गठित करके आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं. पुलिस कमिश्नर ने थाना स्तर की पुलिस को भी अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में सक्रिय रहकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर निगरानी करने के लिए कहा है. पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने आदेश दिया कि सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सौहार्द एवं शांति व्यवस्था को प्रभावित करने संबंधी पोस्ट करने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई करें.

पुलिस कमिश्नर ने आम जनता से की ये अपील

  • सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किसी प्रकार की राष्ट्र विरोधी/धार्मिक कट्टरपंथी अथवा समाजिक उन्माद फैलाने वाली पोस्ट न करें और न ही शेयर करें.
  • किसी भी असत्य व अपूर्ण जानकारी को बिना जांचे-परखे फॉरवर्ड न करें.
  • कोई खबर सोशल मीडिया से प्राप्त होती है, तो उसके संबंध में अपने स्तर से Facts Check करते ही आगे फॉरवर्ड करें.
  • वायरल खबर को किसी भी अन्य व्यक्ति को सोशल मीडिया के माध्यम से फॉरवर्ड न करें.
  • यदि किसी व्यक्ति को कोई वायरल खबर प्राप्त होती है, तो तत्काल नजदीकी पुलिस स्टेशन/जनपदीय साइबर सेल को बताएं.
  • ऐसे प्रत्येक पोस्ट/गतिविधि पर पुलिस/प्रशासन की लगातर नजर है. आप किसी के अनावश्यक/भ्रामक बातों से प्रभावित होकर या भावनाओं में बहकर किसी प्रकार से अराजक तत्वों का समर्थन न करें.

काशी धर्म परिषद ने की शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील
शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज के दिन शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए काशी धर्म परिषद ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की. मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी की अपील पर धर्म परिषद बुलाई गई थी. काशी धर्म परिषद की बैठक के केंन्द्रीय धर्माधिकारियों ने संयुक्त रूप से प्रस्ताव पारित किया कि मुस्लिम धर्मगुरु अफवाहों को फैलने से रोके.
काशी धर्म परिषद के संतों ने महंत बालक दास के नेतृत्व में अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था सुभाष चन्द्र दुबे को शुक्रवार को जुमे की नमाज के दिन शांति व्यवस्था बनाये रखने के सन्दर्भ में ज्ञापने सौंपा. अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था को सौंपे गए पत्र में कहा गया है कि पिछले दिनों कई जनपदों में शुक्रवार के दिन हुई जुमे की नमाज के बाद नमाजियों द्वारा हिंसा की गई. इस बात से काशी धर्म परिषद का संत समाज बहुत आहत है.


काशी धर्म परिषद के धर्माधिकारियों की अपील

  • PFI व अन्य हिंसक संगठन, जो धर्म के नाम पर हिंसा फैलाते हैं. मुस्लिम धर्मगुरू उस पर भी पैनी नजर रखें और मुस्लिम नौजवानों को उनसे जुड़ने से रोकें.
  • शुक्रवार को जुमे की नमाज के समय भीड़ नियंत्रण की जिम्मेदारी मुस्लिम समाज के धर्मगुरू एवं मस्जिदों के कार्यकर्ता स्वयं लें.
  • काशी से सभी धर्मों के लोग मिलकर शांति और एकता का संदेश पूरी दुनियां को भेजें.
  • मुसलमानों को भड़काने वाले लोगों की पहचान करें, जो हिंसा भड़काकर मुसलमानों को गलत रास्ते पर ले जाते हैं.
  • मुस्लिम धर्मगुरू मस्जिद में नमाजियों की सूची बनाएं और परिचय पत्र जारी करें.
  • मुसलमानों को भड़काने वाले ऐसे धर्मगुरुओं की पहचान करें, जो हिंसा भड़काकर मुसलमानों को गलत रास्ते पर ले जाते हैं.
  • मुस्लिम धर्मगुरू अपने पैगम्बर मोहम्मद साहब के उपदेशों का ख्याल रखें और उनके द्वारा बताए गए शांति के रास्ते पर चलें.
  • मुस्लिम धर्मगुरुओं की यह बड़ी जिम्मेदारी है कि अपने समाज को शांति, अहिंसा और कानून के रास्ते पर ले जाएं.

जुमे की नमाज के लिए सहारनपुर जिला प्रशासन सतर्क
बीते शुक्रवार को प्रदेश भर में हुए बवाल के बाद सहारनपुर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. वहीं बीते दिनों हुई हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई भी जारी है. आगामी 17 जून यानी शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज के लिए जिला अधिकारी अखिलेश सिंह ने मुस्लिम समाज के सभी लोगों से अपने-अपने क्षेत्रों की मस्जिदों में नमाज अदा करने की अपील की है. उन्होंने नमाजियों से कहा कि शहर में अमन-चैन बनाए रखने में सहयोग करें.

जिलाधिकारी ने पार्षदों एवं गणमान्य लोगों को बाहर से आने वाले लोगों और शरारती तत्वों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि शहर हमारा और आपका है, हम सबको मिल-जुलकर शांति बनाए रखना है और इसे विकास की तरफ ले जाना है. गौरतलब है कि बुधवार की शाम को मेयर संजीव वालिया की अध्यक्षता में जामा मस्जिद के आस-पास क्षेत्रों के पार्षदों और सभी धर्मों के गणमान्य लोगों की बैठक आयोजित की गई थी.

बैठक के दौरान जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा कि नूपूर शर्मा ने बयान दिल्ली में दिया है. जिस पर संबंधित पार्टी ने उन्हें पार्टी से निकाल भी दिया है. सरकार ने उनके विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई है. इसलिए नूपूर के बयान को लेकर सहारनपुर में प्रदर्शन का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन पिछली घटना से सबक लेकर आगामी अवसरों एवं जुमे की नमाज के मौके पर पूरी सतर्कता बरतेगा.

इसे पढ़ें- नमाजियों को स्वामी चिदानंद की सीख: कहा-जुम्मे की नमाज जिम्मे की नमाज बने

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