ETV Bharat / state

यूपी एटीएस के हत्थे चढ़ा नकली नोटों का तस्कर - varanasi rahul yadav arrested

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में यूपी एटीएस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. एटीएस ने नकली नोटों का कारोबार करने वाले राहुल यादव को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने राहुल यादव पर 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था.

तस्कर राहुल यादव
तस्कर राहुल यादव
author img

By

Published : Apr 13, 2021, 2:35 PM IST

Updated : Apr 13, 2021, 3:29 PM IST

वाराणसी: नकली नोटों का कारोबार करने वाला राहुल यादव आखिरकार यूपी एटीएस के हत्थे चढ़ गया. एटीएस ने राहुल यादव को रोडवेज बस अड्डे से गिरफ्तार किया. राहुल यादव पर एक दर्जन मुकदमें दर्ज हैं, पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था.

जानें पूरा मामला
यूपी एटीएस की तरफ से जारी किए गए प्रेस नोट के मुताबिक 2 साल पहले पश्चिम बंगाल के रहने वाले बप्पा शेख को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया था. बप्पा शेख के पास से लगभग साढ़े तीन लाख के जाली नोट बरामद किए गए थे. इस मामले में बिहार के रहने वाले राहुल यादव की तलाश की जा रही थी, जिसका नाम पता बप्पा ने बताया था. राहुल यादव जाली नोटों को यूपी और बिहार में खपाता था.

बांग्लादेश के रास्ते आते थे नोट
राहुल की गिरफ्तारी के बाद उम्मीद जगी है कि यूपी और बिहार में नकली नोट के करोबार पर जल्द बड़ा खुलासा जल्द हो सकता है, क्योंकि राहुल रोडवेज अड्डे पर अपने किसी साथी से मिलने पहुंचा था. माना जा रहा है कि अभी वाराणसी समेत आसपास के जिलों में राहुल के कई साथी सक्रिय हैं. पूछताछ में उसने बताया कि पाकिस्तान और नेपाल से बांग्लादेश के रास्ते नकली नोट मालदा पहुंचते थे. नोटों को मालदा से एजेंट के जरिए बनारस भेजा जाता था. बनारस में उसके एजेंट उन्हीं जाली नोटों को लेकर मुंबई, पुणे के ऑफिस पहुंचते थे. बनारस में जाली नोटों के लेन-देन का काम फर्जी आईडी प्रूफ के सहारे कैंट रेलवे स्टेशन के इर्द-गिर्द लिए गए होटल के कमरे में होता था.

इसे भी पढ़ें: लापता युवक का रेलवे ट्रैक पर मिला शव, हत्या की आशंका

अब तक चार गिरफ्तार
राहुल ने बताया कि पुणे के एक व्यक्ति ने 2018 में उसे इस काम में शामिल किया था. इसके बाद वह लखनऊ, बनारस, कानपुर, प्रयागराज समय उत्तर प्रदेश के बड़े जिलों में अपने इस काम को फैला रहा था. पुलिस ने 2018 से लेकर अब तक इस कारोबार से जुड़े 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.


वाराणसी: नकली नोटों का कारोबार करने वाला राहुल यादव आखिरकार यूपी एटीएस के हत्थे चढ़ गया. एटीएस ने राहुल यादव को रोडवेज बस अड्डे से गिरफ्तार किया. राहुल यादव पर एक दर्जन मुकदमें दर्ज हैं, पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था.

जानें पूरा मामला
यूपी एटीएस की तरफ से जारी किए गए प्रेस नोट के मुताबिक 2 साल पहले पश्चिम बंगाल के रहने वाले बप्पा शेख को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया था. बप्पा शेख के पास से लगभग साढ़े तीन लाख के जाली नोट बरामद किए गए थे. इस मामले में बिहार के रहने वाले राहुल यादव की तलाश की जा रही थी, जिसका नाम पता बप्पा ने बताया था. राहुल यादव जाली नोटों को यूपी और बिहार में खपाता था.

बांग्लादेश के रास्ते आते थे नोट
राहुल की गिरफ्तारी के बाद उम्मीद जगी है कि यूपी और बिहार में नकली नोट के करोबार पर जल्द बड़ा खुलासा जल्द हो सकता है, क्योंकि राहुल रोडवेज अड्डे पर अपने किसी साथी से मिलने पहुंचा था. माना जा रहा है कि अभी वाराणसी समेत आसपास के जिलों में राहुल के कई साथी सक्रिय हैं. पूछताछ में उसने बताया कि पाकिस्तान और नेपाल से बांग्लादेश के रास्ते नकली नोट मालदा पहुंचते थे. नोटों को मालदा से एजेंट के जरिए बनारस भेजा जाता था. बनारस में उसके एजेंट उन्हीं जाली नोटों को लेकर मुंबई, पुणे के ऑफिस पहुंचते थे. बनारस में जाली नोटों के लेन-देन का काम फर्जी आईडी प्रूफ के सहारे कैंट रेलवे स्टेशन के इर्द-गिर्द लिए गए होटल के कमरे में होता था.

इसे भी पढ़ें: लापता युवक का रेलवे ट्रैक पर मिला शव, हत्या की आशंका

अब तक चार गिरफ्तार
राहुल ने बताया कि पुणे के एक व्यक्ति ने 2018 में उसे इस काम में शामिल किया था. इसके बाद वह लखनऊ, बनारस, कानपुर, प्रयागराज समय उत्तर प्रदेश के बड़े जिलों में अपने इस काम को फैला रहा था. पुलिस ने 2018 से लेकर अब तक इस कारोबार से जुड़े 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.


Last Updated : Apr 13, 2021, 3:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.