वाराणसी: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) को लेकर तैयारियां जोर पकड़ रही है. एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) में 300 यूनिट बिजली फ्री (300 units of electricity free) देने का दांव खेला है तो वहीं दूसरी ओर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने 300 यूनिट बिजली मुफ्त (Akhilesh Yadav 300 unit Bijli Free) दिए जाने की घोषणा की है और अपने कार्यकर्ताओं से घर-घर जाकर सर्वे करने का निर्देश दिया है. इसके लिए पार्टी अपने कार्यकर्ताओं की मदद से डिजिटल कैंपेन के जरिए लोगों का डाटा बैंक भी तैयार कर रही है.
दरअसल, डिजिटल कैंपेन के लिए लोगों तक पहुंचना भारतीय जनता पार्टी के लिए तो आसान हो गया, लेकिन बाकी पार्टी कहीं ना कहीं से पीछे रह जा रही हैं. बीजेपी कई तरीकों से लोगों के मोबाइल नंबर एकत्रित करके उन तक अपनी योजनाओं को पहुंचा रही है.
वहीं बात करें अन्य पार्टियों की तो सपा समेत अन्य पार्टियां कहीं ना कहीं डिजिटल कैंपेन में पीछे रह गई है. वहीं बीजेपी ने आगामी चुनाव से पहले ही अलग-अलग तरीके से सिर्फ बनारस में 7 लाख से ज्यादा घरों का डाटा बैंक तैयार किया, जो अब उनके काम आ रहा है.
यह भी पढ़ें: बनारस से सटीं पूर्वांचल की ये सीटें बदल देती हैं सियासत का समीकरण
यही वजह है कि अखिलेश यादव ने 300 यूनिट बिजली देने के नाम पर अपने कार्यकर्ताओं से जनता के बीच जाकर सर्वे पूरा कर लोगों की जानकारी जुटाने के निर्देश दिए हैं. वहीं पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party Varanasi) कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर लोगों के बीच पहुंचने लगे. कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सपा कार्यकर्ता लोगों के घर-घर पहुंच रहे हैं. 300 यूनिट बिजली फ्री देने के सपा के वादे के बारे की जानकारी देते हुए उनका नाम कनेक्शन नंबर मोबाइल नंबर जुटा रहे हैं.
अखिलेश यादव के निर्देश के बाद समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता इसकी पूरी जानकारी जुटाने में लग गए है. सपा कार्यकर्ता लोगों तक पहुंच रहे हैं और उनका मोबाइल नंबर और नाम लेकर उनका डाटा बैंक तैयार कर रही है.