ETV Bharat / state

बनारस पहुंचे विदेशी मेहमान, इन्हें देख चहक उठेंगे आप

वाराणसी के घाट हमेशा से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहे हैं. यहां की रौनक पर्यटकों के मन को मोह लेती हैं. लेकिन इन दिनों घाटों का आकर्षण कुछ खास है. बता दें कि काशी में विदेशी मेहमान आ पहुंचे हैं. और पर्यटक इन्हें देखकर अलग अनुभूति कर रहे हैं.

काशी आए साइबेरियन मेहमान
काशी आए साइबेरियन मेहमान
author img

By

Published : Dec 4, 2021, 11:36 AM IST

वाराणसी: विश्व की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक शहरों में शुमार काशी में हल्की सर्दियां शुरू होते ही घाटों पर साइबेरियन पक्षी का आगमन शुरू हो जाता है. यह विदेशी पक्षी लगभग 2 से 4 महीने तक काशी के घाटों पर रहते हैं. यहां की शोभा बढ़ाते हैं. इसके साथ ही नौका विहार करने वाले लोगों के लिए ये पक्षी आकर्षक का केंद्र बन जाते हैं. जिसे देखने के लिए पूर्वांचल सहित बिहार व अन्य राज्यों के पर्यटक यहां आते हैं.

काशी में नवंबर माह के मध्य से ही साइबेरियन पक्षी गंगा की लहरों के बीच अठखेलियां करते हुए नजर आते हैं. यही कारण है कि काशी में नौका विहार करने वाले लोगों के लिए यह आकर्षण का केंद्र होता है. विशेषकर सैलानी भी इस समय काशी के घाटों का लुफ्त उठाने के लिए आते हैं.

काशी आए साइबेरियन मेहमान

नौका विहार करने वालों का कहना है कि अगर नौका विहार के समय इन पक्षियों को नजदीक से नहीं देखा तो नौका विहार अधूरा माना जाता है. लोग दाने लेकर पक्षियों को पास बुलाते हैं और कुछ समय इन विदेशी पक्षियों के साथ गुजारते हैं.

इसे भी पढ़ें -बनारसी दीदी की चुनावी चौपालः खिलौना बनाने वाली महिलाओं ने कहा- पीएम मोदी हैं भगवान

वहीं, पक्षियों की चहचहाहट की आवाज तब तेज हो जाती है जब लोग उन्हें खाने को दाने देते हैं. यह पक्षी गुलाबी ठंड के आते ही काशी आ जाते हैं और मार्च के शुरू होते वापस लौट जाते हैं. इन पक्षियों के संबंध में काशी के नाभिक समाज का कहना है कि इन पक्षियों की वजह से नौका विहार करने वालों की संख्या में इजाफा होता है.

काशी आए साइबेरियन मेहमान
काशी आए साइबेरियन मेहमान

जिसके कारण नाभिक की रोजी-रोटी अच्छी चलती है. शंभू साहनी ने बताया कि चार महीने के लिए विदेशी पक्षी हमारे यहां आते हैं. जिनका नाम साइबेरियन बर्ड्स है. वहीं, इनके आने से हमारी रोजी-रोटी के साथ ही काशी का पर्यटन भी बढ़ जाता है.

पक्षियों की वजह से बाहर से आने वाले पर्यटक नाव बुक करते हैं और इन पंक्षियों को देने खिलाने के साथ ही सेल्फी लेते हैं. साइबेरियन पक्षी का इंतजार बनारस के लोग कई मायनों में करते हैं. बहुत से लोग फोटो शूट करने के लिए तो बहुत से लोग इनकी सेवा करने के लिए घाट पर सुबह से ही उमड़ने लगते हैं.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

वाराणसी: विश्व की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक शहरों में शुमार काशी में हल्की सर्दियां शुरू होते ही घाटों पर साइबेरियन पक्षी का आगमन शुरू हो जाता है. यह विदेशी पक्षी लगभग 2 से 4 महीने तक काशी के घाटों पर रहते हैं. यहां की शोभा बढ़ाते हैं. इसके साथ ही नौका विहार करने वाले लोगों के लिए ये पक्षी आकर्षक का केंद्र बन जाते हैं. जिसे देखने के लिए पूर्वांचल सहित बिहार व अन्य राज्यों के पर्यटक यहां आते हैं.

काशी में नवंबर माह के मध्य से ही साइबेरियन पक्षी गंगा की लहरों के बीच अठखेलियां करते हुए नजर आते हैं. यही कारण है कि काशी में नौका विहार करने वाले लोगों के लिए यह आकर्षण का केंद्र होता है. विशेषकर सैलानी भी इस समय काशी के घाटों का लुफ्त उठाने के लिए आते हैं.

काशी आए साइबेरियन मेहमान

नौका विहार करने वालों का कहना है कि अगर नौका विहार के समय इन पक्षियों को नजदीक से नहीं देखा तो नौका विहार अधूरा माना जाता है. लोग दाने लेकर पक्षियों को पास बुलाते हैं और कुछ समय इन विदेशी पक्षियों के साथ गुजारते हैं.

इसे भी पढ़ें -बनारसी दीदी की चुनावी चौपालः खिलौना बनाने वाली महिलाओं ने कहा- पीएम मोदी हैं भगवान

वहीं, पक्षियों की चहचहाहट की आवाज तब तेज हो जाती है जब लोग उन्हें खाने को दाने देते हैं. यह पक्षी गुलाबी ठंड के आते ही काशी आ जाते हैं और मार्च के शुरू होते वापस लौट जाते हैं. इन पक्षियों के संबंध में काशी के नाभिक समाज का कहना है कि इन पक्षियों की वजह से नौका विहार करने वालों की संख्या में इजाफा होता है.

काशी आए साइबेरियन मेहमान
काशी आए साइबेरियन मेहमान

जिसके कारण नाभिक की रोजी-रोटी अच्छी चलती है. शंभू साहनी ने बताया कि चार महीने के लिए विदेशी पक्षी हमारे यहां आते हैं. जिनका नाम साइबेरियन बर्ड्स है. वहीं, इनके आने से हमारी रोजी-रोटी के साथ ही काशी का पर्यटन भी बढ़ जाता है.

पक्षियों की वजह से बाहर से आने वाले पर्यटक नाव बुक करते हैं और इन पंक्षियों को देने खिलाने के साथ ही सेल्फी लेते हैं. साइबेरियन पक्षी का इंतजार बनारस के लोग कई मायनों में करते हैं. बहुत से लोग फोटो शूट करने के लिए तो बहुत से लोग इनकी सेवा करने के लिए घाट पर सुबह से ही उमड़ने लगते हैं.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.