वाराणसी: धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में प्रतिदिन पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है. काशी अपने अलग-अलग रंगों की वजह से देशी-विदेशी पर्यटकों को खींचने में हमेशा से कामयाब रहा है, जिसकी वजह से पर्यटन विभाग हमेशा खुश रहता है. यही वजह है कि अब पर्यटकों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए पर्यटन विभाग काशी में कुछ ऐसे नए प्रयोग करने जा रहा है, जो प्राइवेट सेक्टर को टक्कर देने के लिए बड़ा कदम साबित होगा.
इस नए प्रोजेक्ट के तहत काशी में अब पर्यटन विभाग अपने क्रूज चलाने की तैयारी में है, जिसके लिए 2 नए क्रूज दिसंबर माह के अंत तक आ जाएंगे. पर्यटन विभाग की तरफ से उन्हें देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए गंगा में उतारा जाएगा.
इस वजह से काशी में पर्यटन विभाग उतारेगा अपना क्रूज
दरअसल, देव दीपावली समेत कई अन्य त्योहारों पर देशी और विदेशी पर्यटकों का काशी आकर गंगा में घूमने का प्लान पर्यटन विभाग के लिए अब बड़ी प्लानिंग का काम कर रहा है. वाराणसी आने वाला हर सैलानी गंगा में सैर जरूर करना चाहता है. यही वजह है कि पर्यटन विभाग बनारस में अपने क्रूज चलाने की तैयारी में है.
यूपी टूरिज्म के वाराणसी रीजन के डायरेक्टर अवनीश चन्द्र मिश्र का कहना है कि दो से तीन क्रूज दिसंबर महीने के अंत तक काशी आने की तैयारी में हैं, जो कुछ प्राइवेट कंपनियों और पर्यटन विभाग की तरफ से संचालित किए जाएंगे. इन क्रूजों को आम पर्यटकों के लिए सुबह और शाम गंगा में चलाया जाएगा.
सुबह और शाम की गंगा आरती दिखाने के साथ 84 घाटों की लंबी श्रृंखला को गंगा की गोद में रहते हुए लग्जरी क्रूज से पर्यटक देख सकेंगे. फिलहाल अभी एक प्राइवेट क्रूज लाइन कंपनी काशी में क्रूज संचालित कर रही है और जल्द इनकी संख्या बढ़ने वाली हैं.
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इसके अलावा पर्यटन विभाग देसी सैलानियों को रोकने के साथ यहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पंचकोशी मार्ग पर पड़ने वाले हर मंदिर को भी विकसित करने जा रहा है, जिसकी शुरुआत हो चुकी है. इस रूट की सड़कें बनाई जा चुकी हैं और हर मंदिर को भी एडवांस तरीके से तैयार किया जा रहा है. लाइटिंग के साथ मंदिर का कायाकल्प कर पर्यटन विभाग पंचकोशी परिक्रमा की शुरुआत करेगा.