ETV Bharat / state

कार्तिक पूर्णिमा आज, काशी के घाटों पर उमड़ा आस्था का सैलाब

कार्तिक पूर्णिमा का पर्व आज (30 नवंबर) रोहिणी नक्षत्र में स्नान-दान के साथ मनाया जा रहा है. सोमवार को सुबह पूर्णिमा तिथि को रोहणी नक्षत्र होने से इस पर्व का महत्व और भी बढ़ गया है. वाराणसी गंगा घाट सूर्योदय से पहले ही लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई है.

काशी के घाटों पर गंगा स्नान करते श्रद्धालु.
काशी के घाटों पर गंगा स्नान करते श्रद्धालु.
author img

By

Published : Nov 30, 2020, 7:22 AM IST

Updated : Nov 30, 2020, 8:02 AM IST

वाराणसी: हिंदू धर्म में व्रत, त्योहार और स्नान का विशेष महत्व बताया गया है. विशेष पर्व पर गंगा और सरोवर में स्नान कर पुण्य प्राप्ति के लिए लोग गंगा घाटों पर पहुंचते है. आज ऐसा ही महापर्व है, जो कार्तिक पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. वाराणसी गंगा घाट सूर्योदय से पहले ही लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई है. प्रभु का आशीर्वाद पाने के लिए भक्त गंगा घाटों पर पहुंच रहे हैं. घाटों पर भक्त रोहिणी नक्षत्र में स्नान-दान करेंगे.

कार्तिक पूर्णिमा के दिन घाटों पर लोगों की भीड़.

फिलहाल सुबह से ही लोगों का गंगा घाटों पर पहुंचने का सिलसिला जारी है. जानकारों की मानें तो कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के साथ ही दीप दान का विशेष महत्व होता है, इसलिए गंगा में पुण्य की डुबकी लगाने के बाद बहते पानी में दीप दान करना या फिर देवालय में पहुंचकर दीप जलाने मात्र से ही सारे कष्टों का निवारण होता है.

यही वजह है कि वाराणसी में कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली का पर्व मनाया जाता है. इस दिन असंख्य दीपकों के साथ काशी गंगा घाट ऐसे प्रतीत होते हैं, जैसे मानो स्वर्ग धरती पर उतर आया हो. कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली, तुलसी प्राकट्योत्सव और गुरुनानक देव का प्रकाश 551वां प्रकाशोत्सव भी मनाया जाएगा.

वाराणसी: हिंदू धर्म में व्रत, त्योहार और स्नान का विशेष महत्व बताया गया है. विशेष पर्व पर गंगा और सरोवर में स्नान कर पुण्य प्राप्ति के लिए लोग गंगा घाटों पर पहुंचते है. आज ऐसा ही महापर्व है, जो कार्तिक पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. वाराणसी गंगा घाट सूर्योदय से पहले ही लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई है. प्रभु का आशीर्वाद पाने के लिए भक्त गंगा घाटों पर पहुंच रहे हैं. घाटों पर भक्त रोहिणी नक्षत्र में स्नान-दान करेंगे.

कार्तिक पूर्णिमा के दिन घाटों पर लोगों की भीड़.

फिलहाल सुबह से ही लोगों का गंगा घाटों पर पहुंचने का सिलसिला जारी है. जानकारों की मानें तो कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के साथ ही दीप दान का विशेष महत्व होता है, इसलिए गंगा में पुण्य की डुबकी लगाने के बाद बहते पानी में दीप दान करना या फिर देवालय में पहुंचकर दीप जलाने मात्र से ही सारे कष्टों का निवारण होता है.

यही वजह है कि वाराणसी में कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली का पर्व मनाया जाता है. इस दिन असंख्य दीपकों के साथ काशी गंगा घाट ऐसे प्रतीत होते हैं, जैसे मानो स्वर्ग धरती पर उतर आया हो. कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली, तुलसी प्राकट्योत्सव और गुरुनानक देव का प्रकाश 551वां प्रकाशोत्सव भी मनाया जाएगा.

Last Updated : Nov 30, 2020, 8:02 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.