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तिरंगे के साथ शहीद के सम्मान में खड़ा था पूरा गांव

पुलवामा हमले में शहीद हुए वाराणसी के लाल रमेश यादव का पार्थिव शरीर जब उनके गांव पहुंचा तो हाथ में तिरंगा लेकर स्वागत के लिए पूरा गांव खड़ा था. तिरंगे में लिपटे लाल के स्वागत में तिरंगा आसमान में लहरा रहा था.

हाथ में तिरंगा लेरक शहीद रमेश यादव का स्वागत करते ग्रामीण.
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Published : Feb 16, 2019, 2:54 PM IST

Updated : Feb 16, 2019, 7:14 PM IST

वाराणसी : पुलवामा हमले में शहीद हुए वाराणसी के लाल रमेश यादव का पार्थिव शरीर जब उनके गांव पहुंचा तो हाथ में तिरंगा लेकर स्वागत के लिए पूरा गांव खड़ा था. तिरंगे में लिपटे लाल के स्वागत में तिरंगा आसमान में लहरा रहा था. सभी ताबूत में बंद अपने लाल को कंधा देने के लिए आगे आ रहे थे. बस अफसोस इस बात का था कि लाल अपने स्वागत को देख नहीं सकता था.

हाथ में तिरंगा लेरक शहीद रमेश यादव का स्वागत करते ग्रामीण.
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गम के माहौल के बीच शहीद रमेश के परिजनों की दहाड़ आसमान में गूंज रही थी, जिसको देखकर हर कोई अपने आंसू को रोक नहीं पा रहा था. जिस बेटे को मां-बाप वर्दी पहने हुए घर आते-जाते देखा करते थे, आज वह कफन में लिपटकर घर लौट है. मां को यकीन भी नहीं हो रहा है कि उनका लाल अब इस दुनिया में नहीं है. इन सबके बीच लाल के घर में सिर्फ शोक की गूंज है और आंसुओं से पूरा गांव भीग चुका है.

शहीद रमेश का अंतिम संस्कार बलुआ घाट पर किया जाएगा, जिसके लिए पार्थिव शरीर को शासन-प्रशासन के लोग लेकर निकल चुके हैं. हालांकि परिजनों में शुरुआत में आक्रोश का माहौल था. उनका कहना था कि जब तक शहीद रमेश के बड़े भाई घर नहीं आ जाते हैं, तब तक वह अतिम संस्कार नहीं करना चाहते हैं. शहीद के बड़े भाई कर्नाटक में रहते हैं और अभी तक घर नहीं पहुंच पाए हैं. केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे से आश्वासन मिलने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए हैं.

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वाराणसी : पुलवामा हमले में शहीद हुए वाराणसी के लाल रमेश यादव का पार्थिव शरीर जब उनके गांव पहुंचा तो हाथ में तिरंगा लेकर स्वागत के लिए पूरा गांव खड़ा था. तिरंगे में लिपटे लाल के स्वागत में तिरंगा आसमान में लहरा रहा था. सभी ताबूत में बंद अपने लाल को कंधा देने के लिए आगे आ रहे थे. बस अफसोस इस बात का था कि लाल अपने स्वागत को देख नहीं सकता था.

हाथ में तिरंगा लेरक शहीद रमेश यादव का स्वागत करते ग्रामीण.
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गम के माहौल के बीच शहीद रमेश के परिजनों की दहाड़ आसमान में गूंज रही थी, जिसको देखकर हर कोई अपने आंसू को रोक नहीं पा रहा था. जिस बेटे को मां-बाप वर्दी पहने हुए घर आते-जाते देखा करते थे, आज वह कफन में लिपटकर घर लौट है. मां को यकीन भी नहीं हो रहा है कि उनका लाल अब इस दुनिया में नहीं है. इन सबके बीच लाल के घर में सिर्फ शोक की गूंज है और आंसुओं से पूरा गांव भीग चुका है.

शहीद रमेश का अंतिम संस्कार बलुआ घाट पर किया जाएगा, जिसके लिए पार्थिव शरीर को शासन-प्रशासन के लोग लेकर निकल चुके हैं. हालांकि परिजनों में शुरुआत में आक्रोश का माहौल था. उनका कहना था कि जब तक शहीद रमेश के बड़े भाई घर नहीं आ जाते हैं, तब तक वह अतिम संस्कार नहीं करना चाहते हैं. शहीद के बड़े भाई कर्नाटक में रहते हैं और अभी तक घर नहीं पहुंच पाए हैं. केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे से आश्वासन मिलने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए हैं.

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वाराणसी। पुलवामा हमले में शहीद वाराणसी के लाल रमेश यादव का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंच गया है। घर पर गम के माहौल के बीच शहीद रमेश यादव को उनके परिवार वालों को सौंपा जाएगा जिसके बाद बलुआ घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

VO1: जो बेटा वर्दी में अफसर बन कर घर से गया था वो आज कफन में लिपट कर घर लौट है। वाराणसी के इस लाल के घर मे इस समय सिर्फ शोक की गूंज है और आंसुओं से पूरा गांव भीग चुका है। पुलवामा में शहीद हुए रमेश यादव का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंच चुका है। शहीद का अंतिम संस्कार बलुआ घाट पर होना है जिसके लिए शरीर ले कर निकल चुका है। हालांकि, परिजनों में शुरुआत में आक्रोश का माहौल था। उनका कहना है कि जब तक रमेश यादव के बड़े भाई घर नही आजाते तब तक वो शहीद का अंतिम संस्कार नही करना चाहते थे। शहीद के बड़े भाई कर्नाटक में हैं और अभी तक घर नही पहुच पाए है। प्रशासन के मनाने के बाद शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री अनिल राजभर और वाराणसी के प्रभारी जिलाधिकारी गौरांग राठी के मनाने के बाद परिजन अंतिम सनकर के लिए मान गए हैं।

विसुअल्स: शहीद रमेश यादव का पार्थिव शरीर

VO2: गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद ने सुरक्षाबलों पर भीषण फिदायीन हमला किया है। हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हो गए हैं, कई अन्य बुरी तरह घायल हुए हैं।पुलवामा हमले में यूपी के चंदौली, वाराणसी, इलाहाबाद, शामली, आगरा, उन्‍नाव, कानपुर देहात और कन्‍नौज के लाल शहीद हुए हैं। सीआरपीएफ पर हुए आतंकवादी हमले में बनारस के चिरईगांव ब्लॉक स्थित ग्राम सभा तोफापुर के एक जवान रमेश यादव पुत्र श्री श्याम नारायण यादव, उम्र लगभग 24 वर्ष शहीद हुए हैं। शहीद रमेश यादव विवाहित हैं। उनकी शादी 4 वर्ष पूर्व हुई थी। पत्नी का नाम रंजना यादव है। इन्हें एक 2 वर्ष का पुत्र भी है।

(विसुअल्स ftp से up_vns_arnima_shaheedVNS नाम के फोल्डर से भेजे गए हैं, कृपया चेक कर लें)

Regards
Arnima Dwivedi
Varanasi
7523863236
Last Updated : Feb 16, 2019, 7:14 PM IST
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