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सुषमा स्वराज के निधन से बेहद दुखी है यह परिवार, महज 45 दिनों में कराई थी वतन वापसी

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक परिवार पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से काफी दुखी है. सुषमा ने विदेश मंत्री रहते हुए इस परिवार के एक सदस्य की वतन वापसी कराई थी.

संतोष का परिवार.
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Published : Aug 7, 2019, 2:19 PM IST

Updated : Aug 7, 2019, 3:13 PM IST

वाराणसी: पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का अचानक निधन हो जाने के बाद पूरा देश शोक में डूबा हुआ है. तो वहीं इस दुख की घड़ी में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का एक परिवार भी इस सदमे से उबर नहीं पा रहा है. यह परिवार है उस संतोष भारद्वाज का, जिसे मार्च 2016 में नौकरी के दौरान समुद्री डकैतों ने नाइजीरिया में अपहरण कर लिया था.

उस वक्त संतोष की पत्नी कंचन कुमारी के एक ट्वीट पर महज 5 मिनट के अंदर उस वक्त विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रतिक्रिया दी. साथ ही 45 दिन के अथक प्रयास के बाद संतोष की सकुशल घर वापसी कराई, आज परिवार सुषमा स्वराज के इस प्रयास को याद कर उन्हें बार-बार नमन कर रहा है.

सुषमा स्वराज के निधन से दुखी है संतोष का परिवार.

निधन की खबर से दुखी है संतोष का परिवार-
डीरेका के कंचनपुर की रहने वाली कंचन कुमारी सुषमा स्वराज की तरफ से उनके सुहाग को बचाए जाने के लिए किए गए प्रयासों को याद कर आज गमगीन है. पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन की खबर के बाद से पूरा परिवार सदमे में है.

ईटीवी भारत से साझा की यादें-
इस दौरान परिवार ने ईटीवी भारत के साथ सुषमा स्वराज के प्रयासों की यादों को साझा किया. समुद्री डकैतों के चंगुल से छूटकर आने वाले संतोष कुमार ने भारद्वाज ने बताया कि 25 मार्च 2016 को समुद्री डकैतों ने उन्हें नाइजीरिया में उस वक्त किडनैप किया था, जब वह मर्चेंट नेवी में थर्ड ग्रेड इंजीनियर की पोस्ट पर एक कंपनी में जॉब कर रहे थे.

ट्विटर की मदद से किया था संपर्क-
संतोष की पत्नी कंचन ने ट्विटर के मदद से सुषमा स्वराज से संपर्क किया. सुषमा स्वराज ने उनकी पत्नी को निश्चिंत रहकर पति की सकुशल वापसी का भरोसा दिलाया और 45 दिन के अथक प्रयास के बाद संतोष सकुशल वापस अपने घर लौट आए. आज संतोष दुखी हैं और बार-बार सुषमा जी को यादकर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.

बखूबी जिम्मेदारी निभाते हुए मदद का दिया था आश्वासन-
संतोष की पत्नी कंचन बताती हैं कि सुषमा जी ने उस वक्त उनके ट्वीट पर महज 5 मिनट के अंदर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि आप निश्चिंत रहिए, मैं आपके पति को सकुशल वापस लेकर आऊंगी. इसके बाद सुषमा स्वराज लगातार उनके संपर्क में रहीं और 45 दिनों के अथक प्रयास के बाद 10 मई 2016 को संतोष सकुशल अपने घर लौट सके.

संतोष आज अपने परिवार के साथ हैं. कंचन बार-बार इसके लिए सुषमा स्वराज को धन्यवाद दे रही है और आज उनके न रहने पर अपने सिर से बड़ी बहन का साया उठ जाने की बात कर रही हैं.

वाराणसी: पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का अचानक निधन हो जाने के बाद पूरा देश शोक में डूबा हुआ है. तो वहीं इस दुख की घड़ी में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का एक परिवार भी इस सदमे से उबर नहीं पा रहा है. यह परिवार है उस संतोष भारद्वाज का, जिसे मार्च 2016 में नौकरी के दौरान समुद्री डकैतों ने नाइजीरिया में अपहरण कर लिया था.

उस वक्त संतोष की पत्नी कंचन कुमारी के एक ट्वीट पर महज 5 मिनट के अंदर उस वक्त विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रतिक्रिया दी. साथ ही 45 दिन के अथक प्रयास के बाद संतोष की सकुशल घर वापसी कराई, आज परिवार सुषमा स्वराज के इस प्रयास को याद कर उन्हें बार-बार नमन कर रहा है.

सुषमा स्वराज के निधन से दुखी है संतोष का परिवार.

निधन की खबर से दुखी है संतोष का परिवार-
डीरेका के कंचनपुर की रहने वाली कंचन कुमारी सुषमा स्वराज की तरफ से उनके सुहाग को बचाए जाने के लिए किए गए प्रयासों को याद कर आज गमगीन है. पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन की खबर के बाद से पूरा परिवार सदमे में है.

ईटीवी भारत से साझा की यादें-
इस दौरान परिवार ने ईटीवी भारत के साथ सुषमा स्वराज के प्रयासों की यादों को साझा किया. समुद्री डकैतों के चंगुल से छूटकर आने वाले संतोष कुमार ने भारद्वाज ने बताया कि 25 मार्च 2016 को समुद्री डकैतों ने उन्हें नाइजीरिया में उस वक्त किडनैप किया था, जब वह मर्चेंट नेवी में थर्ड ग्रेड इंजीनियर की पोस्ट पर एक कंपनी में जॉब कर रहे थे.

ट्विटर की मदद से किया था संपर्क-
संतोष की पत्नी कंचन ने ट्विटर के मदद से सुषमा स्वराज से संपर्क किया. सुषमा स्वराज ने उनकी पत्नी को निश्चिंत रहकर पति की सकुशल वापसी का भरोसा दिलाया और 45 दिन के अथक प्रयास के बाद संतोष सकुशल वापस अपने घर लौट आए. आज संतोष दुखी हैं और बार-बार सुषमा जी को यादकर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.

बखूबी जिम्मेदारी निभाते हुए मदद का दिया था आश्वासन-
संतोष की पत्नी कंचन बताती हैं कि सुषमा जी ने उस वक्त उनके ट्वीट पर महज 5 मिनट के अंदर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि आप निश्चिंत रहिए, मैं आपके पति को सकुशल वापस लेकर आऊंगी. इसके बाद सुषमा स्वराज लगातार उनके संपर्क में रहीं और 45 दिनों के अथक प्रयास के बाद 10 मई 2016 को संतोष सकुशल अपने घर लौट सके.

संतोष आज अपने परिवार के साथ हैं. कंचन बार-बार इसके लिए सुषमा स्वराज को धन्यवाद दे रही है और आज उनके न रहने पर अपने सिर से बड़ी बहन का साया उठ जाने की बात कर रही हैं.

Intro:वाराणसी: पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता प्रखर वक्ता सुषमा स्वराज का अचानक निधन हो जाने के बाद पूरा देश शोक में डूबा हुआ और ऐसे में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का एक परिवार भी इस सदमे से उबर नहीं पा रहा है यह परिवार है उस संतोष भारद्वाज का जिसे मार्च 2016 में नौकरी के दौरान समुद्री डकैतों ने नाइजीरिया में किडनैप कर लिया था. उस वक्त संतोष की पत्नी कंचन कुमारी की एक पीठ पर महज 5 मिनट के अंदर उस वक्त विदेश मंत्री रहने वाली सुषमा स्वराज ने प्रतिक्रिया देकर 45 दिन के अथक प्रयास के बाद संतोष की सकुशल घर वापसी कराई, आज परिवार सुषमा स्वराज के इस प्रयास को याद कर उन्हें बार-बार नमन कर रहा है.


Body:वीओ-01 डीरेका के कंचनपुर की रहने वाली कंचन कुमारी सुषमा स्वराज की तरफ से उनके सुहाग को बचाए जाने के लिए किए गए प्रयासों को याद कर आज गमगीन है पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन की खबर सुनने के बाद यह पूरा परिवार सदमे में इस दौरान परिवार ने ईटीवी भारत के साथ सुषमा स्वराज के प्रयासों की यादों को साझा किया. समुद्री डकैतों के चंगुल से छूट कर आने वाले संतोष कुमार ने भारद्वाज ने बताया कि 25 मार्च 2016 को समुद्री डकैतों ने उन्हें नाइजीरिया में उस वक्त किडनैप किया था जब वह मर्चेंट नेवी में थर्ड ग्रेड इंजीनियर की पोस्ट पर एक कंपनी में जॉब कर रहे थे. उस दौरान उनकी पत्नी कंचन ने ट्विटर के मदद से सुषमा स्वराज से संपर्क किया और महज 5 मिनट में सुषमा स्वराज ने उनकी पत्नी को निश्चिंत रह कर पति की सकुशल सलामती के साथ उनकी वापसी का भरोसा दिलाया और संतोष 45 दिन बाद सकुशल अपने घर लौट सकें आज संतोष दुखी हैं और बार-बार सुषमा जी को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.


Conclusion:वीओ-02 संतोष की पत्नी कंचन बताती हैं कि सुषमा जी ने उस वक्त उनके ट्वीट पर महज 5 मिनट के अंदर जवाब दिया और उनसे यह रिक्वेस्ट की कि आप चिंता ना करें और बहन कंचन आप खाना पीना ना छोड़ें आपके पति को मैं सकुशल वापस लेकर आऊंगी और लगातार सुषमा स्वराज उनके संपर्क में रहे 45 दिनों के अथक प्रयास के बाद 10 मई 2016 को कंपनी और विदेश मंत्रालय प्रयासों से संतोष सकुशल अपने घर लौट सकें. जिसके बाद आज पूरा परिवार बेहद खुश हैं कंचन बार-बार इसके लिए सुषमा स्वराज को धन्यवाद दे रही है और आज उनके न रहने पर अपने सर से बड़ी बहन का साया उठ जाने की बात कर रही हैं.

बाईट- संतोष भारद्वाज, डकैतों के चंगुल से छूटने वाले
बाईट- कंचन कुमारी, संतोष की पत्नी
बाईट- ज्ञान प्रकाश, संतोष के साले

गोपाल मिश्र

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Last Updated : Aug 7, 2019, 3:13 PM IST
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