वाराणसी: शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा श्री राम जन्म भूमि के विवाद को सुलझाने के लिए बनाई गई मध्यस्थता कमेटी आज भंग कर दी गई. अब सुप्रीम कोर्ट के द्वारा 6 अगस्त को प्रतिदिन इस मामले पर सुनवाई की जाएगी. श्री राम जन्मभूमि के लिए बनाई गई मध्यस्थता कमेटी के द्वारा किसी भी निर्णय पर ना पहुंचने पर काशी के संत समाज में नाराजगी का माहौल है.
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जानें स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने क्या कहा-
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा जो लोग मध्यस्था नहीं चाहते उनका नाम सामने आना चाहिए. इसको लेकर मध्यस्थता कमेटी के सदस्यों को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कमेटी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि कई लोग थे जो नहीं चाहते कि विवाद सुलझाया जा सके. और जो कुछ भी हम लोगों से हो सका हम लोगों ने अपना सहयोग दिया.
मध्यस्थता के दौरान जो भी बातें हुई और जो भी परिणाम निकल कर सामने आया उसको लेकर हम कुछ दिनों में श्वेत पत्र जारी करेंगे. देश को बताएंगे कि मध्यस्था के दौरान क्या क्या बातें हुई. जो हमारा पूजनीय स्थान है उसको हम लेकर रहेंगे चाहे वह कोई भी स्थान हो.