वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में मौसम के बदलाव की सटीक जानकारी मिलने की उम्मीद के साथ सुपर कंप्यूटर लगाया गया था. दावा था कि यह कंप्यूटर 4 दिन बाद तक के मौसम के बारे में सटीक अनुमान देगा, लेकिन बीएचयू का ये सुपर कंप्यूटर 2 महीने में मौसम का अनुमान नहीं लगा सका.
जानें क्या है पूरा मामला
- मौसम का अनुमान लगाने के लिए बीएचयू में लाया गया था सुपर कंप्यूटर.
- दावा किया गया था कि ये कंप्यूटर 4 दिन बात तक के मौसम का अनुमान लगा सकता है.
- 2 महीने में बीएचयू का ये सुपर कंप्यूटर मौसम का कोई अनुमान नहीं लगा पाया.
- लैब में करीब 12 कंप्यूटर स्थापित किए गए हैं, जो सुपर कंप्यूटर को चलाने का काम करेंगे.
- इन कंप्यूटरों को ठंडा रखने के लिए लैब में 4 AC भी लगाए गए हैं.
- सुपर कंप्यूटर के सर्वर रूम में भी 2 टन का AC लगातार चलता है.
- मौसम विज्ञान केंद्र की स्थापना पर लगभग तीन करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हुए हैं.
- इसका उद्देश्य किसानों को मौसम की जानकारी के साथ पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देना था.