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वाराणसीः पीएचडी एडमिशन में धांधली को लेकर हड़ताल पर बैठे छात्र - बीएचयू में छात्र बैठे धरने पर

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में शुक्रवार को पीएचडी में प्रवेश प्रकिया को लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किया. छात्रों का कहना है कि जब तक वीसी हमसे मिल नहीं लेते हैं, तब तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा.

बीएचयू में धरने पर बैठे छात्र.
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Published : Oct 18, 2019, 9:10 PM IST

वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बीते गुरुवार छात्र संघ की मांग को लेकर जहां छात्र धरने पर बैठे रहे. वहीं शुक्रवार को दर्जनों की संख्या में छात्र, पीएचडी में धांधली को लेकर सेंट्रल ऑफिस विरोध प्रदर्शन कर धरने पर बैठे हैं.

बीएचयू में धरने पर बैठे छात्र.
पीएचडी एडमिशन में हो रही है धांधलीबीएचयू के सेंट्रल ऑफिस पर विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बीएचयू प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएचडी एडमिशन में धांधली हो रही है. यहां पर एडमिशन मेरिट के नाम पर नहीं बल्कि रिलेशन के नाम पर हो रहा है. वहीं छात्रों की मांग है कि एडमिशन ओपन होने चाहिए और मेरिट के आधार पर होना चाहिए. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ छात्रों ने जमकर नारेबाजी की और कुलपति को भ्रष्टाचारी बताया.

पढ़ें- वाराणसी: पीएम मोदी की इलेक्ट्रॉनिक चाक अब दे रही कुम्हारों को शॉक

हमारी मांग है कि जैसे अन्य विश्वविद्यालयों में मैरिट के नाम पर एडमिशन होते हैं. उसी तरह यहां नेट और जिआएफ क्वालीफाई करने वाले छात्रों को पहले प्राथमिकता देनी चाहिए. पीएचडी ऐडमिशन में रिटर्न 80 प्रतिशत और वाइबा 20 प्रतिशत का होना चाहिए. साथ ही हमारी मांग है कि कुलपति हमसे मिले और हमारी बातों को सुनें. जब तक वह हम से नहीं मिलेंगे हमारा धरना प्रदर्शन ऐसे ही चलता रहेगा.
मंगला सिंह, छात्र

वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बीते गुरुवार छात्र संघ की मांग को लेकर जहां छात्र धरने पर बैठे रहे. वहीं शुक्रवार को दर्जनों की संख्या में छात्र, पीएचडी में धांधली को लेकर सेंट्रल ऑफिस विरोध प्रदर्शन कर धरने पर बैठे हैं.

बीएचयू में धरने पर बैठे छात्र.
पीएचडी एडमिशन में हो रही है धांधलीबीएचयू के सेंट्रल ऑफिस पर विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बीएचयू प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएचडी एडमिशन में धांधली हो रही है. यहां पर एडमिशन मेरिट के नाम पर नहीं बल्कि रिलेशन के नाम पर हो रहा है. वहीं छात्रों की मांग है कि एडमिशन ओपन होने चाहिए और मेरिट के आधार पर होना चाहिए. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ छात्रों ने जमकर नारेबाजी की और कुलपति को भ्रष्टाचारी बताया.

पढ़ें- वाराणसी: पीएम मोदी की इलेक्ट्रॉनिक चाक अब दे रही कुम्हारों को शॉक

हमारी मांग है कि जैसे अन्य विश्वविद्यालयों में मैरिट के नाम पर एडमिशन होते हैं. उसी तरह यहां नेट और जिआएफ क्वालीफाई करने वाले छात्रों को पहले प्राथमिकता देनी चाहिए. पीएचडी ऐडमिशन में रिटर्न 80 प्रतिशत और वाइबा 20 प्रतिशत का होना चाहिए. साथ ही हमारी मांग है कि कुलपति हमसे मिले और हमारी बातों को सुनें. जब तक वह हम से नहीं मिलेंगे हमारा धरना प्रदर्शन ऐसे ही चलता रहेगा.
मंगला सिंह, छात्र

Intro:वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। कल छात्र संघ की मांग को लेकर जहां छात्र धरने पर बैठे रहे तो वहीं आज दर्जनों की संख्या में छात्र शोध में धांधली को लेकर सेंट्रल ऑफिस विरोध प्रदर्शन कर धरने पर बैठे हैं।


Body:बीएचयू के सेंट्रल ऑफिस पर दर्जनों की संख्या में छात्र-छात्राएं विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि बीएचयू में पीएचडी एडमिशन में धांधली हो रही है यहां पर एडमिशन मेरिट के नाम पर नहीं बल्कि रिलेशन के नाम पर हो रहा है हमारा कहना है एडमिशन ओपन होना चाहिए और मेरिट के आधार पर होना चाहिए। जो प्रोफेसरों के जितना पास है उसका एडमिशन जल्दी हो जाता है। विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ छात्रों ने जमकर नारेबाजी किया और कुलपति को भ्रष्टाचारी बताया।


Conclusion:बीएचयू छात्र मंगला सिंह ने बताया कि हमारा यह मांग है कि यहां पर पीएचडी के नाम पर धांधली हो रही है हमारी मांग है कि जैसे अन्य विश्वविद्यालयों में मैरिट के नाम पर एडमिशन होना चाहिए उसी तरह यहां नेट और जिआएफ क्वालीफाई को पहले प्राथमिकता देनी चाहिए। पीएचडी ऐडमिशन मैं रिटर्न 80% और वाइबर 20% का होना चाहिए। हमारी मांग है कुलपति हमसे मिले और हमारी बातों को सुनें जब तक हम से वह नहीं मिलेंगे हमारा धरना प्रदर्शन ऐसे ही चलता रहेगा।

बाईट :-- मंगला सिंह,छात्र,बीएचयू

अशुतोष उपाध्याय

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