वाराणसी : जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर फरियादी रोजाना 80 से 90 की संख्या अपनी फरियाद लेकर आते हैं. एसएसपी के द्वारा उनकी समस्याओं को सुना जाता है. लेकिन अब एसएसपी ने फरियाद सुनने के साथ-साथ फरियादियों की शिकायत का फीडबैक जानने के लिए एक फीडबैक टीम का गठन किया है. अब से जो कोई भी अपनी समस्या या शिकायत को लेकर एसएसपी के पास जाएंगे, उनकी समस्या के समाधान के बाद उनसे फीडबैक लिया जाएगा.
आप को बता दें कि प्रशासन की तरफ से शुरू की गयी इस तरह की व्यवस्था का उद्देश्य पुलिसकर्मियों की कार्य प्रणाली को पारदर्शी बनाना है. फीडबैक टीम से पुलिसकर्मियों के करने की गति का आंकलन करने में भी आसानी होगी. साथ ही इससे ये बात भी सामने आएगी कि पुलिस फरियादियों की समस्या का किस तरह से निराकरण कर रही है. वहीं जिन थानों या चौकी पर शिकायत की सुनवाई में लापरवाही बरती जाती है इससे वो सब भी उजागर होंगे. जानकारी के अनुसार आने वाले एक सप्ताह में फीडबैक टीम की ये व्यवस्था शहर में लागू कर दी जाएगी.
दरअसल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के दफ्तर में जिले के अलग-अलग हिस्सों से हर दिन काफी संख्या में फरियादी शिकायत लेकर पहुंचते हैं. इन शिकायतों के आधार पर फरियादियों को उनके नजदीकी थाने पर समाधान के लिए भेजा जाता है. जिसके बाद फरियादी थानों के चक्कर लगाते रहते हैं. इसी को देखते हुए कप्तान ने शिकायत फीडबैक टीम का गठन किया है. ताकि ये पता लगाया जा सके कि शिकायतकर्ता या फरियादी की समस्या का निराकरण हुआ या नहीं और वो पुलिस के काम से कितने संतुष्ट हैं. वहीं शिकायत फीडबैक टीम द्वारा एसएसपी को रिपोर्ट दिया जायेगा. जिस पर खुद कप्तान फरियादियों से इस बाबत जानकारी लेंगे.
एसएसपी ने बताया कि शिकायत फीडबैक टीम के गठन का निर्णय थानों और चौकियों पर तैनात पुलिसकर्मियों की कार्यशैली को बेहतर बनाने के उद्देश्य से लिया गया है.