वाराणसी: बाबा विश्वनाथ की नगरी में महाशिवरात्रि की छटा बहुत ही अद्भुत होती है. देश-विदेश से बड़ी संख्या में भक्तों का काशीनगरी में आगमन होता है, इसलिए तैयारियां भी उसी तरह जोरों से की जा रही हैं. कहीं से कोई कमीं न रहे इसका ध्यान प्रशासन और मंदिर प्रशासन दोनों के द्वारा ही खास तौर पर रखा जा रहा है.
इस बार महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ की चार पहर की आरती होगी. मंदिर के पट 21 तारीख की भोर में खुलेंगे, तो 22 फरवरी की रात शयन आरती के बाद ही बंद होंगे. बीच-बीच में आरती के दौरान श्रद्धालु बाबा का झांकी दर्शन कर पाएंगे. महाशिरात्रि के महापर्व को दृष्टिगत रखते हुए काशी में तैयारियां भी खास तरीके से की जा रही हैं.
लागू किया जाएगा डायवर्जन प्लान
महाशिवरात्रि के मौके पर मंदिर प्रशासन ने भीड़ को दृष्टिगत रखते हुए डायवर्जन प्लान किया है, जो 20 तारीख की रात से ही लागू हो जाएगा. 20 फरवरी की रात से गोदौलिया से मैदागिन रूट पर किसी भी तरह के वाहनों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. इस रूट को नो व्हिकल जोन घोषित किया जा रहा है. 21 तारीख से 22 फरवरी की रात 12:00 बजे रात तक कोई भी वाहन इस रूट पर नहीं संचालित होंगे.
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