वाराणसी: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर है. जहां गुरुवार सुबह को उन्होंने बलिया व गाजीपुर में आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. इस दौरान देर शाम वह वाराणसी में दिवगंत प्रदीप बजाज के घर पहुंचे और उनके परिवार को सान्त्वना दी. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने बीजेपी पर जमकर तंज भी कसा.
अखिलेश यादव बोले- इन्वेस्टर समिट जनता के साथ धोखा है, सूट पहने किसी से भी एमओयू साइन करा रही भाजपा - UP Global Investor Summit 2023
वाराणसी में इन्वेस्टर समिट पर अखिलेश यादव ने कहा कि ये जनता के साथ धोखा है. सूट टाई पहने किसी से भी बीजेपी एमओयू साइन करा सकती हैं. वहीं, उन्होंने कहा कि रामचरित मानस की लड़ाई लंबी चलेगी. इसीलिए सपा जातिगत जनगणना पर चुनाव लड़ेगी. वहीं , गाजीपुर में उन्होंने केशव प्रसाद मौर्य पर जमकर प्रहार किया.
Etv Bharatवाराणसी दौरे पर अखिलेश यादव
वाराणसी: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर है. जहां गुरुवार सुबह को उन्होंने बलिया व गाजीपुर में आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. इस दौरान देर शाम वह वाराणसी में दिवगंत प्रदीप बजाज के घर पहुंचे और उनके परिवार को सान्त्वना दी. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने बीजेपी पर जमकर तंज भी कसा.
सपा ने बनवाया लोकभवन और बीजेपी ने लगा दी अपने नेता की प्रतिमा: वहीं, ओमप्रकाश राजभर के बीजेपी में जाने के बात पर अखिलेश यादव ने कहा कि तुम क्यों उनकी बात करते हो. शिवपाल जी पार्टी में आ गए हैं संगठन में शामिल है इसलिए उस पर बहुत चर्चा नहीं. वहीं, लोक भवन में प्रतिमा लगने के बाबत उन्होनें कहा कि लोक भवन बनाया समाजवादी सरकार ने जहां मुख्यमंत्री जी खुद बैठते हैं. वह बनाया समाजवादी सरकार ने और नेताजी ने उसका उद्घाटन किया था. लेकिन बीजेपी ने वहां अपने पूर्व नेता अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा लगा दी.
क्रिकेट जानते नहीं फिर भी मैच देखने गए थे सीएम योगी: सीएम योगी के मैच देखने पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि, मैच देखने गए योगी जी को पता ही नहीं कि क्रिकेट मैच में पीच यार्ड क्या होती है. स्टंप कितने लगाए जाते हैं. स्टैंप के बीच की दूरी कितनी होती है. जानकारी कुछ नहीं बस मैच देखने गए थे. जहां उन्होंने मैच देखा वह भी समाजवादी पार्टी की देन थी.
लम्बी चलेगी रामचरित मानस की लड़ाई: लक्ष्मण जी की प्रतिमा व रामचरित मानस को लेकर अखिलेश ने कहा कि आपने देखी नहीं,लेकिन मैंने तो देखी प्रतिमा हमारे पथ पर आते हुए. जो समाजवादी पार्टी ने बनवाई थी. वहीं, रामचरितमानस की बात तो ये लड़ाई बहुत लंबी है, 5000 साल पुरानी है.यह ऐसी ही चलती रहेगी, अब समाजवादी पार्टी चुनाव जातिगत जनगणना पर लड़ेगी.
केशव प्रसाद मौर्य पर पलटवार: गाजीपुर में अखिलेश ने पूर्व मंत्री स्वर्गीय कैलाश यादव की प्रतिमा का अनावरण किया. एक दिन पहले गाजीपुर आए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के सपा में गुंडे माफियाओं वाले बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि आप से ज्यादा कौन बेहतर समझेगा की गुंडा कौन है. मेरे ऊपर कौन से मुकदमें हैं. वो डिप्टी सीएम हैं और उनके मुकदमे वापस हुए हैं. मुख्यमंत्री को असिस्टेंट चाहिए था कि कोई उनकी अनुपस्थिति में खासकर जो पिछड़ा हो वो बोले, बीजेपी में पिछड़ा जो चला जाता है उसकी आत्मा मर जाती है.
इस तरह से उनको अपमानित किया जा रहा है शर्म आनी चाहिये, उन्हें स्टूल पर बैठाया गया. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की मांग है कि जाति जनगणना हो.वहीं, 14 फरवरी को सरकार द्वारा काऊ हग डे मनाने के सवाल पर कहा कि वो हग डे इसलिये मना रहे हैं कि गाय के पास कई बार बैठकर अच्छा अनुभव होता है, हिंदी में स्पर्श दिवस भी हो सकता था. शूद्र के सवाल पर कहा कि मुख्यमंत्री जी शूद्र की परिभाषा कभी नहीं बता सकते. जब वो अपने पड़ोसी जिले में गये थे और शूद्र बच्चों से मिलना था तो उन्हें साबुन से नहलाया गया था. सीएम कह रहे थे इनमें से स्मेल आती है.
सपा ने बनवाया लोकभवन और बीजेपी ने लगा दी अपने नेता की प्रतिमा: वहीं, ओमप्रकाश राजभर के बीजेपी में जाने के बात पर अखिलेश यादव ने कहा कि तुम क्यों उनकी बात करते हो. शिवपाल जी पार्टी में आ गए हैं संगठन में शामिल है इसलिए उस पर बहुत चर्चा नहीं. वहीं, लोक भवन में प्रतिमा लगने के बाबत उन्होनें कहा कि लोक भवन बनाया समाजवादी सरकार ने जहां मुख्यमंत्री जी खुद बैठते हैं. वह बनाया समाजवादी सरकार ने और नेताजी ने उसका उद्घाटन किया था. लेकिन बीजेपी ने वहां अपने पूर्व नेता अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा लगा दी.
क्रिकेट जानते नहीं फिर भी मैच देखने गए थे सीएम योगी: सीएम योगी के मैच देखने पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि, मैच देखने गए योगी जी को पता ही नहीं कि क्रिकेट मैच में पीच यार्ड क्या होती है. स्टंप कितने लगाए जाते हैं. स्टैंप के बीच की दूरी कितनी होती है. जानकारी कुछ नहीं बस मैच देखने गए थे. जहां उन्होंने मैच देखा वह भी समाजवादी पार्टी की देन थी.
लम्बी चलेगी रामचरित मानस की लड़ाई: लक्ष्मण जी की प्रतिमा व रामचरित मानस को लेकर अखिलेश ने कहा कि आपने देखी नहीं,लेकिन मैंने तो देखी प्रतिमा हमारे पथ पर आते हुए. जो समाजवादी पार्टी ने बनवाई थी. वहीं, रामचरितमानस की बात तो ये लड़ाई बहुत लंबी है, 5000 साल पुरानी है.यह ऐसी ही चलती रहेगी, अब समाजवादी पार्टी चुनाव जातिगत जनगणना पर लड़ेगी.
केशव प्रसाद मौर्य पर पलटवार: गाजीपुर में अखिलेश ने पूर्व मंत्री स्वर्गीय कैलाश यादव की प्रतिमा का अनावरण किया. एक दिन पहले गाजीपुर आए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के सपा में गुंडे माफियाओं वाले बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि आप से ज्यादा कौन बेहतर समझेगा की गुंडा कौन है. मेरे ऊपर कौन से मुकदमें हैं. वो डिप्टी सीएम हैं और उनके मुकदमे वापस हुए हैं. मुख्यमंत्री को असिस्टेंट चाहिए था कि कोई उनकी अनुपस्थिति में खासकर जो पिछड़ा हो वो बोले, बीजेपी में पिछड़ा जो चला जाता है उसकी आत्मा मर जाती है.
इस तरह से उनको अपमानित किया जा रहा है शर्म आनी चाहिये, उन्हें स्टूल पर बैठाया गया. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की मांग है कि जाति जनगणना हो.वहीं, 14 फरवरी को सरकार द्वारा काऊ हग डे मनाने के सवाल पर कहा कि वो हग डे इसलिये मना रहे हैं कि गाय के पास कई बार बैठकर अच्छा अनुभव होता है, हिंदी में स्पर्श दिवस भी हो सकता था. शूद्र के सवाल पर कहा कि मुख्यमंत्री जी शूद्र की परिभाषा कभी नहीं बता सकते. जब वो अपने पड़ोसी जिले में गये थे और शूद्र बच्चों से मिलना था तो उन्हें साबुन से नहलाया गया था. सीएम कह रहे थे इनमें से स्मेल आती है.