वाराणसी: भाई-बहन के अटूट रिश्तों का पर्व रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) रविवार को देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है. वहीं छोटी सी आशा संस्था' की तरफ पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधकर पर्यावरण (protection of environment) को बचाने की अनूठी पहल की गई है. संस्था की सदस्यों ने भाई की तरह पेड़ों की बकायदा आरती उतारी और फिर रक्षा सूत्र बांधकर जीवन भर उनकी देखभाल करने का वादा लिया.
आपको बता दें, कि शुभ मुहूर्त में पूरे विधि विधान के साथ एक पेड़ को साफ किया गया. उस पर रोली तिलक, अक्षत लगाकर आरती उतारी और मिठाई खिलाकर बहनों ने भाई की तरह पेड़ को राखी बांधी. 'छोटी सी आशा संस्था' की सदस्या का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण में पेड़-पौधों की महत्वपूर्ण भूमिका है. पर्यावरण बेहतर रहेगा तो मानव जीवन और सभ्यता सुरक्षित रहेगी. इसलिए हमने रक्षाबंधन के पवित्र अवसर पर पेड़ों को राखी बांधकर उनकी रक्षा करने का प्रण लिया है. संगठन ने पेड़ों की रक्षा के लिए अनोखी मुहिम रक्षाबंधन के जरिए शुरू की है. इन बहनों का संकल्प पर्यावरण को संरक्षित करने का है. लिहाजा, उन्होंने भाई-बहन के त्योहार को मनाने के साथ पेड़-पौधों को सहेजने का संकल्प लिया. उनका कहना है ये पेड़ भी भाइयों की तरह हमारे पर्यावरण को शुद्ध रखेंगे, जिससे मानव जीवन की रक्षा होगी.
इसे भी पढ़ें-Raksha Bandhan 2021: भाइयों को कोरोना वायरस से बचाएंगी बहनों की वैदिक राखियां
'छोटी सी आशा संस्था' की सदस्या निशु ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान बहुत लोग वायरस की चपेट में आ गए. दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी. इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए वह पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने का संदेश दे रही हैं. हम सभी इंसान ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं और उनकी रक्षा करें. शानवी अग्रवाल ने बताया कि पेड़ पर्यावरण का संतुलन बनाए रखते हैं. एक तरह से ये हमारे परिवार के सदस्य की तरह हैं.
इसे भी पढ़ें-रक्षाबंधन: सीएम योगी ने दिया फ्री यात्रा का तोहफा, महिलाएं बोलीं मिला दोहरा गिफ्ट
प्रयागराज में रक्षाबंधन के अवसर पर पेड़ों को राखी बांधने की अनोखी पहल देखने को मिली. कोरोना महामारी (corona pandemic) के बीच पर्यावरण की रक्षा का संदेश दिया गया. हरियाली ग्रुप के प्रोफेसर एनबी सिंह ने पेड़ों की रक्षा के लिए लोगों जागरूक भी किया. उनका कहना है कि पेड़ पौधे हैं तो पर्यावरण है. पर्यावरण है तो इंसान और हमारे त्यौहार हैं. लिहाजा, भाई-बहन के त्योहार रक्षाबंधन पर पर्यावरण की चिंता करने वाले पर्यावरण प्रेमियों ने पेड़ पौधों को राखियाँ बांधकर ताउम्र उनकी हिफाजत करने का संकल्प लिया है.