वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में 200 से अधिक नर्सिंग स्टाफ बीते 24 घंटे से कार्य बहिष्कार कर प्रोफेसर केके गुप्ता को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने प्रोफेसर केके गुप्ता पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इसके चलते चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक ने पत्र लिखकर प्रदर्शनकारियों को उनकी समस्या के समाधान का आश्वाशन दिया है. इसके साथ ही नर्सिंग स्टाफ से काम पर लौटने की अपील की है.
इस दौरान नर्सिंग स्टाफ मनीष कुमार ने बताया कि प्रोफेसर केके गुप्ता ने उसे मारा है. आए दिन वह नर्सिंग स्टाफ के ऊपर उत्पीड़न करते हैं. उन्हें काम करने में बाधा डालते हैं. उनके बर्ताव को लेकर पूरा नर्सिंग स्टाफ नाराज है. मनीष कुमार ने बताया कि उनकी बर्खास्तगी की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुए उन्हे 24 घंटे से ज्यादा समय बीत चुका है.
इसके चलते चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर बी.आर. मित्तल ने नर्सिंग स्टाफ से प्रदर्शन को खत्म कर काम पर लौटने की अपील की है. उन्होने नर्सिंग ऑफिसर्स से कोविड-19 महामारी के दौर में मानवता, सेवा और समर्पण भाव रखने की बात कही. नर्सिंग स्टाफ को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का पूरी तरह निराकरण किया जाएगा. प्रो. मित्तल ने कहा कि अस्पताल व विश्वविद्यालय प्रशासन पीड़ितों की सेवा के लिए हमेशा नर्सिंग स्टाफ के साथ खड़ा है. इसलिए वो विरोध छोड़कर काम पर लौट आएं.
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बता दें कि नर्सिंग स्टाफ की तरफ से कार्य बहिष्कार के दौरान मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. सर सुंदरलाल अस्पताल सामान्य दिनों में एक दिन में ओपीडी में लगभग 8 हजार मरीज डॉक्टरों से परामर्श लेने आते हैं. वहीं पूर्वांचल समेत बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश से भी यहां पर मरीज आते हैं.
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