हाथरसः जिले के एक सरकारी स्कूल में गुरु-शिष्य की परंपरा को कलंकित करने का मामला सामने आया है. एक गांव के संविलियन विद्यालय के सहायक अध्यापक के छठवीं और आठवीं की छात्रा से छेड़खानी करने की शिकायत हुई थी. जांच में आरोप सही पाए जाने पर टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है.
दरअसल, संविलियन विद्यालय के सहायक अध्यापक की लिखित शिकायत 27 दिसंबर को खंड शिक्षा अधिकारी हाथरस के कार्यालय से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को मिली थी. जिसमें लिखा गया था कि गांव के विद्यालय की कक्षा 6 व 8 की छात्राओं ने एक शिक्षक पर गलत जगह छूने,उल्टी सीधी बातें करने और विरोध करने पर उन्हें मारने-पीटने की धमकी दी है.
खंड शिक्षा अधिकारी ने हाथरस ने विद्यालय पहुंचकर जांच पड़ताल की. खंड शिक्षा अधिकारी ने निरीक्षण के दौरान संबंधित छात्राओं और उनके अभिभावकों से संपर्क कर बातचीत की. अभिभावकों ने खंड शिक्षाधिकारी को बताया कि छात्राओं ने घर पर भी आपबीती बताई थी.
जांच के आधार पर अध्यापक को छात्रों का शारीरिक शोषण करने, धमकाने तथा पीटने व बच्चों को पढ़ने में रुचि न लेने, बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने और विभाग की छवि धूमिल करने आदि के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. आगे आरोपों की जांच के लिए सादाबाद के सहायक खंड शिक्षा अधिकारी आलोक प्रताप श्रीवास्तव को नामित किया गया है.
बीएससी स्वाति भारती ने बताया कि मामले की जांच कराई गई थी. जांच में प्रथम दृष्टया लिए गए बयानों के आधार पर दोषी मानते हुए शिक्षकों निलंबित कर दिया गया है. वहीं, आरोपी शिक्षक अपने ऊपर लगे आरोप निराधार बता रहा है. शिक्षक पर लगे आरोप सही है या गलत, इसकी जांच की जा रही है.
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