वाराणसी: सैम पित्रोदा की तरफ से 84 के दंगों को लेकर दिए गए बयान के बाद देशभर में सिख समुदाय के लोग कांग्रेस से नाराज हैं. वहीं वाराणसी में सिख समुदाय कांग्रेस के साथ खड़ा दिख रहा है. इसकी जीती जागती मिसाल आज उस वक्त देखने को मिली जब वाराणसी में रोड शो करने के लिए पहुंचीं.
प्रियंका गांधी मदनपुरा क्षेत्र से आगे होते हुए गोदौलिया की तरफ बढ़ीं तो इस इलाके में पहले से ही मौजूद वाराणसी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के लोगों ने प्रियंका गांधी को प्रसाद, रुद्राक्ष की माला और आशीर्वाद स्वरूप सरोपा भेंट किया.
सिख समुदाय के लोगों ने किया स्वागत:
- 84 के सिख दंगों को लेकर लगातार कांग्रेस की फजीहत होती रहती है.
- हाल ही में सैम पित्रोदा ने सिख दंगे पर विवादित बयान दिया.
- इसके बाद कांग्रेस चारों ओर से घिरने लगी, जिसकी वजह से खुद राहुल गांधी को माफी मांगनी पड़ी.
- वाराणसी में सिख धर्म की नाराजगी कांग्रेस से दूर-दूर तक नहीं दिखी.
जैसे ही प्रियंका का काफिला उनके पास से गुजरा सभी ने गुरुद्वारे का प्रसाद और स्वरूपा, जिसे केसरिया पगड़ी कहते हैं, उसे प्रियंका गांधी की तरफ उठाया. इसे देख प्रियंका ने नीचे उतरने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने प्रियंका गांधी को रोका. प्रियंका ने स्वरूपा और माला ले ली और उसे गले में डालकर सभी का अभिवादन करते हुए आगे बढ़ गईं.
सिख समुदाय के लोगों ने प्रियंका को दिया तोहफा:
- प्रियंका गांधी को सरोपा भेंट करने वाले गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और व्यापार मंडल के लोगों का कहना था कि पांचों उंगली एक बराबर नहीं होती.
- यदि सिख समुदाय के लोगों को लेकर किसी एक व्यक्ति ने ऐसा बयान दिया है तो उसे लेकर राहुल गांधी ने माफी मांगी है.
- प्रियंका गांधी ने भी आज हमारे तरफ से दिए गए तोहफे को कबूल करके उसका मान बढ़ाया, इसलिए सिख समुदाय के लोगों की नाराजगी कांग्रेस से फिलहाल बनारस में तो नहीं है.