वाराणसी: काशी का घाट इन दिनों अनोखे मेहमानों से गुलजार है. सरहदों को पार कर आई ये साइबेरियन पक्षी इन दिनों काशी की रौनक बढ़ा रही हैं. यह पक्षी हर वर्ष ठंड के समय सात समुंदर पार करते हुए मां गंगा में आकर रौनक बिखेर देते हैं. शांत स्वभाव वाले इन पक्षियों का सफेद रंग लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता है.
गुलाबी ठंड में आते हैं यह साइबेरियन पक्षी
काशी के घाटों पर विदेशी सैलानियों का सैलाब हर साल देखने को मिलाता है. गुलाबी ठंडी के शुरू होते इन साइबेरियन पक्षियों का जमावड़ा भी गंगा की धारा में तैरते हुए एक अलग ही खूबसूरती का एहसास दिलाता है. इन पक्षियों को लेकर लोगों का मानना है कि यह पक्षी शांति के दूत हैं जो शांति का पैगाम लेकर आते हैं.
सेल्फी लेते नजर आते हैं लोग
इन पक्षियों के आने से काशी के घाटों की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं. घाटों पर लोग कहीं सेल्फी लेते नजर आते हैं तो कहीं लोग इन पक्षियों का वीडियो बनाते. लोग इन पक्षियों के लिए अलग-अलग प्रकार के दाने भी ले आते हैं. इन पक्षियों से गंगा में रह रही मछलियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचातीं.
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लोग लाते हैं कई प्रकार के दाने
इनकी चहचहाहट की आवाज भी तब तेज होती है जब लोगों द्वारा इन्हें दाना खिलाया जाता है. यह पक्षी गुलाबी ठंडी के आते ही काशी आ जाते हैं और मार्च की गर्मी शुरू होते साइबेरिया का रुख ले लेते हैं.