वाराणसी : शिवरात्रि पर शिवसेना के नेता अरुण पाठक के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में शिवसैनिक अस्सी घाट से जल भरकर बाबा काशी विश्वनाथ और माता श्रृंगार गौरी के दर्शन करने निकले. शिव सैनिकों का जुलूस हर-हर महादेव और माता श्रृंगार गौरी को आजाद करो नारे लगाते हुए आगे बढ़ ही रहा था कि उन्हें वहां से हिरासत में ले लिया गया.
प्रशासनिक अधिकारियों ने अरुण पाठक को रोकने की कोशिश की. इस पर अरुण पाठक से प्रशासनिक अधिकारियों की नोक-झोंक हो गई. इसके बाद अरुण पाठक वहीं धरने पर बैठ गए और उनके समर्थन में शिव सैनिक और श्रद्धालु नारेबाजी करने लगे.
अरुण पाठक के समर्थन में श्रद्धालुओं की बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने शिव सैनिकों को हिरासत में ले लिया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया. शिव सेना के नेता अरुण पाठक ने कहा कि हिंदू धर्मग्रन्थों के अनुसार माता श्रृंगार गौरी के दर्शन करने पर ही बाबा विश्वनाथ के दर्शन का पूर्ण फल मिलता है. परंतु मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति के तहत पूर्ववर्ती सरकारों ने माता श्रृंगार गौरी को कैद रखा और उनके दर्शन का प्रयास करने वाले श्रद्धालुओं को गिरफ्तार किया.
अब प्रदेश और देश में भाजपा सरकार है जो हिंदुत्व का दम भरके सत्ता में आई है. उनका कहना है कि सीएम योगी और पीएम मोदी के रहते हुए काशी में माता श्रृंगार गौरी का कैद रहना और उनके दर्शनों का प्रयास करने पर श्रद्धालुओं को गिरफ्तार किया जाना विडंबनापूर्ण है. सरकार और माननीय उच्चतम न्यायालय से निवेदन है कि संविधान में प्रदत्त धार्मिक आजादी को संरक्षित करने हेतु माता श्रृंगार गौरी को आजाद करें.