वाराणसी: ज्योतिष्पीठ का शंकराचार्य बनने के बाद पहली बार शनिवार को वाराणसी पहुंचे. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (Swami Avimukteshwarananda Saraswati) का संतों, शिष्यों और शहरवासियों ने नगर के अलग अलग स्थानों पर भव्य स्वागत किया. शहर की सीमा बाबतपुर से ही स्वागत करने के बाद सिलसिला शुरू हुआ जो हरहुआ, भोजूबीर, कचहरी, अंधरापुल होते हुए सोनारपुरा के लिए रवाना हुआ. वाराणसी में शामिल होते ही लोगों ने भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया है.
इस दौरान स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शंकराचार्य ज्योतिष्पीठ बनने के बाद देश के कई हिस्सों में भ्रमण करने का मौका मिला. जहां लोगों से काफी प्यार मिला और लोगों को सनातन धर्म के प्रति अधिक उम्मीदें भी जगी हुई हैं. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने आगे कहा कि काशी में बचपन से ही गुरु जी ने हमें पढ़ने के लिए भेजा था. एक नई जिम्मेदारी मिली है. उसके बाद हमारा मन काशी आने को था. लेकिन अलग-अलग स्थानों पर जाने का यह दायित्व मिला है.
उन्होंने आगे बताया कि आज काशी आगमन हुआ है. यहां संतों से मिलकर सनातन धर्म (Sanatan Dharma) परंपरा को कैसे आगे बढ़ाया जाए, इस पर लेकर भी विचार-विमर्श किया जाएगा. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने काशी में उनके लड़ाई मुद्दों को लेकर कहा कि जिस मुद्दों पर लड़े गए, वह सनातन धर्म परंपरा को लेकर ही लड़े गए थे. उन मुद्दों को लेकर समय-समय पर हमने अपना निर्वहन किया है. उन्होंने कहा कि अब हमारा परम दायित्व हो गया है कि धर्म की रक्षा के लिए जो करना है वो करेंगे. सनातन धर्म की रक्षा के लिए अब हमें आगे आना ही पड़ेगा.
वहीं, देश में मौजूदा समय की राजनीति को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब देश में दो तरह की पार्टियां हो गई हैं. एक पार्टी जिसमें गंदे लोग जाते हैं तो साफ हो जाते हैं. उनका मापदंड बदल जाता है. लेकिन इसको इसमें बदलाव लाने की जरूरत है. जिससे देश में एक सही माहौल छवि बना रहे. इसके लिए जरूरत पड़ी तो आगे जागरूकता अभियान चलाने की भी जरूरत है.
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शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने BJP पर कसा तंज, कहा- इस पार्टी में जाते ही गंदे लोग साफ हो जाते हैं - Jyotishpeeth in Varanasi
वाराणसी में ज्योतिषपीठ का शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (Swami Avimukteshwarananda Saraswati) का संतों, शिष्यों और शहरवासियों ने भव्य स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में दो तरह की पार्टियां हो गई हैं.
वाराणसी: ज्योतिष्पीठ का शंकराचार्य बनने के बाद पहली बार शनिवार को वाराणसी पहुंचे. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (Swami Avimukteshwarananda Saraswati) का संतों, शिष्यों और शहरवासियों ने नगर के अलग अलग स्थानों पर भव्य स्वागत किया. शहर की सीमा बाबतपुर से ही स्वागत करने के बाद सिलसिला शुरू हुआ जो हरहुआ, भोजूबीर, कचहरी, अंधरापुल होते हुए सोनारपुरा के लिए रवाना हुआ. वाराणसी में शामिल होते ही लोगों ने भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया है.
इस दौरान स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शंकराचार्य ज्योतिष्पीठ बनने के बाद देश के कई हिस्सों में भ्रमण करने का मौका मिला. जहां लोगों से काफी प्यार मिला और लोगों को सनातन धर्म के प्रति अधिक उम्मीदें भी जगी हुई हैं. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने आगे कहा कि काशी में बचपन से ही गुरु जी ने हमें पढ़ने के लिए भेजा था. एक नई जिम्मेदारी मिली है. उसके बाद हमारा मन काशी आने को था. लेकिन अलग-अलग स्थानों पर जाने का यह दायित्व मिला है.
उन्होंने आगे बताया कि आज काशी आगमन हुआ है. यहां संतों से मिलकर सनातन धर्म (Sanatan Dharma) परंपरा को कैसे आगे बढ़ाया जाए, इस पर लेकर भी विचार-विमर्श किया जाएगा. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने काशी में उनके लड़ाई मुद्दों को लेकर कहा कि जिस मुद्दों पर लड़े गए, वह सनातन धर्म परंपरा को लेकर ही लड़े गए थे. उन मुद्दों को लेकर समय-समय पर हमने अपना निर्वहन किया है. उन्होंने कहा कि अब हमारा परम दायित्व हो गया है कि धर्म की रक्षा के लिए जो करना है वो करेंगे. सनातन धर्म की रक्षा के लिए अब हमें आगे आना ही पड़ेगा.
वहीं, देश में मौजूदा समय की राजनीति को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब देश में दो तरह की पार्टियां हो गई हैं. एक पार्टी जिसमें गंदे लोग जाते हैं तो साफ हो जाते हैं. उनका मापदंड बदल जाता है. लेकिन इसको इसमें बदलाव लाने की जरूरत है. जिससे देश में एक सही माहौल छवि बना रहे. इसके लिए जरूरत पड़ी तो आगे जागरूकता अभियान चलाने की भी जरूरत है.
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