ETV Bharat / state

व्यापारियों से बरामद साढ़े चार लाख रुपये किए हजम, 7 पुलिसकर्मी गिरफ्तार - पुलिस अधीक्षक वाराणसी ग्रामीण

वाराणसी शहर के विभिन्न क्षेत्रो में स्टैटिक सर्विलांस टीम (static surveillance team) मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस टीम के साथ संदिग्ध व्यक्ति, वाहनों की चेकिंग की जा रही थी. इस दौरान एक व्यापारी के पास से बैग से 8.5 लाख रुपये बरामद हुए. बरामद रुपये का व्यापारी द्वारा सही जवाब नहीं देने पर टीम ने रूपये अपने पास रख लिए. इस पर डीएम ने स्टैटिक टीम के उस वक्त मौजूद सभी कर्मचारियों को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है.

etv bharat
चेकिंग अभियान
author img

By

Published : Feb 9, 2022, 5:17 PM IST

वाराणसी: जिले में वैसे तो अंतिम चरण में चुनाव होने हैं लेकिन पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद दिखाई दे रही है. जिसकी वजह से पुलिस ने वाराणसी के जंसा थाना इलाके में पिछले दिनों जांच के दौरान साढ़े आठ लाख रुपये बरामद किये. लेकिन स्टैटिक टीम ने काम में लापरवाही करते हुए जब्त रुपये को इनकम टैक्स में न जमा करवाकर अपने पास ही रख लिया. इस पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए स्टैटिक टीम के उस वक्त मौजूद सभी कर्मचारियों को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है.

डीएम कौशल राजा शर्मा ने बताया कि जंसा थाना क्षेत्र के कतवारूपुर के पास सेवापुरी विधानसभा की स्टैटिक सर्विलांस टीम स्टैटिक मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस टीम के साथ 7 फरवरी को संदिग्ध व्यक्ति, वाहनों की चेकिंग की जा रही थी. इसी दौरान व्यापारी वीर चौरसिया पुत्र रमेशचन्द चौरसिया निवासी आनन्दनगर, अहमदगंज, जनपद भदोही अपने मित्र उमेश यादव के साथ मोटर साइकिल से आ रहे थे. इन सभी लोगों ने चेकिंग होता देख बैग लेकर मोटर साइकिल से उतर कर पैदल चलने लगे. एसएसटी टीम द्वारा उनको रोककर जांच किया गया तो बैग से 8.50 लाख रुपये प्राप्त हुए. जांच और पूछताछ के दौरान व्यापारी द्वारा 4.5 लाख रुपये के सम्बन्ध में कोई स्पष्ट संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया. इस पर एसएसटी टीम द्वारा 4.5 लाख रुपये इनकम टैक्स में जमा कराने के लिए कब्जे में ले लिया गया और व्यापारी को बताया गया कि इनकम टैक्स में उचित जवाब देकर रुपये वापस मिल जाएंगे.

डीएम ने बताया कि व्यापारी ने रिश्तेदारों को इसकी जानकारी रात को दी गई, कोई रसीद ना मिलने पर और थाने या इनकम टैक्स से कोई सूचना प्राप्त न होने पर उक्त घटना के सम्बन्ध में थाना जन्सा पर सम्पर्क किया. थानाध्यक्ष जन्सा ने शुरुआती जानकारी कर चुनाव से जुड़ी एसएसटी टीम का मामला होने के कारण उक्त सूचना जिला मजिस्ट्रेट व पुलिस अधीक्षक वाराणसी ग्रामीण को 8 फरवरी सुबह दी गई.

मामले को तत्काल संज्ञान लेते हुए 8 फरवरी सुबह एडीएम सिटी/ आचार संहिता प्रभारी व एडिशनल एसपी ग्रामीण की संयुक्त जांच बैठाई गई. जांच से यह तथ्य प्रकाश में आया कि एसएसटी टीम द्वारा व्यापारी से जो 4.5 लाख रुपये कब्जे में लिया था, नियमानुसार सीजर की कार्यवाही करते हुए इनकम टैक्स में जमा कराया जाना था. लेकिन एसएसटी टीम द्वारा अपने पास ही रख लिया गया है.

इसे भी पढ़ें-कांग्रेस का घोषणापत्र: सरकारी नौकरी में महिलाओं को 40% आरक्षण तो 10 दिनों में किसानों का होगा कर्ज माफ

8 फरवरी की रात में रिपोर्ट प्राप्त होने पर यह पाया गया कि एसएसटी का यह कृत्य आपराधिक प्रकृति का है. उक्त घटना के क्रम में थाना जन्सा पुलिस ने धारा 409 भादवि बनाम एसएसटी टीम गबन हेतु पंजीकृत किया गया है तथा 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस टीम को हटाकर नई एसएसटी टीम लगा दी गई है. पुलिस अधीक्षक वाराणसी ग्रामीण द्वारा स्टैटिक टीम में नियुक्त पुलिस कर्मचारीगण को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा एसएसटी टीम के सदस्यों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई रने की संस्तुति भारत निर्वाचन आयोग को की गई है. गिरफ्तार अभियुक्तों में मुकेश कुमार कुशवाहा CDPO, बाल विकास विभाग, विद्यार्थी सिंह उप निरीक्षक, जटा शंकर पांडेय, हेड कांस्टेबल, संजय कुमार कांस्टेबल, अमित सिंह यादव कांस्टेबल, सौरभ सेठ वीडियो ग्राफर, गोरख यादव ड्राइवर शामिल हैं. जिनको कोर्ट में जेल भेजने हेतु पेश किया जा रहा है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

वाराणसी: जिले में वैसे तो अंतिम चरण में चुनाव होने हैं लेकिन पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद दिखाई दे रही है. जिसकी वजह से पुलिस ने वाराणसी के जंसा थाना इलाके में पिछले दिनों जांच के दौरान साढ़े आठ लाख रुपये बरामद किये. लेकिन स्टैटिक टीम ने काम में लापरवाही करते हुए जब्त रुपये को इनकम टैक्स में न जमा करवाकर अपने पास ही रख लिया. इस पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए स्टैटिक टीम के उस वक्त मौजूद सभी कर्मचारियों को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है.

डीएम कौशल राजा शर्मा ने बताया कि जंसा थाना क्षेत्र के कतवारूपुर के पास सेवापुरी विधानसभा की स्टैटिक सर्विलांस टीम स्टैटिक मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस टीम के साथ 7 फरवरी को संदिग्ध व्यक्ति, वाहनों की चेकिंग की जा रही थी. इसी दौरान व्यापारी वीर चौरसिया पुत्र रमेशचन्द चौरसिया निवासी आनन्दनगर, अहमदगंज, जनपद भदोही अपने मित्र उमेश यादव के साथ मोटर साइकिल से आ रहे थे. इन सभी लोगों ने चेकिंग होता देख बैग लेकर मोटर साइकिल से उतर कर पैदल चलने लगे. एसएसटी टीम द्वारा उनको रोककर जांच किया गया तो बैग से 8.50 लाख रुपये प्राप्त हुए. जांच और पूछताछ के दौरान व्यापारी द्वारा 4.5 लाख रुपये के सम्बन्ध में कोई स्पष्ट संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया. इस पर एसएसटी टीम द्वारा 4.5 लाख रुपये इनकम टैक्स में जमा कराने के लिए कब्जे में ले लिया गया और व्यापारी को बताया गया कि इनकम टैक्स में उचित जवाब देकर रुपये वापस मिल जाएंगे.

डीएम ने बताया कि व्यापारी ने रिश्तेदारों को इसकी जानकारी रात को दी गई, कोई रसीद ना मिलने पर और थाने या इनकम टैक्स से कोई सूचना प्राप्त न होने पर उक्त घटना के सम्बन्ध में थाना जन्सा पर सम्पर्क किया. थानाध्यक्ष जन्सा ने शुरुआती जानकारी कर चुनाव से जुड़ी एसएसटी टीम का मामला होने के कारण उक्त सूचना जिला मजिस्ट्रेट व पुलिस अधीक्षक वाराणसी ग्रामीण को 8 फरवरी सुबह दी गई.

मामले को तत्काल संज्ञान लेते हुए 8 फरवरी सुबह एडीएम सिटी/ आचार संहिता प्रभारी व एडिशनल एसपी ग्रामीण की संयुक्त जांच बैठाई गई. जांच से यह तथ्य प्रकाश में आया कि एसएसटी टीम द्वारा व्यापारी से जो 4.5 लाख रुपये कब्जे में लिया था, नियमानुसार सीजर की कार्यवाही करते हुए इनकम टैक्स में जमा कराया जाना था. लेकिन एसएसटी टीम द्वारा अपने पास ही रख लिया गया है.

इसे भी पढ़ें-कांग्रेस का घोषणापत्र: सरकारी नौकरी में महिलाओं को 40% आरक्षण तो 10 दिनों में किसानों का होगा कर्ज माफ

8 फरवरी की रात में रिपोर्ट प्राप्त होने पर यह पाया गया कि एसएसटी का यह कृत्य आपराधिक प्रकृति का है. उक्त घटना के क्रम में थाना जन्सा पुलिस ने धारा 409 भादवि बनाम एसएसटी टीम गबन हेतु पंजीकृत किया गया है तथा 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस टीम को हटाकर नई एसएसटी टीम लगा दी गई है. पुलिस अधीक्षक वाराणसी ग्रामीण द्वारा स्टैटिक टीम में नियुक्त पुलिस कर्मचारीगण को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा एसएसटी टीम के सदस्यों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई रने की संस्तुति भारत निर्वाचन आयोग को की गई है. गिरफ्तार अभियुक्तों में मुकेश कुमार कुशवाहा CDPO, बाल विकास विभाग, विद्यार्थी सिंह उप निरीक्षक, जटा शंकर पांडेय, हेड कांस्टेबल, संजय कुमार कांस्टेबल, अमित सिंह यादव कांस्टेबल, सौरभ सेठ वीडियो ग्राफर, गोरख यादव ड्राइवर शामिल हैं. जिनको कोर्ट में जेल भेजने हेतु पेश किया जा रहा है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.