वाराणसी: धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में कोरोना के चलते सभी मंदिर बंद हैं और लोग घरों में कैद हैं. वहीं मां गंगा के घाट सूने पड़े हैं. कोविड-19 के प्रभाव को तोड़ने के लिए पूरे भारत को 31 मई तक लॉकडाउन किया गया था. अब अनलॉक-1 में मंदिर खुलने की बात सामने आ रही है.
दीवारों पर भक्तों ने लिखा अपना सपना
भक्तों ने संकट मोचन मंदिर प्रांगण की दीवारों पर तरह-तरह की मन्नतें लिखकर प्रार्थना की है. किसी ने लिखा 'हम आईआईटी निकाल लें, पीएमटी निकाल लें' तो किसी ने लिखा 'हम सांसद बन जाए', किसी ने कहा 'हम विधायक' तो किसी ने कहा 'बीएचयू विश्वविद्यालय में हमारा एडमिशन हो जाए'. पुत्र कामना से लेकर अपनी पारिवारिक समस्या तक लोगों ने दीवारों पर लिखी है.
भगवान सबकी सुनते हैं
संकट मोचन मंदिर के महंत प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्र ने ट्वीट कर और अपने फेसबुक पेज पर इन बातों को शेयर किया है. हनुमान जी महाराज में कितनी श्रद्धा है कि लोग अपनी बात कहते हैं. भगवान सबकी सुनते हैं.
इस संबंध में कुछ भक्तों का कहना है कि बाबा के दरबार में सच्चे मन से जो भी लिखा गया है, वह पूरा हुआ है. यह हमारी श्रद्धा है कि हम अपनी बात अपने प्रभु तक ऐसे ही पहुंचाते हैं.