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गैंग बनाकर सोशल मीडिया पर दहशत फैलाने वालों की खैर नहीं, लखनऊ पुलिस की कई अकाउंट्स-ग्रुप पर नजर - LUCKNOW NEWS

लखनऊ पुलिस ने ऐसे ही 12 गैंग का लगाया है पता.

प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 6, 2025, 4:20 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश से मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद जैसे कुख्यात माफिया के गैंग सफाया करने के बाद अब यूपी पुलिस के सामने वो छोटे-छोटे गैंग चुनौती बन कर उभर रहे हैं, जो सोशल मीडिया के माध्यम से अपने गैंग का विस्तार कर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. लखनऊ पुलिस ने ऐसे ही 12 गैंग का पता लगाया है, जो लूट, चोरी, फिरौती जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. आइये जानते हैं वो कौन-कौन से गैंग हैं और कैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर अपने गैंग को बढ़ा रहे हैं?


लखनऊ पुलिस की प्रवक्ता डीसीपी रवीना त्यागी ने बताया कि, बीते कुछ माह में लखनऊ पुलिस की सोशल मीडिया टीम अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर नजर बनाए रखे हुए थी. इस दौरान टीम ने कई ऐसे अकाउंट्स और ग्रुप को चिन्हित किया है, जिसमें कुछ लोग गैंग ऑपरेट कर रहे हैं. इस ग्रुप में शामिल अधिकांश लोग बड़े-बड़े माफिया और अपराधियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स को फाॅलो करते हैं. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर रील्स बनाकर अवैध हथियारों का प्रदर्शन भी करते हैं, जिससे उनका खौफ बना रहे. हमारी टीम ऐसे गैंग पर अब कार्रवाई करने में जुट गई है.

इस गैंग से जुड़े सैकड़ों युवा : राजधानी के कृष्णानगर, आलमबाग, आशियाना और कैंट इलाके में एक्टिव 'किंग ऑफ लखनऊ गैंग' सैकड़ों युवाओं को अपने साथ जोड़े हुए है. आरोप है कि यह गैंग दहशत फैलाता है. तीन वर्ष पहले इस गैंग ने बमबाजी कर अपने गैंग को सार्वजनिक किया था. इसके बाद से वसूली को लेकर कई बार यह गैंग बड़ी वारदात को अंजाम दे चुका है.

लखनऊ के उत्तरी इलाके में इस गैंग का खौफ : लखनऊ के उत्तरी इलाके में टीम 'चेतन गैंग' ने अपना विस्तार किया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम में ये युवाओं को अपने साथ जोड़ता है. आरोप है कि ये गैंग वसूली, सुपारी लेकर काम करता है. इसके अलावा दबंगों के इशारे में जमीन खाली करवाने का भी काम इस गैंग के लड़के करते हैं.

इस गैंग की भी है दहशत : लखनऊ के उत्तर इलाके में एक्टिव 'लाला गैंग' कई हत्याओं को अंजाम दे चुका है. आरोप है कि हाल ही में इस गैंग ने अपने ही पूर्व सदस्य की सारेराह चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी थी. यह गैंग भी वसूली, जमीन खाली करवाने और पैसों के लिए हत्या करने का काम करता है.

सोशल मीडिया एकाउंट्स बंद करा चुकी है पुलिस : गैंग का सरगना बाइक और कार का हुजूम लेकर चलता है. आरोप है कि नासिर रजा गैंग जमीनी विवाद, पैसे निकलवाने जैसे मामलों को अंजाम देता है और अवैध असलहों का प्रदर्शन कर मामला रफा दफा करता है. इस गैंग के कई सोशल मीडिया एकाउंट्स को पुलिस बंद करवा चुकी है.

गैंग पर वसूली समेत कई आरोप : लखनऊ साउथ के आशियाना का रहने वाला सोनू रावत ने अपना एक गैंग बनाया है. इसने सबसे पहले सोशल मीडिया पर 'चाउमीन' नाम का एक अकाउंट बनाया. फिर उसमें युवाओं को जोड़ा, जिसके बाद गैंग की घोषणा की. आरोप है कि यह गैंग वसूली समेत कई अपराधों में लिप्त है.


इस गैंग की सरगना को पुलिस ने किया था गिरफ्तार : नीलोफर उर्फ़ गिट्टा, अपने गैंग की सरगना है. इस गैंग पर राहगीरों से लूट की वारदात को अंजाम देने का आरोप है. इसके अलावा आरोप है कि गैंग बाइक से घूम घूमकर शहर भर की ऐसी दुकानों को चिन्हित करता है जो मेन रोड से हट कर होती थीं. रात में यह बाइक से पहुंचती और फिर लोहे की रोड से शटर को खोल छोटे कद होने के चलते नीचे से घुस जाती थी. इसके बाद दुकान के अंदर की कीमती चीजें निकालकर गैंग के साथ रफू चक्कर हो जाती थी. इसके बाद सोशल मीडिया पर युवाओं को अपने साथ जोड़ती थी. बीते दिनों पुलिस ने इस गैंग की नीलोफर और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है.

गैंग के अलग-अलग चार्ट तैयार किये जाएं : डीजीपी

शहर में बढ़ रहे गैंग से चिंतित होकर डीजीपी प्रशांत कुमार ने निर्देश दिए हैं कि, लूट, डकैती, भाड़े पर हत्या, किडनैपिंग, नोट की तस्करी और चेन लूट अपराध में शामिल गैंग के अलग-अलग चार्ट तैयार किये जाएं. डीजीपी के मुताबिक, जिला स्तर के गैंग को डी गैंग के नाम से जाना जाएगा. इसमें वो अपराधी होंगे जो एक ही जिले में अपराध करते है. वहीं जो राज्य स्तर के गैंग हैं उन्हें आईडी गैंग के नाम से जाना जाएगा. एक से अधिक राज्य में अपराध करने वाले गैंग को आईएस गैंग बोला जायेगा.

यह भी पढ़ें : डिजिटल अरेस्ट गैंग का भंडाफोड़; लखनऊ के डॉक्टर समेत कई लोगों से ठगे करोड़ रुपये, 3 शातिर गिरफ्तार - DIGITAL ARREST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश से मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद जैसे कुख्यात माफिया के गैंग सफाया करने के बाद अब यूपी पुलिस के सामने वो छोटे-छोटे गैंग चुनौती बन कर उभर रहे हैं, जो सोशल मीडिया के माध्यम से अपने गैंग का विस्तार कर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. लखनऊ पुलिस ने ऐसे ही 12 गैंग का पता लगाया है, जो लूट, चोरी, फिरौती जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. आइये जानते हैं वो कौन-कौन से गैंग हैं और कैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर अपने गैंग को बढ़ा रहे हैं?


लखनऊ पुलिस की प्रवक्ता डीसीपी रवीना त्यागी ने बताया कि, बीते कुछ माह में लखनऊ पुलिस की सोशल मीडिया टीम अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर नजर बनाए रखे हुए थी. इस दौरान टीम ने कई ऐसे अकाउंट्स और ग्रुप को चिन्हित किया है, जिसमें कुछ लोग गैंग ऑपरेट कर रहे हैं. इस ग्रुप में शामिल अधिकांश लोग बड़े-बड़े माफिया और अपराधियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स को फाॅलो करते हैं. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर रील्स बनाकर अवैध हथियारों का प्रदर्शन भी करते हैं, जिससे उनका खौफ बना रहे. हमारी टीम ऐसे गैंग पर अब कार्रवाई करने में जुट गई है.

इस गैंग से जुड़े सैकड़ों युवा : राजधानी के कृष्णानगर, आलमबाग, आशियाना और कैंट इलाके में एक्टिव 'किंग ऑफ लखनऊ गैंग' सैकड़ों युवाओं को अपने साथ जोड़े हुए है. आरोप है कि यह गैंग दहशत फैलाता है. तीन वर्ष पहले इस गैंग ने बमबाजी कर अपने गैंग को सार्वजनिक किया था. इसके बाद से वसूली को लेकर कई बार यह गैंग बड़ी वारदात को अंजाम दे चुका है.

लखनऊ के उत्तरी इलाके में इस गैंग का खौफ : लखनऊ के उत्तरी इलाके में टीम 'चेतन गैंग' ने अपना विस्तार किया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम में ये युवाओं को अपने साथ जोड़ता है. आरोप है कि ये गैंग वसूली, सुपारी लेकर काम करता है. इसके अलावा दबंगों के इशारे में जमीन खाली करवाने का भी काम इस गैंग के लड़के करते हैं.

इस गैंग की भी है दहशत : लखनऊ के उत्तर इलाके में एक्टिव 'लाला गैंग' कई हत्याओं को अंजाम दे चुका है. आरोप है कि हाल ही में इस गैंग ने अपने ही पूर्व सदस्य की सारेराह चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी थी. यह गैंग भी वसूली, जमीन खाली करवाने और पैसों के लिए हत्या करने का काम करता है.

सोशल मीडिया एकाउंट्स बंद करा चुकी है पुलिस : गैंग का सरगना बाइक और कार का हुजूम लेकर चलता है. आरोप है कि नासिर रजा गैंग जमीनी विवाद, पैसे निकलवाने जैसे मामलों को अंजाम देता है और अवैध असलहों का प्रदर्शन कर मामला रफा दफा करता है. इस गैंग के कई सोशल मीडिया एकाउंट्स को पुलिस बंद करवा चुकी है.

गैंग पर वसूली समेत कई आरोप : लखनऊ साउथ के आशियाना का रहने वाला सोनू रावत ने अपना एक गैंग बनाया है. इसने सबसे पहले सोशल मीडिया पर 'चाउमीन' नाम का एक अकाउंट बनाया. फिर उसमें युवाओं को जोड़ा, जिसके बाद गैंग की घोषणा की. आरोप है कि यह गैंग वसूली समेत कई अपराधों में लिप्त है.


इस गैंग की सरगना को पुलिस ने किया था गिरफ्तार : नीलोफर उर्फ़ गिट्टा, अपने गैंग की सरगना है. इस गैंग पर राहगीरों से लूट की वारदात को अंजाम देने का आरोप है. इसके अलावा आरोप है कि गैंग बाइक से घूम घूमकर शहर भर की ऐसी दुकानों को चिन्हित करता है जो मेन रोड से हट कर होती थीं. रात में यह बाइक से पहुंचती और फिर लोहे की रोड से शटर को खोल छोटे कद होने के चलते नीचे से घुस जाती थी. इसके बाद दुकान के अंदर की कीमती चीजें निकालकर गैंग के साथ रफू चक्कर हो जाती थी. इसके बाद सोशल मीडिया पर युवाओं को अपने साथ जोड़ती थी. बीते दिनों पुलिस ने इस गैंग की नीलोफर और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है.

गैंग के अलग-अलग चार्ट तैयार किये जाएं : डीजीपी

शहर में बढ़ रहे गैंग से चिंतित होकर डीजीपी प्रशांत कुमार ने निर्देश दिए हैं कि, लूट, डकैती, भाड़े पर हत्या, किडनैपिंग, नोट की तस्करी और चेन लूट अपराध में शामिल गैंग के अलग-अलग चार्ट तैयार किये जाएं. डीजीपी के मुताबिक, जिला स्तर के गैंग को डी गैंग के नाम से जाना जाएगा. इसमें वो अपराधी होंगे जो एक ही जिले में अपराध करते है. वहीं जो राज्य स्तर के गैंग हैं उन्हें आईडी गैंग के नाम से जाना जाएगा. एक से अधिक राज्य में अपराध करने वाले गैंग को आईएस गैंग बोला जायेगा.

यह भी पढ़ें : डिजिटल अरेस्ट गैंग का भंडाफोड़; लखनऊ के डॉक्टर समेत कई लोगों से ठगे करोड़ रुपये, 3 शातिर गिरफ्तार - DIGITAL ARREST

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