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वाराणसी: मां कुष्मांडा के दरबार में कलाकारों ने लगायी हाजिरी

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में संगीत समारोह की शुरुआत हुई. मां कुष्मांडा की महाआरती के साथ आयोजन किया गया. मां का स्वर्ण सिंगार भी किया गया.

मां कुष्मांडा देवी के मंदिर में संगीत समारोह की शुरुआत हुई.
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Published : Aug 30, 2019, 10:23 AM IST

वाराणसी: शिव की नगरी में मां कुष्मांडा देवी के मंदिर का वार्षिक श्रृंगार और छह दिवसीय संगीत समारोह का आयोजन किया गया. दुर्गाकुंड स्थित मां के मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया.

मां कुष्मांडा देवी के मंदिर में संगीत समारोह की शुरुआत हुई.

ये भी पढ़ें- वाराणसी: सावन के पहले सोमवार पर सबसे पहले जल चढ़ाता है यदुवंशी समाज

मां कुष्मांडा देवी को स्वरों से श्रद्धा सुमन अर्पित
संगीत समारोह की शुरुआत प्रख्यात नृत्यांगना पद्मश्री गीता चंद्रन ने किया. उसके बाद मां भगवती के चरणों में कलाकारों ने अपने स्वरों से श्रद्धा सुमन अर्पित किया. मशहूर गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने भजन से सबका मन मोह लिया. छह दिवसीय कार्यक्रम में कई नामचीन कलाकार विभिन्न जिलों में हाजिरी लगाएंगे. इस मौके पर मंदिर पर देशी और विदेशी फूलों से आकर्षक ढंग से सजावट की गई. मां की अलौकिक झांकी के दर्शन के लिए भक्तों का रेला लगा रहा.

संगीत समारोह का शुभारंभ मां कुष्मांडा के महा आरती के साथ हुआ इस अवसर पर मां का स्वर्ण सिंगार भी किया जाता है. हर वर्ष छठी के दिन हम यह पर्व मनाते हैं. इसमें मां के दरबार में कलाकार अपनी कला के माध्यम से अपनी हाजिरी लगाते हैं.
-विशेश्वर झा, महंत परिवार

वाराणसी: शिव की नगरी में मां कुष्मांडा देवी के मंदिर का वार्षिक श्रृंगार और छह दिवसीय संगीत समारोह का आयोजन किया गया. दुर्गाकुंड स्थित मां के मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया.

मां कुष्मांडा देवी के मंदिर में संगीत समारोह की शुरुआत हुई.

ये भी पढ़ें- वाराणसी: सावन के पहले सोमवार पर सबसे पहले जल चढ़ाता है यदुवंशी समाज

मां कुष्मांडा देवी को स्वरों से श्रद्धा सुमन अर्पित
संगीत समारोह की शुरुआत प्रख्यात नृत्यांगना पद्मश्री गीता चंद्रन ने किया. उसके बाद मां भगवती के चरणों में कलाकारों ने अपने स्वरों से श्रद्धा सुमन अर्पित किया. मशहूर गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने भजन से सबका मन मोह लिया. छह दिवसीय कार्यक्रम में कई नामचीन कलाकार विभिन्न जिलों में हाजिरी लगाएंगे. इस मौके पर मंदिर पर देशी और विदेशी फूलों से आकर्षक ढंग से सजावट की गई. मां की अलौकिक झांकी के दर्शन के लिए भक्तों का रेला लगा रहा.

संगीत समारोह का शुभारंभ मां कुष्मांडा के महा आरती के साथ हुआ इस अवसर पर मां का स्वर्ण सिंगार भी किया जाता है. हर वर्ष छठी के दिन हम यह पर्व मनाते हैं. इसमें मां के दरबार में कलाकार अपनी कला के माध्यम से अपनी हाजिरी लगाते हैं.
-विशेश्वर झा, महंत परिवार

Intro:शिव की नगरी में मां कुष्मांडा देवी के मंदिर का वार्षिक श्रृंगार एवं छह दिवसीय संगीत समारोह का आयोजन किया गया दुर्गाकुंड स्थित मां के मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया इस मौके पर मंदिर को देशी और विदेशी फूलों से आकर्षक ढंग से सजावट की गई और मां की अलौकिक झांकी के दर्शन के लिए भक्तों का रेला लगा रहा।


Body:संगीत समारोह की शुरुआत प्रख्यात नृत्यांगना पद्मश्री गीता चंद्रन ने किया। उसके बाद मां भगवती के चरणों में कलाकारों ने अपने स्वरों से श्रद्धा सुमन अर्पित किया जिसके बाद मशहूर गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने भजन से सबका मन मोह लिया। हम आपको बता दें कि छह दिवसीय कार्यक्रम में कई नामचीन कलाकार विभिन्न जिलों में हाजिरी लगाएंगे।


Conclusion:महंत परिवार से विशेश्वर झा ने बताया संगीत समारोह का शुभारंभ मां कुष्मांडा के महा आरती के साथ हुआ इस अवसर पर मां का स्वर्ण सिंगार भी किया जाता है। हर वर्ष छठी के दिन हम यह पर्व मनाते हैं। इसमें मां के दरबार में कलाकार अपनी कला के माध्यम से अपनी हाजिरी लगाते हैं।

बाइट:-- महंत परिवार, विशेश्वर झा

अशुतोष उपध्याय
9005099684
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