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सपा नेता अबू आजमी के मामले में विनायक ग्रुप पर केस, VDA के फर्जी दस्तावेज बनवाने का आरोप

Abu Azmi Case : सपा नेता अबू आजमी (Abu Azmi) के वाराणसी स्थित ठिकानों पर हाल ही में आयकर विभाग ने छापेमारी (IT Raid) की थी, जिसमें विनायक ग्रुप (Vinayak Group) के कई कागजात मिले थे. इस पर विनायक ग्रुप के ठिकानों पर भी कार्रवाई हुई थी. उसमें मिले दस्तावेजों के आधार पर वाराणसी विकास प्राधिकरण ने अब विनायक ग्रुप के निदेशकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 19, 2023, 2:15 PM IST

वाराणसी: समाजवादी पार्टी के विधायक और पूर्व सांसद अबू आजमी के करीबी विनायक ग्रुप के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है. ये एफआईआर वाराणसी विकास प्राधिकरण ने कराई है. विनायक ग्रुप के पार्टनर अबू आसिम आजमी के ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीम ने हाल ही में छापेमारी की थी. इस छापेमारी में विनायक ग्रुप के पास से मिले वाराणसी विकास प्राधिकरण के नाम के दस्तावेज फर्जी हैं. इसके साथ ही उन कागजात पर हुए हस्ताक्षर भी फर्जी हैं. ऐसे में वीडीए की शिकायत पर कैंट पुलिस ने विनायक ग्रुप पर एफआईआर दर्ज की है.

वाराणसी में कुछ दिन पहले आयकर विभाग की टीम ने समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आजमी के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसमें विनायक ग्रुप द्वारा बनाई गई प्रॉपर्टी भी शामिल थी. आयकर विभाग इससे पहले मुंबई और लखनऊ के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी थी. इसके बाद वाराणसी में एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई थी. इस जांच में आयकर विभाग को कई तरह के लेनदेन पर शक हुआ था. इसके साथ ही 100 से अधिक फाइलें और बैंक के कागजात टीम जब्त करके ले गई थी. वहीं वीडीए के नाम के कागजात अब फर्जी पाए गए हैं. इसकी जानकारी टीम ने विभाग को दी है.

फर्जी पाए गए दस्तावेज और हस्ताक्षरः वाराणसी में जांच के दौरान विनायक ग्रुप के डायरेक्टर ने आयकर विभाग की टीम को वाराणसी विकास प्राधिकरण की अनुमति के दस्तावेज दिखाए थे. विभाग ने इस कागजात को जांच के लिए जब्त कर लिया था. विभाग ने जब इन दस्तावेजों को वाराणसी विकास प्राधिकरण भेजा तो सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं. इन पर किए गए हस्ताक्षर भी फर्जी थे. इसके साथ ही दस्तावेज में कई तरह की गलत जानकारियां भी दी गई हैं. इस खुलासे के बाद आयकर विभाग ने प्राधिकरण को पत्र लिखकर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की बात कही थी. प्राधिकरण को आयकर विभाग ने कुछ नाम भी उपलब्ध कराए थे.

डायरेक्टर और कर्मचारियों के खिलाफ नामजद मुकदमाः वहीं इस मामले में वाराणसी विकास प्राधिकरण के प्रकाश कुमार की तहरीर पर विनायक ग्रुप के डायरेक्टर और कर्मचारियों को आरोपियों को फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करने का आरोपी मानते हुए केस दर्ज किया गया. प्राधिकरण की तरफ से नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है. प्राधिकरण की तरफ से शिकायत में कहा गया है कि मेसर्स विनायक निर्माण प्राइवेट लिमिटेड वाराणसी ने वरुणा गार्डेन परियोजना वाराणसी के पूर्णता प्रमाण पत्र को वाराणसी विकास प्राधिकरण के संयुक्त सचिव द्वारा जारी दिखाया है, जबकि वीडीए ने ऐसा कोई प्रमाणपत्र जारी नहीं किया है. केन्द्र सरकार को भारी राजस्व की क्षति की गई है.

केंद्र और राज्य सरकार को राजस्व की क्षतिः प्राधिकरण ने शिकायत में यह भी कहा है कि स्थलीय निरीक्षण में वरुणा गार्डेन का स्वीकृत मानचित्र मौके पर अनियमित पाया गया है. वाराणसी विकास प्राधिकरण के कूटरचित दस्तावेजों का प्रयोग कर केन्द्र और राज्य सरकार दोनों को राजस्व क्षति पहुंचाई गई है. वहीं आयकर विभाग ने भी इस मामले में अपनी रिपोर्ट मुख्यालय में भेज दी है. इसके बाद विभाग की तरफ से बड़ी कार्रवाई की जा सकती है. बता दें कि अबू आसिम आजमी के करीबियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीम ने 40 घंटे चली थी. वरुणा गार्डेन, बाबतपुर एयरपोर्ट रोड और हरहुआ में बेनामी संपत्तियां मिली थीं. करीब 200 करोड़ की टैक्स चोरी भी सामने आई है.

ये भी पढ़ेंः काशी में अबू आजमी के करीबी विनायक ग्रुप पर Income Tax के छापे जारी, 250 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिली, 42 फ्लैट सीज

वाराणसी: समाजवादी पार्टी के विधायक और पूर्व सांसद अबू आजमी के करीबी विनायक ग्रुप के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है. ये एफआईआर वाराणसी विकास प्राधिकरण ने कराई है. विनायक ग्रुप के पार्टनर अबू आसिम आजमी के ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीम ने हाल ही में छापेमारी की थी. इस छापेमारी में विनायक ग्रुप के पास से मिले वाराणसी विकास प्राधिकरण के नाम के दस्तावेज फर्जी हैं. इसके साथ ही उन कागजात पर हुए हस्ताक्षर भी फर्जी हैं. ऐसे में वीडीए की शिकायत पर कैंट पुलिस ने विनायक ग्रुप पर एफआईआर दर्ज की है.

वाराणसी में कुछ दिन पहले आयकर विभाग की टीम ने समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आजमी के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसमें विनायक ग्रुप द्वारा बनाई गई प्रॉपर्टी भी शामिल थी. आयकर विभाग इससे पहले मुंबई और लखनऊ के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी थी. इसके बाद वाराणसी में एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई थी. इस जांच में आयकर विभाग को कई तरह के लेनदेन पर शक हुआ था. इसके साथ ही 100 से अधिक फाइलें और बैंक के कागजात टीम जब्त करके ले गई थी. वहीं वीडीए के नाम के कागजात अब फर्जी पाए गए हैं. इसकी जानकारी टीम ने विभाग को दी है.

फर्जी पाए गए दस्तावेज और हस्ताक्षरः वाराणसी में जांच के दौरान विनायक ग्रुप के डायरेक्टर ने आयकर विभाग की टीम को वाराणसी विकास प्राधिकरण की अनुमति के दस्तावेज दिखाए थे. विभाग ने इस कागजात को जांच के लिए जब्त कर लिया था. विभाग ने जब इन दस्तावेजों को वाराणसी विकास प्राधिकरण भेजा तो सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं. इन पर किए गए हस्ताक्षर भी फर्जी थे. इसके साथ ही दस्तावेज में कई तरह की गलत जानकारियां भी दी गई हैं. इस खुलासे के बाद आयकर विभाग ने प्राधिकरण को पत्र लिखकर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की बात कही थी. प्राधिकरण को आयकर विभाग ने कुछ नाम भी उपलब्ध कराए थे.

डायरेक्टर और कर्मचारियों के खिलाफ नामजद मुकदमाः वहीं इस मामले में वाराणसी विकास प्राधिकरण के प्रकाश कुमार की तहरीर पर विनायक ग्रुप के डायरेक्टर और कर्मचारियों को आरोपियों को फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करने का आरोपी मानते हुए केस दर्ज किया गया. प्राधिकरण की तरफ से नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है. प्राधिकरण की तरफ से शिकायत में कहा गया है कि मेसर्स विनायक निर्माण प्राइवेट लिमिटेड वाराणसी ने वरुणा गार्डेन परियोजना वाराणसी के पूर्णता प्रमाण पत्र को वाराणसी विकास प्राधिकरण के संयुक्त सचिव द्वारा जारी दिखाया है, जबकि वीडीए ने ऐसा कोई प्रमाणपत्र जारी नहीं किया है. केन्द्र सरकार को भारी राजस्व की क्षति की गई है.

केंद्र और राज्य सरकार को राजस्व की क्षतिः प्राधिकरण ने शिकायत में यह भी कहा है कि स्थलीय निरीक्षण में वरुणा गार्डेन का स्वीकृत मानचित्र मौके पर अनियमित पाया गया है. वाराणसी विकास प्राधिकरण के कूटरचित दस्तावेजों का प्रयोग कर केन्द्र और राज्य सरकार दोनों को राजस्व क्षति पहुंचाई गई है. वहीं आयकर विभाग ने भी इस मामले में अपनी रिपोर्ट मुख्यालय में भेज दी है. इसके बाद विभाग की तरफ से बड़ी कार्रवाई की जा सकती है. बता दें कि अबू आसिम आजमी के करीबियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीम ने 40 घंटे चली थी. वरुणा गार्डेन, बाबतपुर एयरपोर्ट रोड और हरहुआ में बेनामी संपत्तियां मिली थीं. करीब 200 करोड़ की टैक्स चोरी भी सामने आई है.

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