ETV Bharat / state

पीएम मोदी के खिलाफ संत समाज वाराणसी में उतार सकता है प्रत्याशी - up news

वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ संत समाज अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकता है. संतों का मानना है कि यह सरकार सनातन धर्म की ओर ध्यान नहीं दे रही. ऐसे में संत समाज खुद वाराणसी से उम्मीदवार उतार सकता है.

पीएम मोदी के खिलाफ संत समाज उतारेगा प्रत्याशी.
author img

By

Published : Apr 21, 2019, 5:33 PM IST

वाराणसी: बीजेपी की ओर से वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नामांकन के लिए तैयार हैं. वहीं स्वामी करपात्री जी द्वारा स्थापित रामराज्य पार्टी ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतारेगी. इसके लिए काशी विद्या चुनाव की एक बैठक की गई. इस बैठक में उपस्थित विद्वानों ने भाजपा के खिलाफ प्रत्याशी को लड़ाए जाने का समर्थन किया.

पीएम मोदी के खिलाफ संत समाज उतारेगा प्रत्याशी.

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कमच्छा शिक्षा संकाय के चाणक्य सभागार में सनातन धर्म की घोर उपेक्षा को देखते हुए सनातन वैदिक हिंदू परम धर्म संसद की बैठक बुलाई गई. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की अध्यक्षता में भारतीय राम राज्य परिषद का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया गया. इसके लिए श्री विद्या मठ में देश भर से आए हुए संत महंत महामंडलेश्वरों ने हिस्सा लिया.

इसमें राजस्थान, चेन्नई, दिल्ली, भुवनेश्वर, अयोध्या, सोनभद्र, प्रतापगढ़, जौनपुर ,जम्मू कश्मीर और छत्तीसगढ़ से लोग पहुंचे. इसमें स्थानीय संत भी राजनीतिक विचार को सुनने के लिए पहुंचे. कुल मिलाकर यदि देखा जाए तो बनारस की सीट इस बार भी सबसे दिलचस्प सीट होगी.


आज संतों के बीच सनातनियों की कैसे रक्षा की जाए इस बारे में चर्चा हो रही है. चर्चा के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. सनातनी लोगों की बात को लेकर आगे आना चाहिए. कहा जा रहा है कि हिंदुओं के पास भाजपा के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. यदि भाजपा सब संतो की आकांक्षाओं को पूरा करे, तब तो कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन भाजपा हिंदुओं की बात नहीं कर रही है. हम इस पर निर्णय लेंगे.
-स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

वाराणसी: बीजेपी की ओर से वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नामांकन के लिए तैयार हैं. वहीं स्वामी करपात्री जी द्वारा स्थापित रामराज्य पार्टी ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतारेगी. इसके लिए काशी विद्या चुनाव की एक बैठक की गई. इस बैठक में उपस्थित विद्वानों ने भाजपा के खिलाफ प्रत्याशी को लड़ाए जाने का समर्थन किया.

पीएम मोदी के खिलाफ संत समाज उतारेगा प्रत्याशी.

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कमच्छा शिक्षा संकाय के चाणक्य सभागार में सनातन धर्म की घोर उपेक्षा को देखते हुए सनातन वैदिक हिंदू परम धर्म संसद की बैठक बुलाई गई. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की अध्यक्षता में भारतीय राम राज्य परिषद का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया गया. इसके लिए श्री विद्या मठ में देश भर से आए हुए संत महंत महामंडलेश्वरों ने हिस्सा लिया.

इसमें राजस्थान, चेन्नई, दिल्ली, भुवनेश्वर, अयोध्या, सोनभद्र, प्रतापगढ़, जौनपुर ,जम्मू कश्मीर और छत्तीसगढ़ से लोग पहुंचे. इसमें स्थानीय संत भी राजनीतिक विचार को सुनने के लिए पहुंचे. कुल मिलाकर यदि देखा जाए तो बनारस की सीट इस बार भी सबसे दिलचस्प सीट होगी.


आज संतों के बीच सनातनियों की कैसे रक्षा की जाए इस बारे में चर्चा हो रही है. चर्चा के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. सनातनी लोगों की बात को लेकर आगे आना चाहिए. कहा जा रहा है कि हिंदुओं के पास भाजपा के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. यदि भाजपा सब संतो की आकांक्षाओं को पूरा करे, तब तो कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन भाजपा हिंदुओं की बात नहीं कर रही है. हम इस पर निर्णय लेंगे.
-स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

Intro:बीजेपी जहां एक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन और उनके जीत को ऐतिहासिक बनाने के लिए कमर कस कर तैयार दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ किसी भी पार्टी ने प्रत्याशी ही घोषित नहीं किया इसे भी स्वामी करपात्री जी द्वारा स्थापित पार्टी रामराज्य पार्टी ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतारने के लिए काशी विद्या चुनाव की एक बैठक की बैठक में उपस्थित विद्वानों ने भाजपा के खिलाफ प्रत्याशी को लड़ाए जाने का समर्थन करते हुए भाजपा को हिंदू विरोधी बताया बैठक में अभी तय किया गया कि अखिल भारतीय राम राज्य परिषद न्यास कल अपराहन शुभ मुहूर्त में प्रत्याशी का घोषणा करेगा।


Body: हिंदू विश्वविद्यालय के कमच्छा शिक्षा संकाय के चाणक्य सभागार में सनातन धर्म क्योंकि वर्तमान समय में हो रही घोर उपेक्षा को देखते हुए सनातन वैदिक हिंदू परम धर्म संसद 1008 की ओर से स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की अध्यक्षता में भारतीय राम राज्य परिषद का राष्ट्रीय अधिवेशन वसंत विद्युत सम्मिलित आयोजित किया गया इसके लिए श्री विद्या मठ में देश भर से आए हुए संत महंत महामंडलेश्वर ओं ने हिस्सा लिया राजस्थान चेन्नई दिल्ली भुवनेश्वर अयोध्या सोनभद्र प्रतापगढ़ जौनपुर जम्मू कश्मीर पहाड़ छत्तीसगढ़ आदि स्थानों से लोग यहां पहुंचे इसके स्थानीय भी संतों की राजनीतिक विचार को सुनने के लिए।

सब बातों को रखकर गर्म यह कहें कि 2014 में सबसे हॉट सीट रही बनारस इस बार भी सबसे दिलचस्प लोकसभा सीट होगी यहां से पीएम खुद प्रत्याशी हैं और उसके बाद पूर्व जज पूर्व सैनिक और महन्त या महंत भी लड़ेंगे चुनाव के दाव पेच।


Conclusion:जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बताया आजा संतो के बीच जो संस्था सनातनी ओं की कैसे रक्षा की जाए इस बारे में आप पर चर्चा हो रही है चर्चा के बाद ही कुछ कहा जा सकता है यह बात निकल कर सामने आरही है। सनातनी लोगों की बात को लेकर आगे आना चाहिए कहा जा रहा है कि हिंदुओं भाजपा के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है भाजपा का सब संतो की आकांक्षाओं को पूरा करें तब तो कोई दिक्कत नहीं है लेकिन भाजपा को हिंदुओं के पक्की बात नहीं कर रही है हम सनातन देश को अपना इसका निर्णय हम उसका निर्णय हम कर करंगे.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.