वाराणसी: महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस ने सभी का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है क्या धर्म और क्या व्यापार सब कुछ इसके वजह से प्रभावित है. हालात यह हैं कि देश-विदेश से आने वाले सैलानियों से पटे रहने वाली काशी नगरी भी अब खाली होती जा रही है. पर्यटक दूर हो रहे हैं और इसका सीधा असर पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों पर पड़ रहा है.
वहीं इन सबके बीच भी नुकसान उठा रहा पर्यटन उद्योग हर किसी को इस बीमारी से बचाने के लिए लगा हुआ है. इसकी बानगी गुरुवार को वाराणसी के गंगा घाटों पर उस वक्त देखने को मिली जब गंगा की लहरों पर अठखेलियां करने वाली नावों के मालिकों ने अपनी नावों और गंगा घाटों पर मास्क और सैनिटाइजर बांटकर इसका उपयोग करने की नसीहत लोगों को दी.
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खतरनाक वायरस से बचाने और लोगों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से नाविकों का कहना है कि यह बेहद जरूरी है कि जो लोग भी अब बनारस आ रहे हैं. वह यदि किसी तरह के फ्लू से पीड़ित है तो वह सुरक्षित तरीके से शहर में घूमे. इसे देखते हुए लोगों से अपील की जा रही है कि नावों पर चढ़ने से पहले मास्क और हैंड सेनीटाइजर का प्रयोग जरूर करें.
इसके लिए बाकायदा दो लोगों को इस काम के लिए लगाया भी गया है. जिनके पास मास्क नहीं है उनको नाविक मास्क दे रहे हैं. हाथों को अच्छे से सैनिटाइज करने के बाद उन्हें नावों पर चढ़ने की इजाजत दी जा रही है. इस कार्य से यहां आने वाले सैलानी भी काफी खुश हैं.