वाराणसी: होली के हुड़दंग के बीच जब तक इस त्योहार का अलग-अलग रंग देखने को नहीं मिलता, तब तक होली का मजा मानो अधूरा होता है. वहीं, काशी में होली का हुड़दंग और इसके अलग-अलग रंग सभी एक साथ एक जगह यानी गंगा घाट पर दिखाई दे रहे हैं. सुबह से ही होली का हुड़दंग घाटों पर दिखाई दे रहा है और इन सबके बीच बनारस के घाटों पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन भी कई बार नजर आ चुके हैं. खैर, आप सुनकर चौंक गए होंगे, लेकिन कुछ ऐसा ही नजारा आज वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर उस समय देखने को मिला, जब पूरी तरह से सूट बूट में अपनी आर्मी के साथ पुतिन के गेटअप में बनारस के आनंद अग्रवाल होली के रंग में अलग अंदाज में रंगे नजर आए. इतना ही नहीं उनके साथ एक बड़ी सी मिसाइल भी थी, जिसे वो परमाणु बता रहे थे.
बनारस में हर साल होली के मौके पर कुछ अलग ही नजारा दिखाई देता है और आज बनारस के गंगा घाटों पर जब काले रंग के सूट में चश्मा पहने खुद को पुतिन बताता हुआ व्यक्ति नजर आया तो हर कोई चौंक गया. दअरसल, होली के मौके पर बनारस के गंगा घाट पर बहुरूपिया का गेटअप लेकर बनारस के आनंद अग्रवाल एक अलग ही अंदाज में होली मना रहे हैं. आनंद ने यूक्रेन और रूस की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए इस होली पर अपना एक अलग घटा बनाने का मूड बनाया. काले रंग के सूट में चेहरे पर बारनिश लगाकर वह खुद को पुतिन बता रहे थे.
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आनंद का कहना था कि मैं पुतिन हूं... और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर एक आतंकवादी का हिसाब करूंगा. उनका कहना था कि आतंकवादियों को उनके हालात के हिसाब से सजा देने की जिम्मेदारी तो भगवान की है, लेकिन उनको भगवान तक पहुंचाने की जिम्मेदारी उनकी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की है.
कहते हैं काशी की होली के बिना रंगों का यह त्योहार फीका सा होता है. यही वजह है कि आज होली का हुड़दंग सुबह से ही घाटों पर देखने को मिल रहा है. गंगा घाटों पर अलग-अलग जगह टोलियां बनाकर लोग होली के जश्न में डूबे नजर आ रहे हैं. ठंडाई और भांग के साथ गाना बजाना और पर्यटकों के साथ होली का आनंद लेने में बनारसी कभी पीछे नहीं रहते हैं.
होली का त्यौहार बनारस में हर साल बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है. लेकिन कोरोना की वजह से 2 सालों से होली का हुड़दंग देखने को नहीं मिल रहा था. इस बार बंदी से हटी हैं तो होली का मजा घाटों पर देखने को मिला. बड़ी संख्या में पर्यटकों के साथ विदेशी सैलानी भी घाटों पर पहुंचे और होली के हुड़दंग में शामिल होकर ठंडाई और भांग के साथ लोकगीत संगीत की महफिल में थिरकते नजर आए.
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