वाराणसी : विधान परिषद की अंकुश समिति की बैठक में शहर के सिगरा-महमूरगंज पाइप लाइन बिछाने की रिपोर्ट विधान परिषद में पेश करने की बात कही गयी. 16 मार्च को होने वाली विधान परिषद की बैठक में अपर मुख्य सचिव नगर विकास को यह निर्देश दिया गया कि अगली बैठक में सिगरा-महमूरगंज सीवर पाइप लाइन के सम्बंध में ऑडिट रिपोर्ट व तकनीकी रिपोर्ट पेश करें.
देरी होने पर जतायी नाराजगी
बैठक में 800 मीटर लम्बी पाइप लाइन बिछाने को लेकर हुई देरी पर अधिकारियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए जल्द से जल्द कार्य को पूरा कराने के निर्देश दिए. बता दें कि प्रति 100 मीटर पाइप लाइन बिछाने में 100.25 लाख का खर्च (1 मीटर पर 1.25 लाख ) आता है, मगर 800 मीटर पाइप लाइन बिछाने में लगे 10 करोड़ पर भी सवाल किये गए. समिति के सदस्य शतरुद्र प्रकाश ने नागरिकों और व्यापारियों के प्रत्यावेदन का समर्थन किया और समिति के समक्ष प्रस्तुत किया. बैठक में 2012-13 में शुरू की गयी अमृत योजना पर कहा गया कि किसी तरह से 2020 तक कार्य पूरा किया गया. शतरुद्र प्रकाश ने कहा कि इस योजना के कार्य में लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा.
काम छोड़कर भागे थे ठेकेदार, जल निगम के जीएम तक हो चुके हैं सस्पेंड
बैठक में इस बात पर भी नाराजगी जाहिर की गयी कि सिगरा-महमूरगंज तक बिछाये जाने वाली पाइप लाइन काम की शुरुआत 2012-13 में हुयी और 15 जुलाई 2015 तक मात्र 1.80 मीटर तक ही सीवर पाइप लाइन बिछाने का काम किया गया था. इस कार्य को लेकर सभी ठेकेदार काम छोड़कर भाग गए थे और इस प्रकरण में जल निगम के जीएम तक सस्पेंड हुए थे. बैठक में ध्रुव नारायण त्रिपाठी, सनी यादव, अपर मुख्य सचिव नगर विकास रजनीश दुबे, जल निगम के महाप्रबंधक पुरवार, सचिव नगर विकास अनुराग यादव, विशेष सचिव नगर विकास आदि अधिकारी उपस्थित रहे.