वाराणसी: पूरा देश इन दिनों 26 जनवरी को लेकर कुछ बेहतर और नया प्रयास करने में जुड़ा है. कहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है तो कहीं देशभक्ति का जज्बा जगाने की योजना है. इन सबके बीच वाराणसी की सेंट्रल जेल में इन दिनों रुपहले पर्दे पर आई फिल्म कर्मा की झलक देखने को मिल रही है.
फिल्म कर्मा में दिलीप कुमार जेल में बंद कैदियों को सुधारने के लिए गीत-संगीत का सहारा लिया करते थे. ऐसा ही माहौल इन दिनों वाराणसी की सेंट्रल जेल का भी दिख रहा है. यहां 26 जनवरी को लेकर कैदी में देशभक्ति के गीतों के साथ ठुमरी और बिरहा जैसे आयोजन पेश करने के लिए दिन रात पसीना बहा रहे हैं.
26 जनवरी के आयोजन को लेकर कैदी कर रहे तैयारी
वाराणसी की सेंट्रल जेल में कैदियों को सुधार कर उन्हें बेहतर जिंदगी देने के उद्देश्य से कई कार्यक्रम चल रहे हैं. इनमें से एक कैदियों को गीत-संगीत की शिक्षा देने का भी कार्यक्रम चलाया जा रहा है. लगभग डेढ़ साल से यह कार्यक्रम चल रहा है. जिसके तहत अब कैदी 26 जनवरी को होने वाले आयोजन में अपनी पेशकश देने की तैयारी कर रहे हैं.
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देशभक्ति गीतों के साथ ठुमरी और बिरहा से जगायेंगे देशभक्ति का जज्बा
देशभक्ति के कई गीतों के अलावा बिरहा में वीर और श्रृंगार रस की एक से बढ़कर एक पंक्तियां इन दिनों सुबह शाम जेल में ट्रेनिंग के दौरान पेश कर लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं. इतना ही नहीं बनारस और पूर्वांचल की शान कही जाने वाली ठुमरी की भी तैयारी चल रही है. जेल में होने वाले कार्यक्रम में म्यूजिकल इवेंट को पेशकर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे.
हमारा यह प्रयास है कि इनका जीवन बाहर निकल कर सुधर जाए. बस इसी उद्देश्य से हम लंबे वक्त से इन्हें संगीत सिखा रहे हैं. 26 जनवरी को यह एक से बढ़कर एक कार्यक्रम पेश करेंगे. कैदी भी बेहद खुश हैं कि कुछ सकारात्मक मार्ग में लोगों को गीत संगीत के जरिए बेहतर माहौल देने का मौका. साथ ही साथ 26 जनवरी पर उनकी तरफ से कार्यक्रम भी दिया जाएगा.
-धीरेंद्र प्रताप सिंह, डिप्टी जेलर, सेंट्रल जेल
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